कोटा. वन विभाग के कर्मचारियों की ओर से ट्रेंकुलाइज करने के लिए सारे तौर तरीके अपनाए जा रहे है. विभाग की ओर से पैंथर को पकड़ने के लिए कभी पिंजरे तो कभी कैमरे लगाए जा रहे है. जहां मूवमेंट की सूचना मिलती है उस क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी जाती है. रेलवे वर्कशॉप में भी सूचना के बाद जेसीबी की सहायता से पिंजरा लगा दिया गया है. साथ ही इस क्षेत्र में 5 कैमरों से निगरानी की जा रही है.
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जानकारी के मुताबिक पिछले कई दिनों से मूवमेंट तथा जानवरों का शिकार कर रहे पैंथर के पिछले तीन दिनों से कोई पगमार्क नहीं मिले है. इसके लिए वनकर्मियों ने आज भी माला रोड़ क्षेत्र, भदाना, रंगपुर तथा रेलवे कॉलोनी क्षेत्र में कॉम्बिंग की. लेकिन पैंथर का कोई सुराग नहीं मिला. टीम के साथ स्थानीय क्षेत्र के वालियन्टरों ने भी काफी खोजबीन की पर कोई फायदा नहीं हुआ. आर्मी क्षेत्र में आज सुबह सूचना के बाद वनकर्मियों में हडकंप मच गया. वनकर्मियों को सुबह 4 बजे पैंथर के दीवार लांघकर कूदने की सूचना मिली थी. इसके बाद पूरे क्षेत्र में इसको तलाश भी किया लेकिन पता नहीं चल सका है.
क्षेत्र में पिछले तीन-चार दिनों से पैंथर का मूवमेंट नजर नहीं आने से डीएफओ जोधराज सिंह हाड़ा उसके यहां से लौटने का अनुमान लगा रहे है. उनका मानना है कि पैंथर संभवत: थर्मल क्षेत्र से आया है. यह पटरी के सहारे या मालगाड़ी के डिब्बे में बैठकर आया होगा. पिछले तीन-चार दिनों से उसका मूवमेंट नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में वह वापस लौट सकता है.
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