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कोटा के इटावा में सरपंच की मेहनत से मंडावरा पंचायत की कायाकल्प बदला - मंडावरा पंचायत

ग्रामीण विकास की धुरी गांव के सरपंच के इर्द-गिर्द ही धूमती है, लेकिन आज के दौर में गांवो में ऐसे सरपंच भी नहीं मिलते है, जो मेहनत और लगन के साथ अपनी पंचायत को विकास में आगे बढ़ाने का माद्दा रखता हो. एक ऐसी पंचायत की कहानी जो अन्य से अलग ही बयां करती है.

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सरपंच की मेहनत से मंडावरा पंचायत की कायाकल्प बदला
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Published : Dec 14, 2019, 11:36 AM IST

इटावा (कोटा). उन्नति और विकास का पहला पथ अगर गांव बने, तो वह राष्ट्र बहुत जल्द विकास की ओर अग्रसर होता है. वर्तमान हालातों के मध्यनजर, भारत विकास शील से विकसित राष्ट्र की श्रैणी में आने के लिए तेजी से अपने कदम बढ़ा रहा है. ऐसे में अगर ग्रामीण परिवेश के विकास की बात की जाए, तो यह सारा जिम्मा होता है वहां के सरपंच का. ग्रामीण विकास की धुरी गांव के सरपंच के इर्द-गिर्द ही धूमती नजर आती है. लेकिन आज के दौर में गांवो में ऐसे सरपंच भी नहीं मिलते है, जो मेहनत और लगन के साथ अपनी पंचायत को विकास में आगे बढ़ाने का माद्दा रखता हो.

सरपंच की मेहनत से मंडावरा पंचायत की कायाकल्प बदला

बदलते परिवेश के साथ हर व्यक्ति केवल अपना विकास चाहता है, न की गांव और वार्ड का, लेकिन एक ऐसी ग्राम पंचायत की तस्वीर भी दिखता है, जहां विकास के पथ का पहिया इस कदर चला है कि यहां के लोग अब कहने लगे है कि सरपंच हो तो ऐसा, जिसने गांव के साथ हर वर्ग के व्यक्ति को साथ लिया और विकास करवाया. यह कहानी है, मंडावरा ग्राम पंचायत के विकास की तस्वीर का, जो स्थानीय सरपंच बजरंगलाल नागर उर्फ काका के सार्थक प्रयासो का परिणाम है.

बताया जा रहा है कि स्थानीय सरपंच के प्रयासो से शौचालयो का निर्माण, सीसी सड़को का निर्माण, विद्यालयों का विकास, ग्राम पंचायत कार्यलय का कायाकल्प, 11 केवी जीएसएस, प्रधानमंत्री आवासीय योजना से ग्रामीणों को लाभावंत्ति करवाने, सामुदायिक भवन के अलावा हर वर्ग के व्यक्ति को साथ लेकर चलना और जरूरत मंद की मदद करने, जैसे कार्यो ने सरपंच काका की मंडावरा में छाप छोड़ी है. जिसके परिणाम स्वरूप मंडावरा को खुले में शौच मुक्ति के मामले में राज्य स्तर पर सम्मानित भी किया जा चुका है.

यह भी पढ़ें- सांगोद में एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

लेकिन सरपंच काका को अपने क्षेत्र से निकल रहे दुदु-नैनवा स्टेट हाइवे 37A पर सीसी सड़क या डामरीकरण करवाने में असफल रहने का मलाल भी है. जिसका मुख्य कारण रहा कि यह घड़ियाल क्षेत्र होने के कारण इसका निर्माण करवाने में विधायक सांसदों ने भी अपने हाथ खींच लिए, लेकिन सरपंच बजरंगलाल काका ने अपनी पंचायत क्षेत्र के विकास के पथ पर ले जाने का भरपूर प्रयास किया है. जिसके कारण आज मंडावरा ग्राम विकास की और अग्रसर है.

इटावा (कोटा). उन्नति और विकास का पहला पथ अगर गांव बने, तो वह राष्ट्र बहुत जल्द विकास की ओर अग्रसर होता है. वर्तमान हालातों के मध्यनजर, भारत विकास शील से विकसित राष्ट्र की श्रैणी में आने के लिए तेजी से अपने कदम बढ़ा रहा है. ऐसे में अगर ग्रामीण परिवेश के विकास की बात की जाए, तो यह सारा जिम्मा होता है वहां के सरपंच का. ग्रामीण विकास की धुरी गांव के सरपंच के इर्द-गिर्द ही धूमती नजर आती है. लेकिन आज के दौर में गांवो में ऐसे सरपंच भी नहीं मिलते है, जो मेहनत और लगन के साथ अपनी पंचायत को विकास में आगे बढ़ाने का माद्दा रखता हो.

सरपंच की मेहनत से मंडावरा पंचायत की कायाकल्प बदला

बदलते परिवेश के साथ हर व्यक्ति केवल अपना विकास चाहता है, न की गांव और वार्ड का, लेकिन एक ऐसी ग्राम पंचायत की तस्वीर भी दिखता है, जहां विकास के पथ का पहिया इस कदर चला है कि यहां के लोग अब कहने लगे है कि सरपंच हो तो ऐसा, जिसने गांव के साथ हर वर्ग के व्यक्ति को साथ लिया और विकास करवाया. यह कहानी है, मंडावरा ग्राम पंचायत के विकास की तस्वीर का, जो स्थानीय सरपंच बजरंगलाल नागर उर्फ काका के सार्थक प्रयासो का परिणाम है.

बताया जा रहा है कि स्थानीय सरपंच के प्रयासो से शौचालयो का निर्माण, सीसी सड़को का निर्माण, विद्यालयों का विकास, ग्राम पंचायत कार्यलय का कायाकल्प, 11 केवी जीएसएस, प्रधानमंत्री आवासीय योजना से ग्रामीणों को लाभावंत्ति करवाने, सामुदायिक भवन के अलावा हर वर्ग के व्यक्ति को साथ लेकर चलना और जरूरत मंद की मदद करने, जैसे कार्यो ने सरपंच काका की मंडावरा में छाप छोड़ी है. जिसके परिणाम स्वरूप मंडावरा को खुले में शौच मुक्ति के मामले में राज्य स्तर पर सम्मानित भी किया जा चुका है.

यह भी पढ़ें- सांगोद में एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन

लेकिन सरपंच काका को अपने क्षेत्र से निकल रहे दुदु-नैनवा स्टेट हाइवे 37A पर सीसी सड़क या डामरीकरण करवाने में असफल रहने का मलाल भी है. जिसका मुख्य कारण रहा कि यह घड़ियाल क्षेत्र होने के कारण इसका निर्माण करवाने में विधायक सांसदों ने भी अपने हाथ खींच लिए, लेकिन सरपंच बजरंगलाल काका ने अपनी पंचायत क्षेत्र के विकास के पथ पर ले जाने का भरपूर प्रयास किया है. जिसके कारण आज मंडावरा ग्राम विकास की और अग्रसर है.

Intro:विकास के पथ पर अग्रसर मंडावरा ग्राम पंचायत
स्थानीय सरपंच बजरंग काका बने लोगो मे विकास की नजीर
खुले में शौच मुक्ति को लेकर राज्य स्तर पर मिल चुका है सम्मान
लेकिन स्टेट हाइवे 37A को लेकर सरपंच के प्रयास भी हुए है नाकाम
मंडावरा को अग्रणी पंति में आने में बाधा बना है अधूरा राजमार्ग
चम्बल घड़ियाल क्षेत्र होने के चलते विधायक सांसद के प्रयास भी रहे नाकामBody:उन्नति व विकास का पहला पथ अगर गॉव बने तो वह राष्ट बहुत जल्द विकास की ओर अग्रसर होता है और वर्तमान हालातो के मध्यनजर ,भारत विकास शील से विकसित राष्ट्र की श्रैणी में आने के लिए तेजी से अपने कदम बढ़ा रहा है ।एेसे में अगर ग्रामीण परिवेश के विकास की बात की जाए तो यह सारा जिम्मा होता है वहां के सरपंच का और ग्रामीण विकास की धुरी गॉव के सरपंच के इर्ध गिर्ध ही धूमती नजर आती है लेकिन आज के दौर में गांवो में ऐसे सरपंच भी नही मिलते जो मेहनत व लगन के साथ अपनी पंचायत को विकास में आगे बढ़ाने का माद्दा रखते हो क्योंकि बदलते परिवेश के साथ हर व्यक्ति केवल अपना विकास चाहता है न की गांव व वार्ड का लेकिन हम आज आपको को एक ऐसी ग्राम पंचायत की तस्वीर दिखाने जा रहे है जहाँ विकास के पथ का पहिया इस कदर चला है कि यहां के लोग अब कहने लगे है कि सरपंच हो तो ऐसा जिसने गांव के साथ हर वर्ग के व्यक्ति को साथ लिया और विकास करवाया आइये हम आपको दिखाते है मंडावरा ग्राम पंचायत के विकास की तस्वीर जो स्थानीय सरपंच रहे बजरंगलाल नागर के सार्थक प्रयासो का परिणाम है और इनकी मेहतन का परिणाम है कि मंडावरा ग्राम में ग्रामीण विकास की नई तस्वीर देखने को मिल रही है


साथ ही सुल्तानपुर पंचायत समिति क्षेत्र की अन्य ग्राम पंचायतो के सरपंचो ने भी इनकी प्रेरणा से अपनी पंचायतो में विकास करवाने का प्रयास किया है वही यह बजरंगलाल काका की मेहनत का परिणाम है कि आज मंडावरा पंचायत विकास के रथ पर सवार है


स्थानीय सरपंच के प्रयासो से गौरव पथ को निर्माण , शौचालयो का निर्माण , सीसी सड़को का निर्माण , विद्यालयों का विकास , ग्राम पंचायत कार्यलय का कायाकल्प , 11 केवी जीएसएस , प्रधानमंत्री आवासीय योजना से ग्रामीणो को लाभावंत्ति करवाने , सामुदायिक भवन के अलावा हर वर्ग के व्यक्ति को साथ लेकर चलना और जरूरत मंद की मदद करने जैसे कार्यो ने सरपंच काका की मंडावरा में छाप छोड़ी है जिसके परिणाम स्वरूप मंडावरा को खुले में शौच मुक्ति के मामले में राज्य स्तर पर सम्मान भी पा चुके है

लेकिन सरपंच काका को अपने क्षेत्र से निकल रहे दुदु- नैनवा स्टेट हाइवे 37A पर सीसी सड़क या डामरीकरण करवाने में असफल रहने का मलाल भी है जिसका मुख्य कारण रहा कि यह घड़ियाल क्षेत्र होने के कारण इसका निर्माण करवाने में विधायक सांसदों ने भी अपने हाथ खींच लिए लेकिन सरपंच बजरंगलाल काका ने अपनी पंचायत क्षेत्र के विकास के पथ पर ले जाने का भरपूर प्रयास किया है जिसके कारण आज मंडावरा ग्राम विकास की और अग्रसर हैConclusion:बाइट--01-बजरंगलाल नागर काका सरपंच मंडावरा( सरपंच संघ अध्यक्ष सुल्तानपुर पस.)
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