ETV Bharat / state

Pending Cases in Rajasthan : पेंडेंसी खत्म करने में कोटा ग्रामीण प्रदेश में अव्वल, कोटा शहर फिसड्डी - Rajasthan Hindi News

साल 2022 में कोटा ग्रामीण जिला पेंडेंसी खत्म करने में प्रदेश में सबसे (Kota Rural Tops list of ending Pending Cases) आगे रहा. जबकि कोटा शहर की हालत काफी बुरी है. कोटा संभाग के कई जिले टॉप 10 में शामिल रहे.

list of Less Pendency of Cases in Kota Division
list of Less Pendency of Cases in Kota Division
author img

By

Published : Jan 3, 2023, 7:07 PM IST

पेंडेंसी खत्म करने में कोटा ग्रामीण प्रदेश में अव्वल

कोटा. रेंज आईजी प्रसन्न कुमार खमेसरा ने मंगलावर को बीते साल का लेखा-जोखा मीडिया के सामने (Pending Cases in Rajasthan) रखा. रिपोर्ट के मुताबिक कोटा ग्रामीण जिला पेंडेंसी खत्म करने में पूरे प्रदेश में नंबर वन, जबकि कोटा शहर फिसड्डी रहा है. 43 जिले में कोटा शहर का 33 वां स्थान है.

आईजी खमेसरा ने बताया कि पेंडेंसी खत्म करने में कोटा संभाग के 3 जिले टॉप में रहे (Kota Rural Tops list of ending Pending Cases) हैं. इनमें कोटा ग्रामीण 3.6 फीसदी पेंडेंसी के साथ नंबर एक पर रहा. इसी तरह से कोटा संभाग के बारां और बूंदी जिले टॉप 10 में शामिल रहे. इन जिलों में पेंडेंसी 10 फीसद से कम रही है. जबकि कोटा शहर की पेंडेंसी 23 फीसदी रही है. बीते साल से ये 5 फीसदी कम है.

पढ़ें. Year Ender 2022: इन 4 जिलों में इस साल दर्ज हुए 38 हजार केस, हत्या में अजमेर तो रेप में भीलवाड़ा आगे

आईजी खमेसरा ने कोटा शहर की पेंडेंसी ज्यादा होने पर कहा कि यहां पर काम ज्यादा रहता है. कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी भी पुलिस पर रहती है. कई मेले और त्यौहार भी यहां पर मनाए जाते हैं. इसके अलावा मुकदमे भी यहां पर ज्यादा दर्ज होते हैं. साथ ही पुराने मुकदमे भी काफी पेंडिंग हैं. इस दौरान उन्होंने पुलिस कार्मिकों को 15 जनवरी के आसपास के साप्ताहिक अवकाश की जानकारी भी दी. इसके अलावा बजट में घोषित किए गए सभी पुलिस जिलों में साइबर थानों की शुरुआत भी इस महीने से ही कर दी जाएगी. यहां पर स्टाफ तैनात किया जाएगा.

पढ़ें. देश की अदालतों में करीब साढ़े चार करोड़ मामले पेंडिंग: किरेन रिजिजू

इस बार बीते साल से दोगुने भगोड़े पकड़ में आए : आईजी प्रसन्न कुमार खमेसरा ने बताया कि एनडीपीएस, आर्म्स एक्ट, जुए व सट्टे में भी काफी ज्यादा कार्रवाई इस बार की गई है. वहीं वांछित अपराधी, भगोड़े और स्थाई वारंटी को पकड़ने में भी पुलिस इस बार ज्यादा एक्टिव रही है. साल 2021 की तुलना में 2022 में दोगुनी कार्रवाई की गई है. यहां 2021 में 34000 वांटेड को पकड़ा गया था. 2022 में यह संख्या बढ़कर 75000 हो गई.

पुलिस को सख्ती बरतने के निर्देश : आईजी खमेसरा ने कहा कि पुलिस इंटेलिजेंस को मजबूत करते हुए मादक पदार्थ तस्करी और संगठित अपराधियों पर कार्रवाई करेगी. इसके अलावा महिलाओं, कमजोर वर्ग व नाबालिगों की गुमशुदगी या उन्हें दस्तयाब करने में इस साल एक्टिव रहने के निर्देश उन्हें मिले हैं. वहीं, भूमाफिया व आर्थिक अपराध के मामलों पर भी सख्ती बरतने के लिए कहा है. दुर्घटनाएं रोकने और यातायात को नियंत्रित रखने के लिए भी निर्देशित किया है.

पेंडेंसी खत्म करने में कोटा ग्रामीण प्रदेश में अव्वल

कोटा. रेंज आईजी प्रसन्न कुमार खमेसरा ने मंगलावर को बीते साल का लेखा-जोखा मीडिया के सामने (Pending Cases in Rajasthan) रखा. रिपोर्ट के मुताबिक कोटा ग्रामीण जिला पेंडेंसी खत्म करने में पूरे प्रदेश में नंबर वन, जबकि कोटा शहर फिसड्डी रहा है. 43 जिले में कोटा शहर का 33 वां स्थान है.

आईजी खमेसरा ने बताया कि पेंडेंसी खत्म करने में कोटा संभाग के 3 जिले टॉप में रहे (Kota Rural Tops list of ending Pending Cases) हैं. इनमें कोटा ग्रामीण 3.6 फीसदी पेंडेंसी के साथ नंबर एक पर रहा. इसी तरह से कोटा संभाग के बारां और बूंदी जिले टॉप 10 में शामिल रहे. इन जिलों में पेंडेंसी 10 फीसद से कम रही है. जबकि कोटा शहर की पेंडेंसी 23 फीसदी रही है. बीते साल से ये 5 फीसदी कम है.

पढ़ें. Year Ender 2022: इन 4 जिलों में इस साल दर्ज हुए 38 हजार केस, हत्या में अजमेर तो रेप में भीलवाड़ा आगे

आईजी खमेसरा ने कोटा शहर की पेंडेंसी ज्यादा होने पर कहा कि यहां पर काम ज्यादा रहता है. कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी भी पुलिस पर रहती है. कई मेले और त्यौहार भी यहां पर मनाए जाते हैं. इसके अलावा मुकदमे भी यहां पर ज्यादा दर्ज होते हैं. साथ ही पुराने मुकदमे भी काफी पेंडिंग हैं. इस दौरान उन्होंने पुलिस कार्मिकों को 15 जनवरी के आसपास के साप्ताहिक अवकाश की जानकारी भी दी. इसके अलावा बजट में घोषित किए गए सभी पुलिस जिलों में साइबर थानों की शुरुआत भी इस महीने से ही कर दी जाएगी. यहां पर स्टाफ तैनात किया जाएगा.

पढ़ें. देश की अदालतों में करीब साढ़े चार करोड़ मामले पेंडिंग: किरेन रिजिजू

इस बार बीते साल से दोगुने भगोड़े पकड़ में आए : आईजी प्रसन्न कुमार खमेसरा ने बताया कि एनडीपीएस, आर्म्स एक्ट, जुए व सट्टे में भी काफी ज्यादा कार्रवाई इस बार की गई है. वहीं वांछित अपराधी, भगोड़े और स्थाई वारंटी को पकड़ने में भी पुलिस इस बार ज्यादा एक्टिव रही है. साल 2021 की तुलना में 2022 में दोगुनी कार्रवाई की गई है. यहां 2021 में 34000 वांटेड को पकड़ा गया था. 2022 में यह संख्या बढ़कर 75000 हो गई.

पुलिस को सख्ती बरतने के निर्देश : आईजी खमेसरा ने कहा कि पुलिस इंटेलिजेंस को मजबूत करते हुए मादक पदार्थ तस्करी और संगठित अपराधियों पर कार्रवाई करेगी. इसके अलावा महिलाओं, कमजोर वर्ग व नाबालिगों की गुमशुदगी या उन्हें दस्तयाब करने में इस साल एक्टिव रहने के निर्देश उन्हें मिले हैं. वहीं, भूमाफिया व आर्थिक अपराध के मामलों पर भी सख्ती बरतने के लिए कहा है. दुर्घटनाएं रोकने और यातायात को नियंत्रित रखने के लिए भी निर्देशित किया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.