कोटा. जिले के रानपुर स्थित ध्रुव कैंपस में तीन अनाथ बालिकाओं का विवाह धूमधाम से संपन्न हुआ. इसके लिए पूरे कैंपस को शादी के पंडाल के तौर पर सजाया गया था. यह आयोजन जिला प्रशासन और सामाजिक अधिकारिता विभाग ने मोशन कोचिंग के जरिए करवाया है. मोशन कोचिंग के सीईओ नितिन विजय ने अपने पिता व कंपनी के चैयरमैन सुरेंद्र विजय और मां सुशीला विजय की शादी की 50 सालगिरह के अवसर पर तीन अनाथ कन्याओं का कन्यादान करने के लिए सहमति दी थी. इसके बाद धूमधाम से तीनों लड़कियों की शादी की गई. इस शादी में करीब 2000 मेहमानों को बुलाया गया था. नितिन विजय और उनकी पत्नी स्वाति विजय ने तीनों बेटियों का कन्यादान किया.
ओम बिरला भी पहुंचे आशीर्वाद देने : नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देने के लिए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला सहित कई विधायक पहुंचे. कोटा रेंज आईजी प्रसन्न खमेसरा व एसपी सिटी शरद चौधरी वर-वधु को आशीर्वाद देने पहुंचे. कार्यक्रम में सामाजिक अधिकारिता विभाग के मंत्री अविनाश गहलोत भी वर्चुअल माध्यम से जुड़े. उन्होंने कहा कि "मैं कार्यक्रम में भाग लेने आता, लेकिन मंत्रिमंडल और भाजपा विधायक दल की बैठक होने के चलते नहीं पहुंच सका". उन्होंने कहा कि नारी निकेतन की तीन अनाथ लड़कियों का विवाह धूमधाम से करना एक संदेश है. तीनों नवविवाहित जोड़ों को पांच-पांच लाख की आर्थिक सहायता योजना के तहत दी जाएगी. इसके साथ ही वर्चुअल माध्यम से वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुमित शर्मा भी जुड़े. वहीं, स्पीकर ओम बिरला ने भी तीनों नवविवाहित जोड़ों को पांच-पांच लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है.
इसे भी पढ़ें-कोटा के शिक्षाविद की पहल, नारी निकेतन में रह रही तीन अनाथ बेटियों का करवा रहे विवाह
हम भी नहीं कर पाते इस तरह से शादी : सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की डिप्टी डायरेक्टर ओमप्रकाश तोषनीवाल का कहना है कि "इतनी धूमधाम से तीनों अनाथ लड़कियों की शादी की गई है कि "मैं भी अपनी बेटी की शादी में ऐसा इंतजाम नहीं कर सकता, जितना खर्चा इसमें किया गया है". आयोजन में पहले वर-वधु की बिंदोरी और निकासी निकाली गई और आशीर्वाद समारोह और प्राणिग्रहण संस्कार हुआ, जिसमें सुनीता ने नरेंद्र, पूनम ने महावीर और मीनाक्षी ने बृजेश संग सात फेरे लिए. यह तीनों अनाथ बालिकाएं थीं, जिनमें दो मूकबधिर भी हैं. शादी में किन्नरों का ग्रुप भी पूरे लवाजमे के साथ पहुंचा और सोने की अंगूठियां दुल्हनों को बतौर नेग दी.
नहीं सोचा था, बारात का ऐसा होगा स्वागत : दुल्हे नरेंद्र का कहना है कि उनका घर ही उनकी पत्नी सुनीता का घर होगा. सवाई माधोपुर से दूल्हे बृजेश का कहना है कि वह अपनी पत्नी मीनाक्षी पर किसी तरह का कोई दुख नहीं आने देंगे और जिस तरह से घर में मां व बहन रहती हैं, वैसे ही उनका परिवार बेटी की तरह उन्हें रखेगा. साथ उन्होंने कहा था कि जिस तरह का आयोजन उनकी शादी और बारात के लिए किया गया है, वैसा उन्होंने कभी जीवन में भी नहीं सोचा था.