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खबर का असर: RTU ने प्रोफेसर राजीव गुप्ता को डीन फैकल्टी से हटाया, बिचौलियों पर होगी कार्रवाई - नंबर के बदले शारीरिक संबंध का मामला

राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय ने डीन फैकेल्टी अफेयर्स प्रोफेसर राजीव गुप्ता पर भी कार्रवाई की है. उन्हें डीन फैकल्टी अफेयर्स के पद से हटा दिया गया है. बता दें, राजीव गुप्ता पर 2021 में एक संविदाकर्मी ने छेड़छाड़ का मामला दर्ज करवाया था.

Rajeev Gupta removed from Dean Faculty
प्रोफेसर राजीव गुप्ता को डीन फैकल्टी से हटाया
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Published : Dec 26, 2022, 9:00 AM IST

Updated : Dec 26, 2022, 10:27 AM IST

कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार (Professor Girish Parmar Arrested) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी पर मुकदमों की संख्या बढ़ी है. अब तक और तीन केस दर्ज हो चुके हैं. जिसकी जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम एडिशनल एसपी उमा शर्मा के नेतृत्व में डीएसपी अमर सिंह राठौड़ और मुकुल शर्मा के हाथों में है.

दूसरी तरफ विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट के पूर्व एचओडी और डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रोफेसर राजीव गुप्ता पर भी एक संविदाकर्मी ने छेड़छाड़ का मामला 2021 में दर्ज करवाया था. जिस पर आरटीयू ने कोई कार्रवाई नहीं की और पुलिस जांच में एफआर लग गई थी. इस केस के संबंध में ईटीवी भारत ने इस मामले को उजागर किया था. जिसमें पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उसकी कहीं भी सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को 2 दिन पहले ओपन किया था.

पढ़ें- छेड़छाड़ मामला: RTU के डीन फैकल्टी अफेयर्स के खिलाफ पुलिस ने दोबारा खोली जांच

वहीं, अब आरटीयू के डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रोफेसर राजीव गुप्ता पर भी विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कार्रवाई की है. उन्हें डीन फैकल्टी अफेयर्स के पद से हटा दिया गया. इसके अलावा महिला आयोग की दिल्ली से आई टीम ने भी इस मामले पर विश्वविद्यालय प्रबंधन की महिला उत्पीड़न समिति पर गंभीर आरोप लगाए थे. साथ ही कहा था कि विश्वविद्यालय प्रबंधन की महिला उत्पीड़न समिति ठीक से जांच करती तो ऐसी नौबत नहीं आती. वहीं, प्रोफेसर गुप्ता की जगह सिविल डिपार्टमेंट के प्रोफेसर एके द्विवेदी को नया डीन फैकल्टी अफेयर्स बनाया है.

ये भी पढ़ें: प्रोफेसर की गंदी करतूत: छात्रा की अस्मत मांगने वाले प्रोफेसर समेत दो गिरफ्तार

महिला आयोग की टीम ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को पहले ही निर्देशित कर दिया था कि वे अपने कॉलेज की महिला उत्पीड़न समिति को हटा दें और नई महिला उत्पीड़न समिति बनाए. इस पर वाइस चांसलर प्रो. एसके सिंह ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नई कमेटी गठित कर दी है. क्योंकि सामने आ रहा था कि एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार और प्रोफेसर राजीव गुप्ता के खिलाफ पहले मिली शिकायतों में कोई कार्रवाई नहीं हुई थी.

नई समिति का गठन- नई समिति में एक अध्यक्ष और चार सदस्य हैं. जिनमें डॉ मनीषा व्यास को चेयरमैन बनाया है. इसके अलावा डॉ. लता गिडवानी, प्रोफेसर हरीश शर्मा, एडवोकेट कल्पना शर्मा और सुनीता चाहर को सदस्य बनाया है.

पढ़ें- RTU Row : राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम पहुंची कोटा, कमेटी की अध्यक्ष बोलीं- पूरी तहकीकात करेंगे...

पुलिस कसेगी बिचौलिया छात्रा पर शिकंजा: एसोसिएट प्रोफेसर परमार के साथ स्टूडेंट अर्पित अग्रवाल बिचौलिए का काम कर रहा था. इसके साथ साथ एक अन्य छात्रा का भी नाम ऑडियो में आया है. उसे भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. छात्राओं ने भी उसके खिलाफ बयान दिए हैं, साथ ही कहा है कि उसके पहले से भी काफी अच्छे नंबर आते रहे हैं. कई छात्राओं का यह भी कहना है कि वह काफी अच्छी पढ़ाई करने के बावजूद कम नंबर एसोसिएट प्रोफेसर परमार के सब्जेक्ट में लेकर आ रहे थे. एक मामले में इस छात्रा को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. ऐसे में संभव उसे पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया जा सकता है.

पढ़ें- आरटीयू मामला: स्टूडेंट ही सेट कर रहे थे एग्जाम पेपर, 3 दिन बढ़ी पुलिस रिमांड

ऑडियो बातचीत की पूरी स्क्रिप्ट जानिए: पुलिस से ऑडियो के संबंध में बातचीत की पूरी स्क्रिप्ट बना रही है. इन रिकॉर्डिंग में जितने भी लोगों के नाम आ रहे हैं, उनकी संलिप्तता के बारे में जानकारी ले रही है. इस मसले में यह भी सामने आया है कि आरोपी परमार छात्राओं को गंदी नजर से देखता था. साथ ही बार-बार उन्हें बैड टच भी करता था. हालांकि, छात्राओं ने इस संबंध में परमार से दूर रहना ही उचित समझा था.

परमार के मोबाइल में बैंकॉक, थाईलैंड और मुंबई के आलीशान होटलों के फोटो मिले हैं. वह कुछ अंतराल में वहां पर घूमने चला जाता था. उसके मोबाइल में कई लड़कियों के नंबर मिले हैं. आरोपी ने छात्र अर्पित अग्रवाल ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि कोटा में कई बार कॉल गर्ल्स को बुला चुके हैं. साथ ही कहा कि एसोसिएट प्रोफेसर परमार शौक पूरे करने के लिए बैंकॉक, थाईलैंड और मुंबई भी जाते थे.

पढ़ें- RTU के प्रोफेसर ने छात्रा को परीक्षा में किया फेल, अच्छे नंबरों से पास करने की एवज में मांगी अस्मत

कोटा. राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार (Professor Girish Parmar Arrested) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी पर मुकदमों की संख्या बढ़ी है. अब तक और तीन केस दर्ज हो चुके हैं. जिसकी जांच स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम एडिशनल एसपी उमा शर्मा के नेतृत्व में डीएसपी अमर सिंह राठौड़ और मुकुल शर्मा के हाथों में है.

दूसरी तरफ विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट के पूर्व एचओडी और डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रोफेसर राजीव गुप्ता पर भी एक संविदाकर्मी ने छेड़छाड़ का मामला 2021 में दर्ज करवाया था. जिस पर आरटीयू ने कोई कार्रवाई नहीं की और पुलिस जांच में एफआर लग गई थी. इस केस के संबंध में ईटीवी भारत ने इस मामले को उजागर किया था. जिसमें पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उसकी कहीं भी सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले को 2 दिन पहले ओपन किया था.

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वहीं, अब आरटीयू के डीन फैकल्टी अफेयर्स प्रोफेसर राजीव गुप्ता पर भी विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कार्रवाई की है. उन्हें डीन फैकल्टी अफेयर्स के पद से हटा दिया गया. इसके अलावा महिला आयोग की दिल्ली से आई टीम ने भी इस मामले पर विश्वविद्यालय प्रबंधन की महिला उत्पीड़न समिति पर गंभीर आरोप लगाए थे. साथ ही कहा था कि विश्वविद्यालय प्रबंधन की महिला उत्पीड़न समिति ठीक से जांच करती तो ऐसी नौबत नहीं आती. वहीं, प्रोफेसर गुप्ता की जगह सिविल डिपार्टमेंट के प्रोफेसर एके द्विवेदी को नया डीन फैकल्टी अफेयर्स बनाया है.

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महिला आयोग की टीम ने विश्वविद्यालय प्रबंधन को पहले ही निर्देशित कर दिया था कि वे अपने कॉलेज की महिला उत्पीड़न समिति को हटा दें और नई महिला उत्पीड़न समिति बनाए. इस पर वाइस चांसलर प्रो. एसके सिंह ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नई कमेटी गठित कर दी है. क्योंकि सामने आ रहा था कि एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार और प्रोफेसर राजीव गुप्ता के खिलाफ पहले मिली शिकायतों में कोई कार्रवाई नहीं हुई थी.

नई समिति का गठन- नई समिति में एक अध्यक्ष और चार सदस्य हैं. जिनमें डॉ मनीषा व्यास को चेयरमैन बनाया है. इसके अलावा डॉ. लता गिडवानी, प्रोफेसर हरीश शर्मा, एडवोकेट कल्पना शर्मा और सुनीता चाहर को सदस्य बनाया है.

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पुलिस कसेगी बिचौलिया छात्रा पर शिकंजा: एसोसिएट प्रोफेसर परमार के साथ स्टूडेंट अर्पित अग्रवाल बिचौलिए का काम कर रहा था. इसके साथ साथ एक अन्य छात्रा का भी नाम ऑडियो में आया है. उसे भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. छात्राओं ने भी उसके खिलाफ बयान दिए हैं, साथ ही कहा है कि उसके पहले से भी काफी अच्छे नंबर आते रहे हैं. कई छात्राओं का यह भी कहना है कि वह काफी अच्छी पढ़ाई करने के बावजूद कम नंबर एसोसिएट प्रोफेसर परमार के सब्जेक्ट में लेकर आ रहे थे. एक मामले में इस छात्रा को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है. ऐसे में संभव उसे पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया जा सकता है.

पढ़ें- आरटीयू मामला: स्टूडेंट ही सेट कर रहे थे एग्जाम पेपर, 3 दिन बढ़ी पुलिस रिमांड

ऑडियो बातचीत की पूरी स्क्रिप्ट जानिए: पुलिस से ऑडियो के संबंध में बातचीत की पूरी स्क्रिप्ट बना रही है. इन रिकॉर्डिंग में जितने भी लोगों के नाम आ रहे हैं, उनकी संलिप्तता के बारे में जानकारी ले रही है. इस मसले में यह भी सामने आया है कि आरोपी परमार छात्राओं को गंदी नजर से देखता था. साथ ही बार-बार उन्हें बैड टच भी करता था. हालांकि, छात्राओं ने इस संबंध में परमार से दूर रहना ही उचित समझा था.

परमार के मोबाइल में बैंकॉक, थाईलैंड और मुंबई के आलीशान होटलों के फोटो मिले हैं. वह कुछ अंतराल में वहां पर घूमने चला जाता था. उसके मोबाइल में कई लड़कियों के नंबर मिले हैं. आरोपी ने छात्र अर्पित अग्रवाल ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि कोटा में कई बार कॉल गर्ल्स को बुला चुके हैं. साथ ही कहा कि एसोसिएट प्रोफेसर परमार शौक पूरे करने के लिए बैंकॉक, थाईलैंड और मुंबई भी जाते थे.

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Last Updated : Dec 26, 2022, 10:27 AM IST
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