सांगोद(कोटा). सांगोद विधायक भरत सिंह पत्रों के जरिए हमेशा ही सुर्खियों में बने रहते हैं. एक बार फिर उन्होंने केंद्र सरकार के नोटबंदी के फैसले के खिलाफ राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को पत्र लिखा है. इस पत्र मेंं उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने की सलाह दी है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि अब नोटबंदी का नया दौर आ गया है.
बता दें कि सात साल पहले यानी वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोट बंदी लागू की थी. उस समय प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी के 3 प्रमुख लक्ष्य जनता को बताए थे. जिसमें पहला- आतंकवाद पर नियंत्रण, दूसरा- जाली नोटों पर नियंत्रण और तीसरा- काले धन पर नियंत्रण की बात कही थी. लेकिन इन सब बातों के विपरीत नोटबंदी से आम जनता को परेशानी ही हुई थी. इसके अलावा और कुछ भी हासिल नही हुआ था.
उहोने आगे लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बताए गए ये यह तीनो लक्ष्य फेल हो गए है. उन्होंने पत्र के जरिए बताया कि वर्ष 2016 में नोटबंदी के समय एक हजार के नोट बंद कर दो हजार के नोट को चलाना मूर्खता के अलावा और कुछ नहीं था. इससे आम आदमी को कम और जाली नोट छापने वालों का ज्यादा फायदा हुआ था. उन्होंने आगे लिखा कि एक हजार के नोट बंद करने से दो हजार के नोट से जाली नोट छापने वालों का कार्य और अधिक सहज हो गया.
उन्होंने जनता से अपील की है कि सतर्क रहें वरना कहीं दो हजार का नोट बंद कर प्रधानमंत्री पांच हजार का नोट चालू न करवा दें. ऐसे में कांग्रेस के हर कार्यकर्ता को ये सच्चाई जनता के बीच प्रर्दशन कर उजागर करनी चाहिए. ऐसे में उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को सड़क पर उतर कर इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन करने की सलाह दी है.