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लोकार्पण पर सियासत: कोटा में 711 करोड़ के 20 प्रोजेक्ट का मामला, कांग्रेस-भाजपा में खिंची तलवार

प्रदेश के मुखिया आज कोटा को 711 करोड़ रुपए के 20 प्रोजेक्ट्स की सौगात देंगे (Politics over kota project). वर्चुअल लोकार्पण होगा. राज्य सरकार की इस कवायद पर भाजपा के पूर्व विधायक ने प्रहार किया है. इसे कुर्सी के चक्कर में खड़ा किया गया सफेद हाथी करार दिया है.

Politics over kota project
परियोजना पर राजनीति
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Published : Oct 21, 2022, 8:04 AM IST

Updated : Oct 21, 2022, 10:04 AM IST

कोटा. कोटा में होने वाले 711 करोड़ के विकास कार्यों के लोकार्पण के मामले में सियासी तलवारें खिंच गई है (Politics over kota project). यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने विकास कार्यों को पर्यटन सिटी बनने के कदम में अहम कड़ी बताया तो उनके विरोधी पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने तंज कसा. कहा कि कुर्सी जाने के चक्कर में लोकार्पण कराया जा रहा है. उन्होंने इसे विनाश कार्य बताया और कहा कि कमीशन के लिए सफेद हाथी खडे़ किए गए हैं.

711 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण शुक्रवार को वर्चुअल तरीके से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल जयपुर से करेंगे. इसको लेकर कोटा में भी यूआईटी ऑडिटोरियम में कार्यक्रम रखा गया है. शहर में करीब 12 जगह पर एलसीडी स्क्रीन से इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने इसे दीपावली पर कोटा शहर को दिए जाने वाले सौगात बताया है.

711 करोड़ के 20 प्रोजेक्ट का मामला

धारीवाल ने कहा कि कोटा को पर्यटन सिटी बनाने के रूप में यह एक बड़ा आयाम है. कोटा में आने वाले 2 लाख कोचिंग छात्र और उनके पेरेंट्स इसकी माउथ पब्लिसिटी करेंगे और वे कोटा के ब्रांड एंबेसडर बन कर पूरे देश में इसका प्रचार करेंगे. नगर विकास न्यास के करवाए कुछ कार्य भी ऐसे भी हैं, जो पूरे नहीं हुए हैं. फिर भी लोकार्पण की Formality निभाई जा रही है, बस यही सियासी जबानी जमा खर्ची का सबब बन गई है.

पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने इन विकास कार्यों को विकास कार्य नहीं विनाश कार्य बताया है. उन्होंने आधे अधूरे प्रोजेक्ट्स को यूं ही शुरू करने पर आपत्ति जताई है. साथ ही यह भी कहा है कि ये कार्य कहीं सफेद हाथी न हो जाएं. क्योंकि इन सौंदर्यीकरण के कार्यों में करोड़ों रुपए का खर्चा किया गया है. जबकि मूलभूत सुविधाओं के लिए शहर तरस रहा है.

'जाम से जनता त्रस्त फिर भी लोकार्पण': लोकार्पण समारोह पर प्रहलाद गुंजल ने बयान जारी करते हुए कहा है कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा शहर को रेड लाइट फ्री बनाने की बात कही थी. दावा भी कर रहे हैं, लेकिन हालात ऐसे हो गए हैं कि चौराहों पर जाम लगने लगे हैं. नए अंडरपास और फ्लाईओवर बिना ट्रैफिक कैलकुलेशन के बना दिए हैं. जिसका खामियाजा शहर की जनता भुगत रही है और बड़े-बड़े चौराहों पर घंटों तक लोग जाम में फंसे रहते हैं.

गुंजल को लगता है कि धारीवाल तो गए: गुंजल ने आगे कहा- पूरे शहर में चर्चा है कि मंत्री धारीवाल की कुर्सी जाने वाली है, दिवाली तक मंत्री रहेंगे या नहीं ये भरोसा नहीं है इसीलिए आनन-फानन में लोकार्पण की जल्दबाजी लग रही है. जबकि इन कामों को व्यवस्थित किया जाना चाहिए. चौराहे एक्सीडेंटल जोन बन गए हैं. उन्हें दुरुस्त किया जाना चाहिए. ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं के पॉइंट खड़े कर दिए गए हैं. कमीशन खोरी के चलते सत्यानाश कर दिया है. कहीं वियतनाम के पत्थर लगाए जा रहे हैं. जिनकी जगह मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति भी नहीं हुई है. इसके साथ ही उन्होंने पत्र भी मंत्री शांति धारीवाल को भी भेज दिया है. जिसमें कहा है कि 40 लोगों की हादसे में मौत हो गई और इसके बावजूद भी शहर का ट्रैफिक रेंग कर चल रहा है.

पढ़ें-इस बार 40% गिरेगा लहसुन का रकबा, अच्छी क्वालिटी और कम उत्पादन से बढ़ेगी किसानों की आय

ये भी पढ़ें-कोटा में रिवरफ्रंट के चार हिस्सों को किया जाएगा शुरू, 21 अक्टूबर को 646 करोड़ के कार्यों का होगा लोकार्पण

बाबा चौराहे के डिजाइन पर आपत्ति: घोड़े वाला बाबा सर्किल के बड़े होने का मुद्दा भी भाजपा नेता ने उठाया. इसके साइज को असुविधा का कारण बताया. आगे बोले कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने हीं डिजाइन बदलने की बात कही थी. हालांकि अभी बिना डिजाइन बदले ही इसको शुरू किया जा रहा है. बिना ट्रैफिक लाइट का शहर बनाने की बात कहीं जा रही थी, लेकिन यहां पर बिना लाल बत्ती के ही पुलिस यातायात को रोकती है और बारी-बारी से यातायात वाहनों को जाम के बीच निकाला जाता है.

फंसते हैं सैकड़ों वाहन: पॉलिटेक्निकल कॉलेज के नजदीक बन रहे नए सर्किल का भी निर्माण नहीं हुआ है. यहां पर धान मंडी जाने वाला रास्ता बंद हो गया है. ऐसे में वहां पर यातायात जाम जैसी स्थिति बनी रहती है. हालात ऐसे हो जाते हैं कि यहां से लगने वाला जाम एरोड्रम अंडरपास तक लग जाता है, और कभी-कभी तो यह घोड़े वाले बाबा चौराहे तक भी पहुंच जाता है. जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग और वाहन फंसे रहते हैं. इसी तरह से विवेकानंद सर्किल पर एकतरफा यातायात कर दिया गया है. ऐसे में कुन्हाड़ी के तरफ से आने वाले व्यक्ति को अग्रसेन चौराहे जाने के लिए पहले महर्षि नवल सर्किल होकर जाना होगा. साथ ही अग्रसेन चौराहे से स्टेशन की तरफ जाने वाले व्यक्ति को भी विवेकानंद सर्किल नवल सर्किल होते हुए ही जाना. इसका विरोध नयापुरा चौराहा और आसपास के इलाके के व्यापारी कर रहे हैं.

कोटडी व महाराणा प्रताप सर्किल पर काम बाकी: गोबरिया बावड़ी अंडरपास पर सीवेज का पानी आ जाने के चलते दोबारा सीसी सड़क को खोदकर निर्माण करवाया गया है. हालांकि अभी सीपेज का पानी नहीं आया है, लेकिन अभी अंडरपास को दोबारा से चालू भी नहीं किया गया है. इसी तरह से महाराणा प्रताप फ्लाईओवर पर भी कुछ कार्य बाकी है ऐसे में उसे भी अभी शुरू नहीं किया गया है, लेकिन इनका भी लोकार्पण इस समारोह के जरिए होगा. कोटडी ग्रेड सेपरेटर का भी निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है, ट्राफिक ऊपर से शुरू कर दिया है लेकिन ग्रेड सेपरेटर के नीचे से यातायात शुरू नहीं हुआ है.

इन कार्यों का होगा लोकार्पण और शिलान्यास:

  • सिटी मॉल फ्लाईओवर 47 करोड़
  • अंटाघर अंडरपास 29 करोड़
  • एरोड्रम अंडरपास 50 करोड़
  • गोबरिया बावड़ी अंडरपास 31 करोड़
  • कोटडी ग्रेड सेपरेटर 10 करोड़
  • अनंतपुरा फ्लाईओवर 65 करोड़
  • इंदिरा गांधी फ्लाईओवर 57 करोड़
  • महाराणा प्रताप फ्लाईओवर 42 करोड़
  • गुमानपुरा मल्टी लेवल पार्किंग 17 करोड़ जयपुर गोल्डन मल्टी लेवल पार्किंग 12 करोड़
  • जेके लोन अस्पताल ओपीडी व इनडोर ब्लॉक 50 करोड़
  • एमबीएस अस्पताल ओपीडी ब्लॉक 40 करोड़
  • विवेकानंद चौराहा हेरिटेज स्ट्रीट 33 करोड़
  • अदालत चौराहा 8 करोड़
  • जेबीडी सर्किल त्रिमूर्ति 4.60 करोड़
  • घोड़े वाला बाबा चौराहा 13 करोड़
  • गवमेंट कॉलेज ऐतिहासिक इमारत व सुभाष लाइब्रेरी 10 करोड़
  • 495 करोड़ से कोटा शहर की सड़कें और 80 करोड़ से स्टेशन से नेहरू पार्क तक सड़क निर्माण.
  • बालिता सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट 62 करोड़
  • 68 करोड़ से एमबीएस अस्पताल में डीलक्स वार्ड का निर्माण का शिलान्यास

कोटा. कोटा में होने वाले 711 करोड़ के विकास कार्यों के लोकार्पण के मामले में सियासी तलवारें खिंच गई है (Politics over kota project). यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने विकास कार्यों को पर्यटन सिटी बनने के कदम में अहम कड़ी बताया तो उनके विरोधी पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने तंज कसा. कहा कि कुर्सी जाने के चक्कर में लोकार्पण कराया जा रहा है. उन्होंने इसे विनाश कार्य बताया और कहा कि कमीशन के लिए सफेद हाथी खडे़ किए गए हैं.

711 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण शुक्रवार को वर्चुअल तरीके से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल जयपुर से करेंगे. इसको लेकर कोटा में भी यूआईटी ऑडिटोरियम में कार्यक्रम रखा गया है. शहर में करीब 12 जगह पर एलसीडी स्क्रीन से इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने इसे दीपावली पर कोटा शहर को दिए जाने वाले सौगात बताया है.

711 करोड़ के 20 प्रोजेक्ट का मामला

धारीवाल ने कहा कि कोटा को पर्यटन सिटी बनाने के रूप में यह एक बड़ा आयाम है. कोटा में आने वाले 2 लाख कोचिंग छात्र और उनके पेरेंट्स इसकी माउथ पब्लिसिटी करेंगे और वे कोटा के ब्रांड एंबेसडर बन कर पूरे देश में इसका प्रचार करेंगे. नगर विकास न्यास के करवाए कुछ कार्य भी ऐसे भी हैं, जो पूरे नहीं हुए हैं. फिर भी लोकार्पण की Formality निभाई जा रही है, बस यही सियासी जबानी जमा खर्ची का सबब बन गई है.

पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने इन विकास कार्यों को विकास कार्य नहीं विनाश कार्य बताया है. उन्होंने आधे अधूरे प्रोजेक्ट्स को यूं ही शुरू करने पर आपत्ति जताई है. साथ ही यह भी कहा है कि ये कार्य कहीं सफेद हाथी न हो जाएं. क्योंकि इन सौंदर्यीकरण के कार्यों में करोड़ों रुपए का खर्चा किया गया है. जबकि मूलभूत सुविधाओं के लिए शहर तरस रहा है.

'जाम से जनता त्रस्त फिर भी लोकार्पण': लोकार्पण समारोह पर प्रहलाद गुंजल ने बयान जारी करते हुए कहा है कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कोटा शहर को रेड लाइट फ्री बनाने की बात कही थी. दावा भी कर रहे हैं, लेकिन हालात ऐसे हो गए हैं कि चौराहों पर जाम लगने लगे हैं. नए अंडरपास और फ्लाईओवर बिना ट्रैफिक कैलकुलेशन के बना दिए हैं. जिसका खामियाजा शहर की जनता भुगत रही है और बड़े-बड़े चौराहों पर घंटों तक लोग जाम में फंसे रहते हैं.

गुंजल को लगता है कि धारीवाल तो गए: गुंजल ने आगे कहा- पूरे शहर में चर्चा है कि मंत्री धारीवाल की कुर्सी जाने वाली है, दिवाली तक मंत्री रहेंगे या नहीं ये भरोसा नहीं है इसीलिए आनन-फानन में लोकार्पण की जल्दबाजी लग रही है. जबकि इन कामों को व्यवस्थित किया जाना चाहिए. चौराहे एक्सीडेंटल जोन बन गए हैं. उन्हें दुरुस्त किया जाना चाहिए. ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं के पॉइंट खड़े कर दिए गए हैं. कमीशन खोरी के चलते सत्यानाश कर दिया है. कहीं वियतनाम के पत्थर लगाए जा रहे हैं. जिनकी जगह मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति भी नहीं हुई है. इसके साथ ही उन्होंने पत्र भी मंत्री शांति धारीवाल को भी भेज दिया है. जिसमें कहा है कि 40 लोगों की हादसे में मौत हो गई और इसके बावजूद भी शहर का ट्रैफिक रेंग कर चल रहा है.

पढ़ें-इस बार 40% गिरेगा लहसुन का रकबा, अच्छी क्वालिटी और कम उत्पादन से बढ़ेगी किसानों की आय

ये भी पढ़ें-कोटा में रिवरफ्रंट के चार हिस्सों को किया जाएगा शुरू, 21 अक्टूबर को 646 करोड़ के कार्यों का होगा लोकार्पण

बाबा चौराहे के डिजाइन पर आपत्ति: घोड़े वाला बाबा सर्किल के बड़े होने का मुद्दा भी भाजपा नेता ने उठाया. इसके साइज को असुविधा का कारण बताया. आगे बोले कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने हीं डिजाइन बदलने की बात कही थी. हालांकि अभी बिना डिजाइन बदले ही इसको शुरू किया जा रहा है. बिना ट्रैफिक लाइट का शहर बनाने की बात कहीं जा रही थी, लेकिन यहां पर बिना लाल बत्ती के ही पुलिस यातायात को रोकती है और बारी-बारी से यातायात वाहनों को जाम के बीच निकाला जाता है.

फंसते हैं सैकड़ों वाहन: पॉलिटेक्निकल कॉलेज के नजदीक बन रहे नए सर्किल का भी निर्माण नहीं हुआ है. यहां पर धान मंडी जाने वाला रास्ता बंद हो गया है. ऐसे में वहां पर यातायात जाम जैसी स्थिति बनी रहती है. हालात ऐसे हो जाते हैं कि यहां से लगने वाला जाम एरोड्रम अंडरपास तक लग जाता है, और कभी-कभी तो यह घोड़े वाले बाबा चौराहे तक भी पहुंच जाता है. जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग और वाहन फंसे रहते हैं. इसी तरह से विवेकानंद सर्किल पर एकतरफा यातायात कर दिया गया है. ऐसे में कुन्हाड़ी के तरफ से आने वाले व्यक्ति को अग्रसेन चौराहे जाने के लिए पहले महर्षि नवल सर्किल होकर जाना होगा. साथ ही अग्रसेन चौराहे से स्टेशन की तरफ जाने वाले व्यक्ति को भी विवेकानंद सर्किल नवल सर्किल होते हुए ही जाना. इसका विरोध नयापुरा चौराहा और आसपास के इलाके के व्यापारी कर रहे हैं.

कोटडी व महाराणा प्रताप सर्किल पर काम बाकी: गोबरिया बावड़ी अंडरपास पर सीवेज का पानी आ जाने के चलते दोबारा सीसी सड़क को खोदकर निर्माण करवाया गया है. हालांकि अभी सीपेज का पानी नहीं आया है, लेकिन अभी अंडरपास को दोबारा से चालू भी नहीं किया गया है. इसी तरह से महाराणा प्रताप फ्लाईओवर पर भी कुछ कार्य बाकी है ऐसे में उसे भी अभी शुरू नहीं किया गया है, लेकिन इनका भी लोकार्पण इस समारोह के जरिए होगा. कोटडी ग्रेड सेपरेटर का भी निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है, ट्राफिक ऊपर से शुरू कर दिया है लेकिन ग्रेड सेपरेटर के नीचे से यातायात शुरू नहीं हुआ है.

इन कार्यों का होगा लोकार्पण और शिलान्यास:

  • सिटी मॉल फ्लाईओवर 47 करोड़
  • अंटाघर अंडरपास 29 करोड़
  • एरोड्रम अंडरपास 50 करोड़
  • गोबरिया बावड़ी अंडरपास 31 करोड़
  • कोटडी ग्रेड सेपरेटर 10 करोड़
  • अनंतपुरा फ्लाईओवर 65 करोड़
  • इंदिरा गांधी फ्लाईओवर 57 करोड़
  • महाराणा प्रताप फ्लाईओवर 42 करोड़
  • गुमानपुरा मल्टी लेवल पार्किंग 17 करोड़ जयपुर गोल्डन मल्टी लेवल पार्किंग 12 करोड़
  • जेके लोन अस्पताल ओपीडी व इनडोर ब्लॉक 50 करोड़
  • एमबीएस अस्पताल ओपीडी ब्लॉक 40 करोड़
  • विवेकानंद चौराहा हेरिटेज स्ट्रीट 33 करोड़
  • अदालत चौराहा 8 करोड़
  • जेबीडी सर्किल त्रिमूर्ति 4.60 करोड़
  • घोड़े वाला बाबा चौराहा 13 करोड़
  • गवमेंट कॉलेज ऐतिहासिक इमारत व सुभाष लाइब्रेरी 10 करोड़
  • 495 करोड़ से कोटा शहर की सड़कें और 80 करोड़ से स्टेशन से नेहरू पार्क तक सड़क निर्माण.
  • बालिता सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट 62 करोड़
  • 68 करोड़ से एमबीएस अस्पताल में डीलक्स वार्ड का निर्माण का शिलान्यास
Last Updated : Oct 21, 2022, 10:04 AM IST
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