बूंदी. जिले के हिंडोली थाना इलाके में कुछ लोगों की मारपीट के चलते गंभीर रूप से घायल हुए ट्रैक्टर चालक हरि सिंह की जयपुर के एसएमएस अस्पताल में शुक्रवार को मौत हो गई. इस मामले में स्थानीय लोगों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और उन्होंने आरोप लगाया है कि बजरी माफियाओं ने हरी सिंह के साथ मारपीट की थी. इस आरोप के साथ मृतक के परिजनों और स्थानीयों ने शव को एंबुलेंस में रख शुक्रवार रात को विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. इन लोगों ने नेशनल हाइवे 52 के नजदीक से हिंडौली आने वाले मार्ग को जाम कर दिया था. इसके बाद यह लोग देर रात से ही हिंडौली थाने के बाहर धरना देकर बैठ हुए है. इनमें बीजेपी नेता ओम धगाल और सीपी गुर्जर सहित कई लोग शामिल है.
प्रदर्शनकारियों ने हरि सिंह के अंतिम संस्कार नहीं करने की घोषणा कर दी है. इन लोगों की मांग है कि मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए. इसके साथ ही उसकी पत्नी को सरकारी नौकरी और बच्चों को पालनहार योजना से जोड़कर उनके जीवन निर्वाह को आसान बनाया जाए. साथ ही बजरी माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. हत्या का प्रकरण दर्ज करने की मांग भी की जा रही है.
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इस मामले में प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि 16 मार्च के दिन हरि सिंह अपने घर के उपयोग के लिए रॉयल्टी पैड बजरी ट्रैक्टर में लेकर आया था. इसके बावजूद भी उसके साथ बजरी माफियाओं ने मारपीट की और उसी के ट्रैक्टर के नीचे उसे कुचल दिया. इस मामले में 18 मार्च को हिंडोली थाने में मुकदमा भी दर्ज हो गया था. हालांकि पुलिस ने एक माह बाद भी उसकी शिकायत पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की. मृतक हरि सिंह के बयान भी नहीं लिए गए. साथ ही किसी भी तरह की कोई कार्रवाई हिंडोली पुलिस ने नहीं की. उन्होंने आरोप लगाया है कि प्रशासन और पुलिस सब बजरी माफियाओं से मिले हुए हैं.