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कोटा मेडिकल कॉलेज के इंटर्न डॉक्टर्स ने लंबित मांगों को लेकर दी कार्य बहिष्कार की चेतावनी

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Published : May 17, 2021, 7:30 AM IST

कोटा मेडिकल कॉलेज के इंटर्न डॉक्टर्स ने रविवार को मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर प्रदर्शन किया. डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर मांगे नहीं मानी गई तो वे सोमवार से 2 घंटे का कार्य बहिष्कार करेंगे.

Kota hindi news, कोटा मेडिकल कॉलेज
कोटा के इंटर्स डॉक्टर की कार्य बहिष्कार की चेतावनी

कोटा. कोटा मेडिकल कॉलेज में इंटर्न डॉक्टर ने अपनी लंबित मांगों को लेकर कैंडल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया. डॉक्टरों ने स्टाइपेंड नहीं बढ़ने पर काली पट्टी बांध कर विरोध जताया. साथ ही मांगे नहीं मांगी जाने पर 2 घंटे का कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है.

कोटा के इंटर्स डॉक्टर की कार्य बहिष्कार की चेतावनी

राजस्थान इंटर्न डॉक्टर एसोसिएशन की तरफ से डॉ. रिछपाल सिंह खीचड़ ने बताया की पिछले साल सरकार ने इंटर्न डॉक्टर्स को मिलने वाले स्टाइपेंड को 7000 से बढ़ाकर 14 हजार डीए 25 प्रतिशत कोविड इंसेंटिव देने की बात पर सहमति जताई थी. जिसको लेकर एक कमेटी घटित की थी. जिसके अध्य्क्ष डॉ. सुधीर भंडारी, डॉ. ID गुप्ता थे लेकिन सरकार के नकारात्मक रवैये के चलते पिछले 7 महीने से ये मांगों को पूरा नहीं किया गया. इसलिए इंटर्न डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांध के सरकार का विरोध प्रदर्शन किया है.

यह भी पढ़ें. कोटा: सांसद ओम बिरला का नाम लेकर टोल कर्मियों से उलझे युवक, सोशल मीडिया पर Video Viral

उन्होंने कहा कि इंटर्न डॉक्टर्स रोजाना 3 शिफ्ट में 24 घंटे कोरोना काल में काम कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी अपना नकारात्मक रवैया रखते हुए उनका तिरस्कार कर रहे हैं. अगर सरकार मांग नहीं मानती हैं तो मजबूरन इंटर्न डॉक्टर्स को सख्त कदम उठाने पड़ेंगे, जो कि इंटर्न डॉक्टर्स नहीं चाहते. उन्होंने कहा कि सोमवार से कोविड और इमरजेंसी सेवा को छोड़ के इंटर्न और रेजिडेंट डॉक्टर्स 2 घंटे का कार्य बहिष्कार करेंगे.

कोटा. कोटा मेडिकल कॉलेज में इंटर्न डॉक्टर ने अपनी लंबित मांगों को लेकर कैंडल मार्च निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया. डॉक्टरों ने स्टाइपेंड नहीं बढ़ने पर काली पट्टी बांध कर विरोध जताया. साथ ही मांगे नहीं मांगी जाने पर 2 घंटे का कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है.

कोटा के इंटर्स डॉक्टर की कार्य बहिष्कार की चेतावनी

राजस्थान इंटर्न डॉक्टर एसोसिएशन की तरफ से डॉ. रिछपाल सिंह खीचड़ ने बताया की पिछले साल सरकार ने इंटर्न डॉक्टर्स को मिलने वाले स्टाइपेंड को 7000 से बढ़ाकर 14 हजार डीए 25 प्रतिशत कोविड इंसेंटिव देने की बात पर सहमति जताई थी. जिसको लेकर एक कमेटी घटित की थी. जिसके अध्य्क्ष डॉ. सुधीर भंडारी, डॉ. ID गुप्ता थे लेकिन सरकार के नकारात्मक रवैये के चलते पिछले 7 महीने से ये मांगों को पूरा नहीं किया गया. इसलिए इंटर्न डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांध के सरकार का विरोध प्रदर्शन किया है.

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उन्होंने कहा कि इंटर्न डॉक्टर्स रोजाना 3 शिफ्ट में 24 घंटे कोरोना काल में काम कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी अपना नकारात्मक रवैया रखते हुए उनका तिरस्कार कर रहे हैं. अगर सरकार मांग नहीं मानती हैं तो मजबूरन इंटर्न डॉक्टर्स को सख्त कदम उठाने पड़ेंगे, जो कि इंटर्न डॉक्टर्स नहीं चाहते. उन्होंने कहा कि सोमवार से कोविड और इमरजेंसी सेवा को छोड़ के इंटर्न और रेजिडेंट डॉक्टर्स 2 घंटे का कार्य बहिष्कार करेंगे.

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