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एमबीएस अस्पताल की घोर लापरवाही, गहरे घावों में जीवाणु फिर भी नहीं किया उपचार - rajasthan

कोटा जिले के एमबीएस अस्पताल में एक बार फिर बेसहारा और लावारिस के इलाज में कोताही का मामला सामने आया है. जहां, डॉक्टर्स ने मरीज को लावारिस मानकर उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया.

एमबीएस अस्पताल की घोर लापरवाही
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Published : Jul 12, 2019, 11:53 PM IST

कोटा. एमबीएस अस्पताल में एक बार फिर बेसहारा और लावारिस के इलाज में कोताही का मामला सामने आया है. जिसमें भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया क्षेत्र के केशुविलास निवासी एक महिला का 3 दिन से सही उपचार नहीं किया गया.

बता दें, अस्पताल प्रशासन की लापरवाही है कि महिला की रीड की हड्डी टूटी हुई है. उसके कमर पर गहरे घाव हैं, इन घावों में मवाद के चलते कीड़े पड़ गए हैं. इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन ने उसे लावारिस मानकर शुक्रवार को डिस्चार्ज कर दिया और अपना घर आश्रम के सुपुर्द कर दिया. जहां पर अपना घर आश्रम की नर्सिंग टीम उसका उपचार में जुटी हुई है.

एमबीएस अस्पताल की घोर लापरवाही

वहीं, 20 वर्षीय घायल महिला पूनम राजावत का कहना है कि उसकी शादी भूपेंद्र सिंह के साथ हुई थी. उसके पति की अनुपस्थिति में ससुर दिलीप सिंह शराब के नशे में छेड़खानी करता था. ऐसे में एक बार इस तरह की छेड़खानी करने पर उसने शोर किया. इस बात का गांव वालों को पता नहीं चले, इसके चलते उसके ससुर दिलीप सिंह और दादी सास प्रेम कंवर ने उसे छत से नीचे गिरा दिया. नीचे गिरने से उसकी रीड की हड्डी टूट गई.

हालांकि, उसके ससुराल पक्ष के लोगों ने अहमदाबाद में उसका इलाज कराया, लेकिन वह ठीक नहीं हुई. जिसके बाद थाने में ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने समझौता करवाकर मामले को शांत करवा दिया. अब उसकी हालत नहीं सुधारी तो पति उसे जयपुर में छोड़ आया. जहां उसका उपचार नहीं होने के कारण शरीर पर गहरे घाव हो गए. इस बात का पता चलने पर कोटा निवासी चाचा ससुर ने एमबीएस में भर्ती करवा दिया और उसे छोड़कर चले आए.

बताया जा रहा है कि पिछले 3 दिन एमबीएस अस्पताल में भर्ती रहने के बावजूद उसका ठीक से इलाज नहीं किया गया. ऐसे में चिकित्सकों ने शुक्रवार को लावारिस मानकर अपना घर आश्रम के सुपुर्द कर दिया. जबकि महिला के कमर पर गहरे घाव की वजह से जीवाणु पड़ गए हैं. ऐसे में अपना घर आश्रम की नर्सिंग टीम उसका उपचार कर रही है.

अपना घर आश्रम के सचिव मनोज जैन आदिनाथ का कहना है कि एमबीएस अस्पताल में महिला को पूरा उपचार नहीं मिला है. आश्रम की टीम जब उसे लेने गई तो पहले से ही उसका डिस्चार्ज बनाया हुआ था. जब आश्रम में लेकर आए तो उसके शरीर से रक्त स्राव हो रहा था. रीढ़ की हड्डी टूटी हुई है, गहरे घाव हैं, जिनमें जीवाणु लगे हुए हैं. ऐसे में उन्होंने मांग की है कि अस्पताल में दोबारा पूनम को भर्ती करवाया जाए. साथ ही पूरा इलाज उसका हो.

कोटा. एमबीएस अस्पताल में एक बार फिर बेसहारा और लावारिस के इलाज में कोताही का मामला सामने आया है. जिसमें भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया क्षेत्र के केशुविलास निवासी एक महिला का 3 दिन से सही उपचार नहीं किया गया.

बता दें, अस्पताल प्रशासन की लापरवाही है कि महिला की रीड की हड्डी टूटी हुई है. उसके कमर पर गहरे घाव हैं, इन घावों में मवाद के चलते कीड़े पड़ गए हैं. इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन ने उसे लावारिस मानकर शुक्रवार को डिस्चार्ज कर दिया और अपना घर आश्रम के सुपुर्द कर दिया. जहां पर अपना घर आश्रम की नर्सिंग टीम उसका उपचार में जुटी हुई है.

एमबीएस अस्पताल की घोर लापरवाही

वहीं, 20 वर्षीय घायल महिला पूनम राजावत का कहना है कि उसकी शादी भूपेंद्र सिंह के साथ हुई थी. उसके पति की अनुपस्थिति में ससुर दिलीप सिंह शराब के नशे में छेड़खानी करता था. ऐसे में एक बार इस तरह की छेड़खानी करने पर उसने शोर किया. इस बात का गांव वालों को पता नहीं चले, इसके चलते उसके ससुर दिलीप सिंह और दादी सास प्रेम कंवर ने उसे छत से नीचे गिरा दिया. नीचे गिरने से उसकी रीड की हड्डी टूट गई.

हालांकि, उसके ससुराल पक्ष के लोगों ने अहमदाबाद में उसका इलाज कराया, लेकिन वह ठीक नहीं हुई. जिसके बाद थाने में ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने समझौता करवाकर मामले को शांत करवा दिया. अब उसकी हालत नहीं सुधारी तो पति उसे जयपुर में छोड़ आया. जहां उसका उपचार नहीं होने के कारण शरीर पर गहरे घाव हो गए. इस बात का पता चलने पर कोटा निवासी चाचा ससुर ने एमबीएस में भर्ती करवा दिया और उसे छोड़कर चले आए.

बताया जा रहा है कि पिछले 3 दिन एमबीएस अस्पताल में भर्ती रहने के बावजूद उसका ठीक से इलाज नहीं किया गया. ऐसे में चिकित्सकों ने शुक्रवार को लावारिस मानकर अपना घर आश्रम के सुपुर्द कर दिया. जबकि महिला के कमर पर गहरे घाव की वजह से जीवाणु पड़ गए हैं. ऐसे में अपना घर आश्रम की नर्सिंग टीम उसका उपचार कर रही है.

अपना घर आश्रम के सचिव मनोज जैन आदिनाथ का कहना है कि एमबीएस अस्पताल में महिला को पूरा उपचार नहीं मिला है. आश्रम की टीम जब उसे लेने गई तो पहले से ही उसका डिस्चार्ज बनाया हुआ था. जब आश्रम में लेकर आए तो उसके शरीर से रक्त स्राव हो रहा था. रीढ़ की हड्डी टूटी हुई है, गहरे घाव हैं, जिनमें जीवाणु लगे हुए हैं. ऐसे में उन्होंने मांग की है कि अस्पताल में दोबारा पूनम को भर्ती करवाया जाए. साथ ही पूरा इलाज उसका हो.

Intro:पूनम ने आरोप लगाया है कि उसके ससुर और दादी सास ने उसे छत से गिरा दिया. इससे उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई है. अब पूनम चलने की स्थिति में भी नहीं है.


Body:कोटा.
एमबीएस अस्पताल में एक बार फिर बेसहारा और लावारिस के इलाज में कोताही का मामला सामने आया है. जिसमें भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया क्षेत्र के केशुविलास निवासी एक महिला का 3 दिन से सही उपचार नहीं किया गया. अस्पताल प्रशासन की लापरवाही है कि महिला की रीड की हड्डी टूटी हुई है. उसके कमर पर गहरे घाव है, इन घावों में मवाद के चलते कीड़े पड़ गए हैं. इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन ने उसे लावारिस मानकर आज डिस्चार्ज कर दिया और अपना घर आश्रम के सुपुर्द कर दिया. जहां पर अपना घर आश्रम की नर्सिंग टीम उसका उपचार में जुटी हुई है.


20 वर्षीय घायल महिला पूनम राजावत का कहना है कि उसकी शादी भूपेंद्र सिंह के साथ हुई थी. उसके पति की अनुपस्थिति में ससुर दिलीप सिंह शराब के नशे में छेड़खानी करता था. ऐसे में एक बार इस तरह की छेड़खानी करने पर उसने शोर किया. इस बात का गांव वालों को पता नहीं चले, इसके चलते उसके ससुर दिलीप सिंह व दादी सास प्रेम कंवर ने उसे छत से नीचे गिरा दिया. नीचे गिरने से उसकी रीड की हड्डी टूट गई. उसके ससुराल पक्ष के लोगों ने अहमदाबाद में उसका इलाज कराया, लेकिन वह ठीक नहीं हुई थाने में ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने समझौता करवा कर मामले को शांत करवा दिया. अब उसकी हालत नहीं सुधार हुई तो पति उसे जयपुर में छोड़ आया. जहां उसका उपचार नहीं होने के कारण शरीर पर गहरे घाव हो गए. इस बात का पता चलने पर कोटा निवासी चाचा ससुर ने एमबीएस में भर्ती करवा दिया और उसे छोड़कर चले.


Conclusion:गत 3 दिन एमबीएस अस्पताल में भर्ती रहने के बावजूद उसका ठीक से इलाज नहीं किया. साथियों से आज लावारिस मानकर अपना घर आश्रम के सुपुर्द कर दिया. जबकि महिला के कमर पर गहरे घावों में जीवाणु पड़ गए हैं. ऐसे में अपना घर आश्रम की नर्सिंग टीम उसका उपचार कर रही है.
अपना घर आश्रम के सचिव मनोज जैन आदिनाथ का कहना है कि एमबीएस अस्पताल में महिला को पूरा उपचार नहीं मिला है. आश्रम की टीम जब उसे लेने गई तो पहले से ही उसका डिस्चार्ज बनाया हुआ था. जब आश्रम में लेकर आए तो उसके शरीर से रक्त स्राव हो रहा था. रीढ़ की हड्डी टूटी हुई है, गहरे घाव है. जिनमें जीवाणु लगे हुए हैं. ऐसे में उन्होंने मांग की है कि अस्पताल में दोबारा पूनम को भर्ती करवाया जाए. साथ ही पूरा इलाज उसका हो.


पैकेज में बाइट का क्रम

बाइट-- पूनम कंवर, पीड़ित महिला
बाइट-- मनोज जैन आदिनाथ, सचिव, अपना घर आश्रम कोटा
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