कोटा. देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2023 का आयोजन 7 मई को होना है. सोशल मीडिया पर इस परीक्षा को टालने की मांग कई अभ्यर्थी कर रहे हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर इसे लेकर अभियान छेड़ा हुआ है. विद्यार्थियों का कहना है कि उन्हें बोर्ड एग्जाम के बाद तैयारी करने का समय नहीं मिला. ऐसे में नीट यूजी परीक्षा की तिथि को टाल दिया जाए.
विद्यार्थी हर घंटे सैकड़ों पोस्ट इस मांग को लेकर कर रहे हैं. इसके साथ ही 21 अप्रैल को सोशल मीडिया पर #PostponeNEETUG ट्रेंड करवाने के लिए भी लक्ष्य रखा गया है जिसमें सुबह 7:00 बजे से सभी ने #PostponeNEETUG हैश टैग के साथ पोस्ट करवाने का निर्णय लिया है. कोटा के निजी कोचिंग संस्थान के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने एग्जाम पेपर के भाषा और रंग को लेकर नोटिफिकेशन 19 अप्रैल को ही जारी किया है. ऐसे में एनटीए की मंशा पेपर टालने की बिल्कुल नहीं है.
पढ़ें. NEET UG 2023: NTA ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया रीओपन, हजारों छात्रों ने सोशल मीडिया पर की थी मांग
इसलिए स्टूडेंट्स को सलाह है कि वह अपनी पढ़ाई को जारी रखें और किसी भी अफवाह पर ध्यान नहीं दें. क्योंकि परीक्षा में अब 20 दिन से भी कम समय बचा है. परीक्षा के लिए करीब 61,63,000 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. बीते सालों के ट्रेंड को देखते हुए इस बार परीक्षा में करीब 92 से 95 फ़ीसदी उपस्थिति रह सकती है.
कोविड-19 बाद हर साल की जाने लगी है यह मांग
कोविड-19 के बाद हर साल विद्यार्थी इस तरह की मांग करते आ रहे हैं. जबकि केंद्र सरकार मेडिकल एजुकेशन के सेशन को पटरी पर लाने के लिए बीते 2 सालों से जुटी हुई है. इस बार उसी क्रम में 5 माह से भी ज्यादा समय पहले परीक्षा के आयोजन की जानकारी दे दी थी. इसमें परीक्षा की तारीख की घोषणा भी हो गई थी. हालांकि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने एक भी बार विद्यार्थियों की मांग पर परीक्षा को नहीं टाला.
विद्यार्थियों का तर्क, बोर्ड एग्जाम के बाद नहीं मिला पर्याप्त समय
विद्यार्थियों ने सोशल मीडिया पर यह तर्क दिया है कि बोर्ड एग्जाम के बाद उन्हें एक महीने का समय भी परीक्षा की तैयारी के लिए नहीं मिला है. सीबीएसई स्टूडेंट्स को 1 महीने से ज्यादा का समय मिला था, लेकिन कई स्टेट बोर्ड की परीक्षाएं 10 अप्रैल के बाद खत्म हुई हैं. ऐसे विद्यार्थियों को neet-ug की तैयारी का समय नहीं मिला है. ऐसे में अगर परीक्षाओं को जून या जुलाई तक टाल दिया जाता है, तो उन्हें भी पढ़ाई का पर्याप्त समय मिलेगा और वे अच्छी रैंक नीट यूजी में ला सकेंगे जिससे अच्छा मेडिकल कॉलेज मिल सकेगा.