कोटा. जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस स्टूडेंट्स के अलावा नर्सिंग स्टूडेंट्स को भी कोरोना संक्रमण वार्डों में मरीजों की देखरेख के लिए लगाया गया है. ऐसे में उन्होंने शनिवार को प्रिंसिपल डॉ. विजय सरदाना से मुलाकात की.
जिसपर स्टूडेंट्स का कहना है कि उन्हें मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अलावा कोविड केयर सेंटर में मरीजों की देखरेख के लिए लगाया गया है. जहां उन्हें पीपीई किट, ग्लब्स और एन 95 मास्क नहीं दिए जा रहे हैं. जिससे संक्रमण का खतरा बना हुआ है.
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इससे पहले भी कई छात्र संक्रमित हो चुके हैं. वहीं, सुरक्षा की दृष्टि से काम में आने वाले पीपीई किट, मास्क और ग्लब्स नहीं मिलने की शिकायत सीएएचओ और कलेक्टर को भी कर चुके हैं. इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई है. इसके अलावा कोविड केयर सेंटर के प्रभारी इंचार्ज को भी इसके लिए अवगत करा दिया गया है.
कोविड केयर सेंटर में लग रहे इंचार्ज का कहना है कि इनको चार दिन में एक बार पीपीई किट और एन 95 मास्क दिया जाता है, क्योंकि इनकी अभी कमी बनी हुई है. इसके अलावा ग्लब्स और सर्जिकल मास्क काउंटर पर रखे हुए हैं. इनकी कोई कमी नहीं है.
कोटा यूनिवर्सिटी के कोविड केयर सेंटर में शांति के लिए किया गया हवन
कोटा यूनिवर्सिटी में चिकित्सा विभाग और निजी कोचिंग संस्थान की ओर से चलाए जा रहे कोविड सेंटर में मरीजों को आध्यात्मिक माहौल में इलाज पूरे प्रदेश में एक अलग पहचान बना रहा है. यहां पर भर्ती होने वाले मरीजों को दवाओं के साथ सुबह में संगीतमय योगा करवाया जाता है. साथ ही शाम को संध्या आरती की जाती है. जिससे भर्ती कोविड मरीजों को एक अलग ऊर्जा मिलती है.