कोटा. मकर संक्रांति पर शहर में पतंगबाजी का जोर रहा, लेकिन इससे कई लोगों की जान आफत में आ गई. पतंगबाजी में चाइनीज मांझे के इस्तेमाल के चलते एक दर्जन पक्षियों की जान चली गई. वहीं 2 लोगों की जान पर भी बन आई. जिसमें एक युवक की गर्दन कट गई. जिसका डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर जान बचाई. वहीं दूसरे युवक का चेहरा और नाक कट गई.
कोटडी ग्रेड सेपरेटर के नजदीक से गुजर रहे मुनव्वर खान के गले में चाइनीज मांझा फंस गया. इससे उनकी गर्दन में एक बड़ा कट लग गया. साथ ही अंगुली भी कट गई. मुनव्वर के दोस्त संजय शुक्ला ने बताया कि गंभीर घायल अवस्था में मुनव्वर को झालावाड़ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करवाया. जहां पर चिकित्सकों ने ऑपरेशन कर जान बचाई. इसी तरह से मल्टीपरपज रोड पर भी शनिवार शाम के समय एक युवक की नाक गंभीर रूप से चाइनीज मांझे से कट गई. चेहरे पर भी कई कट लग गए. लोगों ने उसे बचाया और अस्पताल भेजा.
एक दर्जन पक्षियों की मौत, 3 दर्जन घायल: चाइनीज मांझे के चलते कोटा में करीब एक दर्जन पक्षियों की मौत हो गई. वहीं 3 दर्जन से ज्यादा पक्षी घायल हो गए. कई संस्थाओं ने ऐसे घायल पक्षियों के उपचार का जिम्मा उठाया था. वे अलग-अलग इलाकों से फोन आने पर घायल पक्षियों का रेस्क्यू किया. ह्यूमन हेल्पलाइन के संयोजक मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि उन्होंने 4 पक्षी एंबुलेंस की व्यवस्था की. बीते दो दिनों में वह 4 दर्जन पक्षियों को उपचार के लिए लेकर आए हैं.
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उन्होंने बताया कि शनिवार को तीन दर्जन पक्षी आए, जिनमें से चार की मौत हो गई. तीन गंभीर घायल पक्षियों को चिड़ियाघर में उपचार के लिए छोड़ा है. कुछ पक्षियों को मौखापाड़ा पशु चिकित्सालय छोड़ा गया है. आदिनाथ ने बताया कि कुछ पक्षियों को उन्होंने अपने घर पर भी रखा है. जिन्हें उपचार दिया गया. एक-दो दिन में स्वस्थ होने पर उन्हें छोड़ दिया जाएगा. घायल पक्षियों में कबूतर, बाज, ब्लैक काइट, डेकल व बतख शामिल हैं.