कोटा. शहर के खेड़ली फाटक इलाके में चंबल नदी के किनारे स्थित चांदमारी बालाजी के पास रविवार को एक नरकंकाल मिलने से सनसनी फैल गई. सूचना पर भीमगंजमंडी थाना पुलिस मौके पर पहुंची, जहां एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया गया. यह शव काफी पुराना बताया जा रहा है और केवल हड्डियां ही बची थी. ऐसे में इस व्यक्ति की पहचान पुलिस के लिए बड़ी समस्या बन गई है.
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि यह हादसा है या हत्या. भीमगंज थानाधिकारी जितेंद्र शेखावत ने बताया कि शव की सूचना एक मछुआरे ने पुलिस कंट्रोल रूम को दी थी. उसने बताया कि चांदमारी बालाजी के नीचे चंबल की कराई में एक पेड़ में नरकंकाल फंसा हुआ है. थानाधिकारी ने बताया कि मौके पर पहुंचकर नरकंकाल को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया, जिसके बाद एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में शिफ्ट करवाया है. वहीं एफएसएल टीम ने भी मौके से कुछ सैम्पल कलेक्ट किए हैं.
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बाढ़ में डूबे गुमशुदा लोगों के परिजनों से करवाएंगे डीएनए मैचः भीमगंजमंडी थाने के एसएचओ जितेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि संभवतः यह व्यक्ति चंबल नदी में बाढ़ के समय डूब गया था. ऐसे में यह चंबल की कराइयों में स्थित पेड़ में उलझ गया होगा. यह शव करीब 6 से 8 महीने पुराना लग रहा है, इससे भी काफी ज्यादा पुराना हो सकता है. ऐसे में उन सभी गुमशुदा लोगों की रिपोर्ट देखी जा रही है, जो चंबल नदी में बह गए थे. उन्हीं के परिजनों से इस नर कंकाल के डीएनए की जांच करवाई जाएंगी, जिससे व्यक्ति की पहचान हो सके.