कोटा. शहर में बुधवार शाम आरएसएस से जुड़े एक पदाधिकारी पर जानलेवा हमला करने के मामले में गुरुवार को तनाव जैसी स्थिति हो गई. हालांकि पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो अन्य फरार हैं.
वहीं पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद उनके बेटे संदीप गुप्ता ने भाजपा और आरएसएस पदाधिकारियों के साथ 2 दिन पहले जश्न मनाया था. इसी जश्न के विरोध में कुछ युवाओं ने उस पर जानलेवा हमला किया. लेकिन पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों में विवाद बाइक खड़ी करने को लेकर हुआ था.
परिजनों ने जो रिपोर्ट दी है उसके आधार पर जांच शुरू कर दी गई है. गुप्ता का झालावाड़ अस्पताल के आईसीयू में उपचार चल रहा है. इस मामले को लेकर गुरुवार को रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर अपने समर्थकों के साथ दोपहर 1 बजे नारेबाजी करते हुए थाने पहुंचे.
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उन्होंने थाने और पुलिस अधिकारियों का घेराव किया. विधायक दिलावर ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि अनुच्छेद 370 हटना एक ऐतिहासिक फैसला है, इस पर पूरा हिंदुस्तान जश्न मना रहा है फिर रामगंजमंडी के कुछ असामाजिक तत्व सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ना चाहते हैं. ऐसे आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.
दिलावर ने चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा और बाजार बंद कराए जाएंगे. पुलिस अधिकारियों ने विधायक दिलावर को आश्वस्त किया कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द उनकी गिरफ्तारियां हो जाएगी.
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वहीं विधायक दिलावर ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि पिड़ावा में हुई घटना को लेकर असामाजिक तत्वों ने रामगंजमंडी को भी टारगेट किया और आरएसएस पदाधिकारी संदीप गुप्ता पर हमला करवाया है. दिलावर ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन का रुख अख्तियार करेंगे. पुलिस अधिकारियों ने विधायक दिलावर को आश्वस्त किया है कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द उनकी गिरफ्तारियां हो जाएगी.