कोटा. राजस्थान विधानसभा चुनाव में हाड़ौती की 17 सीटों में बीजेपी को कांग्रेस से ज्यादा वोट मिले हैं, लेकिन पार्टी सीटों में ज्यादा इजाफा नहीं कर पाई है. भाजपा का वोट प्रतिशत पिछले चुनाव से भी ज्यादा बढ़ा है, लेकिन भाजपा महज एक सीट ही ज्यादा ला पाई है. साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस को जहां पर 14 लाख 33129 वोट मिले थे और भारतीय जनता पार्टी को 14 लाख 42314 वोट मिले थे. वहीं, 2023 में कांग्रेस को 1450145 वोट और भारतीय जनता पार्टी को 1594149 मत मिले हैं.
आंकड़ों के अनुसार भाजपा को कांग्रेस से 144004 वोट यानी 9.9 फीसदी ज्यादा वोट मिले हैं. हालांकि सीटों में ज्यादा अंतर नहीं आया है. बीते चुनाव में भाजपा कांग्रेस से केवल 9185 वोट यानी महज 0.64 फीसदी ज्यादा वोट ला पाई थी, तब भाजपा को 10 और कांग्रेस को 7 सीटें मिली थीं. वहीं, 2023 के चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस से 10 फीसदी यानी 144004 वोट ज्यादा हासिल किए हैं. हालांकि, इसके बावजूद भी बीजेपी बीते चुनाव से केवल 1 सीट ही ज्यादा जीत पाई है. इस बार भाजपा को 11 और कांग्रेस को 6 सीटें मिली हैं.
हाड़ौती में सबसे बड़ी जीत वसुंधरा राजे की : हाड़ौती में सबसे बड़ी जीत की बात की जाए तो यह झालरापाटन सीट से वसुंधरा राजे के नाम है. राजे 53193 वोट से कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल चौहान को हराकर जीतीं हैं. इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी अशोक चांदना ने भाजपा के प्रभुलाल सैनी को हिंडोली सीट पर 45004 वोटों से शिकस्त दी है. तीसरी सबसे बड़ी जीत सांगोद सीट से भाजपा प्रत्याशी हीरालाल नागर की हुई है.
उन्होंने कांग्रेस के भानु प्रताप को 25586 वोट से चुनाव हराया है, जबकि सबसे कम अंतर की हार शांति धारीवाल की हुई है. उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल को महज 2486 वोट से चुनाव हराया है. इसके बाद छबड़ा से प्रताप सिंह सिंघवी ने 5108 वोट से कांग्रेस के करण सिंह को चुनाव हराया है. तीसरे नंबर पर अंता विधानसभा सीट पर भाजपा के कंवरलाल मीणा ने मंत्री रहे प्रमोद जैन भाया को 5861 वोट से शिकस्त दी है.