रामगंजमंडी (कोटा). किसान पहले ही कोरोना महामारी में अपनी फसलों के दामों में भारी गिरावट को लेकर परेशान है. वहीं रविवार को उपखण्ड क्षेत्र में टिड्डी दल का प्रवेश हो गया है. टिड्डी दल का क्षेत्र में दूसरी बार प्रवेश हुआ है. इससे पहले टिड्डी दल का 21 मई को प्रवेश हुआ था, तब किसानों ने अपनी फसलों को बचाने के लिए बर्तन, ढोल नगाड़ों से भागने का प्रयास किया था, लेकिन तब टिड्डियों का दल छोटा था. रविवार शाम को कोटा से दरा पहाड़ियों के होते हुए चेचट क्षेत्र में प्रवेश किया. टिड्डियों का दल 400 हेक्टेयर एरिया में फैल गया है.
वहीं सूचना पर एसडीएम चिमनलाल मीणा, तहसीलदार राजेंद्र प्रसाद शर्मा सहित कृषि विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. वहीं कृषि विभाग सांगोद सहायक निदेशक हरगोविंद मेघवाल ने बताया कि टिड्डी दल का रात 8 बजे सालेड़ा कलां में रात के समय पड़ाव रहा. विभाग ने सतर्कता बरतते हुए 5 ट्रैक्टर स्प्रे मशीन, दमकल वाहन के साथ 3 मशीन केंद्रीय सरकार टीम द्वारा 200 लीटर मेलाथियोन छिड़काव करवाया.
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साथ ही 25 लीटर क्लोरोपायरीफॉस, 50 ईसी दवा रात 11 बजे से सुबह 9 बजे तक छिड़कवाया. लगभग 12 करोड़ टिड्डियों में से 60 प्रतिशत टिड्डियों को मौके पर नष्ट किया गया. वहीं, सोमवार को सुबह 8 बजे दमकल गाड़ी में 4 हजार लीटर पानी में दवा मिलाकर टिड्डियों को मार गिराया. टिड्डियों ने क्षेत्र की 250 हेक्टेयर जमीन फसल, बगीचे पर नुकसान किया. नुकसान में टिड्डियों का प्रकोप पत्तियों पर ही रहा.
विभाग ने सफल ऑपरेशन कर टिड्डियों पर काबू पाया. वहीं टिड्डियों का बचा हुआ दल मध्यप्रदेश की तरफ रुख कर गया. मौके पर कृषि विभाग कोटा संयुक्त निदेश डॉ. रामावतार शर्मा, सहायक कृषि अधिकारी रामसागर मीणा और 15 कृषि परिवेक्षक की टीमें मौजूद रहीं.