कोटा. कोचिंग में लगातार बढ़ रहे सुसाइड के मामलों (Kota Increasing Cases of Suicide) को लेकर कोटा शहर पुलिस और प्रशासन भी सतर्क (Kota City Police Alert) है. राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग (National Child Protection Commission) के अध्यक्ष ने भी इस मामले में चिंता जताई है और वह 18 दिसंबर को कोटा आकर यहां की स्थिति की समीक्षा करेंगे. इसके पहले जिला प्रशासन कई दौर की मीटिंग कोचिंग और हॉस्टल संचालकों के साथ कर चुका है. जिसमें मनोचिकित्सकों को भी शामिल थे. दूसरी तरफ पुलिस खुद भी हॉस्टल में जाकर बच्चों से बातचीत कर रही है. साथ ही स्टूडेंट्स से उनकी समस्यों पर चर्चा कर रही है और उनकी समस्याओं को जानने की कोशिश की जा रही है.
सुसाइड में नशीले पदार्थों का भी अहम रोल! : दरअसल, कोटा में सुसाइड के लगातार बढ़ रहे मामलों (Kota Increasing Cases of Suicide) में नशीले पदार्थों (Drugs) का भी अहम रोल माना जा रहा है. इस के बाद पुलिस ने कोचिंग एरिया में सख्ती शुरू कर दी है. इसी क्रम में पुलिस ने एक कदम और उठाते हुए सघन अभियान कोचिंग एरिया में चलाया है. ये अभियान शुक्रवार रात को लैंड मार्क सिटी एरिया में कोटा शहर एसपी केसर सिंह शेखावत के निर्देश (SP Kesar Singh Shekhawat Instructions) पर शुरू किया गया. जिसमें एडिशनल एसपी प्रवीण जैन के नेतृत्व में 18 अधिकारी और 15 थानों का जाप्ता पहुंचा.
पुलिस ने स्टूडेंट्स की समस्या को जाना: इस अभियान के तहत 35 लोगों पर कार्रवाई की गई है. जिनमें 26 लोगों पर शांतिभंग और 9 को शराब पीकर उत्पात मचाने की धाराओं के तहत एक्शन लिया गया है. साथ ही 8 गाड़ियों को भी जब्त (Kota coaching area police action arrested vehicle seized) किया. इनमें एक चार पहिया वाहन शामिल है. इसके अलावा पुलिस अधिकारियों ने हॉस्टल में जाकर भी छात्र-छात्राओं से बातचीत किया. साथ ही उनकी समस्या की जानकारी ली है.
यहां पर चला चेकिंग अभियान: इस दौरान हॉस्टल संज्ञान, हरमीत, गुड होम, मां, देवी, 5 सेल, गैलेक्सी और सुंदरम रेजिडेंसी में जाकर बच्चों से बात की. इसके अलावा लैंडमार्क के हॉस्टल, रेस्टोरेंट, कैफे चाय की थड़ियों को चेक किया गया है.