रामगंजमंडी (कोटा). उपखण्ड में अनंत चतुर्दशी का पर्व गुरुवार को रामगंजमंडी शहर सहित क्षेत्र में उत्साह से मनाया गया. वहीं रिमझिम-रिमझिम बारिश का दौर भी जारी रहा. फिर भी लोगों ने उत्साह से गणपति बप्पा की शोभायात्रा में 'गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ' का नारा लगाकर विदाई दी. बता दें कि शहर में अनंत चतुर्दशी का जुलूस देर रात तक जारी था. वहीं जुलूस में पुलिस प्रशासन के अधिकारियों सहित जवान मौजूद रहे. इसके साथ ही गत दिनों से चल रहे गणेशोत्सव का भी समापन हो गया.
महोत्सव के दौरान श्रद्धालुओं ने व्रत-उपवास भी किए. शहर में कई लोगों ने मिट्टी के गणेश जी बनाकर पूजा-अर्चना की और शहर में विभिन्न मंडलों की ओर से गणेश प्रतिमाएं स्थापित की गई थी. गुरुवार को गणेश जी की शोभायात्रा निकालकर विदाई दी गई. कई मंडलों ने दिन में ही शोभायात्रा निकालकर सुकेत स्थित आहू नदी में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया. वहीं, अधिकांश मंडलों ने रात को शहर में अनंत चतुर्दशी के जुलूस के साथ गणेश प्रतिमाओं की शोभायात्रा निकाली.
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बता दें कि शहर में अनंत चतुर्दशी का जुलूस देर शाम को प्रारंभ हुआ. जुलूस के विभिन्न मंडलों की झांकियां और गणेश प्रतिमाएं पुराने गोवर्धननाथ मंदिर पर पहुंचे. बैंडबाजों और डीजे के साथ निकाले गए जुलूस में सबसे आगे युवक अखाड़े का प्रदर्शन करते चल रहे थे. जुलूस में गणेश जी के रथ के बाद मथुरालालजी के यहां की झांकी थी. इसके बाद विभिन्न मंडलों की गणेश प्रतिमाएं और आकर्षक झांकियां सजाई गई थी.
जुलूस को देखने के लिए शहर के साथ आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. इससे शहर के बाजारों में भारी भीड़ रही. जुलूस का विभिन्न स्थानों पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया. जुलूस शहर में देर रात तक जारी था. समीपवर्ती जुल्मी में अनन्त चतुर्दशी पर विभिन्न मंडलों की ओर से गणेश चतुर्थी से बनाई जा रही झांकियों का शोभायात्रा के साथ समापन हुआ. इसी के साथ प्रतिमाओं का भी सुकेत की आहु नदी में विसर्जन किया गया. कस्बे में कई मंडलों की ओर से विभिन्न स्थानों पर गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना कर दस दिन तक आकर्षक झांकियां बनाई गई थी. गुरुवार को अनन्त चतुर्दशी पर सभी प्रतिमाओं को शोभायात्रा के साथ पूरे गांव में भ्रमण कराया गया. शोभायात्रा में युवक और महिलाएं नाचते हुए जाते नजर आए.
जसोल में राज्य स्तरीय रात्रि जागरण में हजारों भक्तों ने भोर तक बांधा समां...
जसोल में भाद्रपद त्रयोदशी को माजीसा मित्र मंडल जसोल की ओर से एस .एन. वोहरा राजकीय विद्यालय में राज्य स्तरीय एक शाम जसोल मांजीसा के नाम भजन संध्या आयोजित की गई. पं. राजू महाराज जसोल के सान्निध्य में मन्दिर से ज्योत लाई गई. जागरण में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया. माजीसा की आरती से तेजाराम दमामी ने भजन संध्या की शुरुआत की और गायक प्रकाश माली ने गजानंद वंदना, गुरु वंदना, माजीसा री चूनड़ी, तेरस री रात, मेहंदी माजीसा रे मन भाय, माजीसा आज थाने आणो हैं, आदि भजनों की सुंदर प्रस्तुतियां दी.
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इस दौरान माता राणी भटियाणी कथा की प्रस्तुति पर श्रद्धालु झूम उठे. गायिका आशा वैष्णव ने आवो पधारो म्हारा माजीसा, माजीसा कठे रे सोया रे सुख भर नींद में, मोरुड़ा जसोल गढ़ में बोल्यो रे भजनों की प्रस्तुति दी. भजन गायकों को श्रद्धालुओं ने खूब सराहा प्रवक्ता थानाराम माली ने बताया कि इस अवसर पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी, माताराणी भटियाणी मन्दिर ट्रस्टी कु हरीशचंद्र सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतन लाल भर्गव, जसोल सरपंच जालम सिंह, के एल माहेश्वरी कमिश्नर, छत्तीसगढ़ जज नीलमचंद सांखला, थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह, आयोजक मेहता कालूराम, माणक चंद, मुलचंद, किशोर कुमार, मुकेश कुमार, एवं समस्त संकलेचा नागरवाला परिवार जसोल प्रायोजक रहे.
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बता दें कि जसोल हादसे के बाद पुलिस जाब्ता तैनात रहा. एस एन वोहरा राजकीय विद्यालय में पुलिसकर्मियों ने व्यवस्था को सुचारू बनाए रखा. वहीं आयोजक कमेटी की ओर से सभी व्यवस्थाएं बनाई गई.