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कोटा मेडिकल कॉलेज अधीक्षक का आदेश, कहा- मेरी अनुमति बिना नए कोरोना मरीजों को भर्ती ना करें - Rajasthan News

कोटा मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में नए कोरोना मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी गई है. अब उन्हीं संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जाएगा, जिनको अधीक्षक अनुमति देंगे. इसके लिए बाकायदा एक पत्र भी अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील ने जारी किया है.

Kota News, कोटा मेडिकल कॉलेज
कोटा मेडिकल कॉलेज अधीक्षक का नया आदेश
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Published : Apr 24, 2021, 11:37 AM IST

कोटा. मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में अब बिना अधीक्षक की अनुमति के नए कोरोना मरीज भर्ती नहीं हो सकेंगे. इसके लिए अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील ने एक पत्र जारी किया है. जिसमें अस्पताल में मरीज नहीं भर्ती करने के पीछे ऑक्सीजन और इंजेक्शन की कमी का हवाला दिया गया है.

एक तरह कोविड महामारी में सांसों के लिए मोहताज हो चुका इंसान बड़ी उम्मीद लिए मेडिकल कॉलेज के नए हॉस्पिटल का रुख कर रहा है लेकिन वहां पर अब नए कोविड मरीजों को भर्ती करने पर पाबंदी लगा दी गई है. पत्र में साफ-साफ लिखा है कि 'कोविड महामारी की पहली लहर से ज्यादा दूसरी लहर खतरनाक है. अस्पताल में ऑक्सीजन की डिमांड के अनुरूप आपूर्ति नहीं हो रही है. इसलिए कोविड के मरीजों को बिना अधीक्षक की अनुमति के इनडोर में भर्ती नहीं किया जाए'. इस निर्णय के बाद अब सबसे बड़ी परेशानी मरीजों और उनके परिजनों के सामने खड़ी हो गई है. आखिर अब वो मरीज को लेकर परिजन कहां जाए.

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आदेश की कॉपी

यह भी पढ़ें. COVID-19 : जानें राजस्थान के प्रमुख शहरों में कितने खाली बचे हैं ऑक्सीजन बेड, ICU और वेंटिलेटर्स

कोटा की बात की जाए तो अब लगातार मेडिकल फैसिलिटी तो बढ़ाई जा रही है लेकिन ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होने के चलते ऑक्सीजन बेड नहीं बढ़ाए जा सकते हैं. कोटा मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल की बात की जाए तो वहां पर 520 मरीज भर्ती हैं. इनमें तीन सौ पॉजिटिव और 220 नेगेटिव मरीज हैं. वहीं 435 मरीज ऑक्सीजन पर है. इसके अलावा एनआईवी पर 55 और वेंटिलेटर सपोर्ट पर 2 मरीज हैं. साथ ही 115 मरीजों को इंसेंटिव केयर यूनिट में भर्ती की रखा गया है. अस्पताल में लगभग पूरी व्यवस्था ऑक्सीजन की कमी के चलते ठप है.

कोटा. मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में अब बिना अधीक्षक की अनुमति के नए कोरोना मरीज भर्ती नहीं हो सकेंगे. इसके लिए अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील ने एक पत्र जारी किया है. जिसमें अस्पताल में मरीज नहीं भर्ती करने के पीछे ऑक्सीजन और इंजेक्शन की कमी का हवाला दिया गया है.

एक तरह कोविड महामारी में सांसों के लिए मोहताज हो चुका इंसान बड़ी उम्मीद लिए मेडिकल कॉलेज के नए हॉस्पिटल का रुख कर रहा है लेकिन वहां पर अब नए कोविड मरीजों को भर्ती करने पर पाबंदी लगा दी गई है. पत्र में साफ-साफ लिखा है कि 'कोविड महामारी की पहली लहर से ज्यादा दूसरी लहर खतरनाक है. अस्पताल में ऑक्सीजन की डिमांड के अनुरूप आपूर्ति नहीं हो रही है. इसलिए कोविड के मरीजों को बिना अधीक्षक की अनुमति के इनडोर में भर्ती नहीं किया जाए'. इस निर्णय के बाद अब सबसे बड़ी परेशानी मरीजों और उनके परिजनों के सामने खड़ी हो गई है. आखिर अब वो मरीज को लेकर परिजन कहां जाए.

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कोटा की बात की जाए तो अब लगातार मेडिकल फैसिलिटी तो बढ़ाई जा रही है लेकिन ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होने के चलते ऑक्सीजन बेड नहीं बढ़ाए जा सकते हैं. कोटा मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल की बात की जाए तो वहां पर 520 मरीज भर्ती हैं. इनमें तीन सौ पॉजिटिव और 220 नेगेटिव मरीज हैं. वहीं 435 मरीज ऑक्सीजन पर है. इसके अलावा एनआईवी पर 55 और वेंटिलेटर सपोर्ट पर 2 मरीज हैं. साथ ही 115 मरीजों को इंसेंटिव केयर यूनिट में भर्ती की रखा गया है. अस्पताल में लगभग पूरी व्यवस्था ऑक्सीजन की कमी के चलते ठप है.

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