कोटा. जिले में भाई दूज के दिन बहनों ने अपने भाईयों के लिए लंबी उम्र की कामना की. बता दें कि दीपावली के तीसरे दिन भाई दूज पर सभी महिलाएं एक जगह एकत्रित होकर गोबर से दोज बनाती हैं. इसके बाद उसकी पूजा करती हैं.
इसी बीच दोज माता की कहानी कही जाती है और सभी एक दूसरे को कुमकुम और बिंदी लगाकर अमर सुहाग की कामना करते हुए बहने भाइयों को तिलक लगाकर श्रीफल भेंटकर भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं. भाई भी बहनों को गिफ्ट भेंट करते हैं, वहीं महिलाओ ने बताया कि गाय के गोबर से भाई बहन बनाकर पूजने की परंपरा सदियों से चली आ रही है.
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वहीं महिलाओं ने बताया कि भाई की लंबी उम्र के साथ ही उसकी खुशहाली की कामना करते हैं. इससे भाई बहन का प्यार बना रहता है. बता दें कि पुराणों से चली आ रही परम्पराओं का निर्वाह करती हुई महिलाएं दीपावली की दोज पर भाई दूज के ये पावन पर्व मनाती हैं.
कोटा जिले के इटावा उपखंड में मनाया गया भाईदूज का पर्व
कोटा जिले के इटावा उपखंड क्षेत्र में 5 दिवसीय दीपोत्सव पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जिसके आखिरी दिन भाई दूज के अवसर पर महिलाओं ने मिट्टी की दूज बनाकर उसकी पूजा अर्चना करते हुए अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनके जीवन के उज्ज्वल भविष्य की मनोकामना की.
वहीं इस दिन इटावा और गैंता गांव में घांस भेरू की सवारी भी निकाली गई. जहां इटावा में नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा भेरू बाबा की पूजा अर्चना की. वहीं गैंता में जिला परिषद सदस्य सीताराम नागर ने घांसभेरू जी की पूजा अर्चना कर भेरू बाबा की सवारी को रवाना किया.