रामगंजमंडी (कोटा). जिले की नगर पालिका पिछले कई दिनों से डंपिंग यार्ड की समस्या से जूझ रही थी. पालिका ने उस समय राहत की सांस ली जब कचरा निस्तारण के लिए पालिका और आंदोलनकारियों में समझौता हो गया. उल्लेखनीय है कि बापू कॉलोनी में शहर का डंपिंग यार्ड है जहां पालिका द्वारा पूरे शहर का कचरा डाला जाता है. वर्तमान में शहर के विस्तार के कारण बापू कॉलोनी स्थित डंपिंग यार्ड आवासीय कॉलोनी के बीच हो गया है.
वहीं वार्ड वासी काफी समय से इस डंपिंग यार्ड को कहीं और स्थानांतरित करने की मांग कर रहे हैं. पिछले एक पखवाड़े से कॉलोनी वासी डंपिंग यार्ड में कचरे को नहीं डालने के लिए आंदोलन कर रहे थे.. पिछले चार दिन से नगर का कचरा पालिका की गाड़ियों में ही भरा पड़ा था और उसे खाली करने के लिये कोई स्थान नही था.
पढ़ें- नागौर: कोर्ट आई विवाहिता को शोहर ने दिया तीन तलाक
डंपिंग यार्ड की समस्या के समाधान के लिए ही पालिका द्वारा आपात बैठक बुलानी पड़ी. बैठक में कई पार्षदों द्वारा कार्यों में लापरवाही बरतने का आरोप भी लगाया गया. इस दौरान मौके पर पालिकाध्यक्ष विजय गौत्तम, पार्षद कमल गुर्जर, कालूराम धाकड़, माया मीणा सहित स्थानीय नागरिक मौजूद थे. आंदोलनकारियों और पालिका के बीच कई बिंदुओं पर समझौता हुआ.
समझौते के अनुसार 3 महीने के अंतर्गत नगर पालिका की ओर से कचरा स्थल को स्थानांतरित कर दिया जाएगा और 3 महीने बाद बापू कॉलोनी में कचरा नहीं डाला जाएगा. तब तक प्रत्येक 7 दिन में कचरा स्थल के आसपास की बस्तियों में मच्छर मक्खी और गंदगी की रोकथाम के लिए दवा का छिड़काव किया जाएगा. मरे हुए जानवरों को कचरा स्थल पर नहीं डाला जाएगा.
पढ़ें- राजस्थान में थमा बारिश का दौर, कई इलाके रह गए बिन पानी के
नगरपालिका की गाड़ियों द्वारा कचरा डंपिंग यार्ड की सड़कों पर नहीं फैलाया जाएगा. समझौते के बाद डम्पिंग यार्ड में कचरा वाहन खाली किये गए. पालिकाध्यक्ष हेमलता शर्मा ने बताया कि वे काफी समय से इस समस्या के समाधान के लिए प्रयासरत हैं.
उन्होंने बार बार इस समस्या को लेकर उच्च अधिकारियों से मुलाकात की है. इस दौरान चार जिला कलेक्टर का ट्रांसफर हो गया. जल्दी ही पालिका डंपिंग यार्ड की समस्या के स्थायी समाधान में सफल होगी. साथ ही उन्होनें यह भी कहा कि पुराने कचरे को रिसाईकिल किया जाएगा. डंपिंग यार्ड की दीवारों का सही निर्माण करवाया जाएगा और कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए सभी का साथ चाहिए.