कोटा. राज्यपाल कलराज मिश्र ने सोमवार को बालाजी नगर स्थित नगर विकास न्यास के ऑडिटोरियम में आयोजित कृषि विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में अध्यक्षता करते हुए कहा कि रिवरफ्रंट और सिटी पार्क ऑक्सीजोन में भारतीय संस्कृति से जुड़ी परंपराओं को सहेजने का काम हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि कोटा में जिस तरह से सुनियोजित विकास की गति दी जा रही है. इससे आने वाले समय में विश्व के पर्यटन मानचित्र पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएगा.
छात्रों को दी यह सलाह: राज्यपाल मिश्र ने कहा कि छात्राओं की गोल्ड मेडल पाने की संख्या काफी ज्यादा है. कई विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में टॉप रहने वाली छात्राओं की संख्या 80 से 90 फीसदी तक होती है. ऐसे में छात्रों को निराश नहीं होना चाहिए. उन्हें भी इस स्पर्धा में मेहनत कर आगे रहना चाहिए. उन्होंने कृषि की उन्नति के बारे में कहा कि भारत का कृषि निर्यात साल 2021-22 में रिकॉर्ड 50.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के स्तर पर पहुंचा है. आने वाले समय में एग्रीकल्चर के क्षेत्र में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट इस तरह से पैदावार को गुणात्मक रूप में बढ़ाने का काम करेंगे. बागवानी और जैविक खेती को भी प्रोत्साहित कर किसानों को ज्यादा फायदा पहुंचाने का काम करेंगे.
तैयार करें एग्रीकल्चर के फील्ड में एंटरप्रेन्योर: दीक्षांत समारोह के अतिथि डॉ शांतिलाल मेहता ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय में 200 से ज्यादा एंटरप्रेन्योर तैयार किए हैं. जिन्हें 2.5 से लेकर 25 लाख रुपए तक की आमदनी अब हो रही है. खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में आय व रोजगार के साथ पोषण सुधार की काफी संभावनाएं हैं. यह 8.3 फीसद की दर से हर साल बढ़ रहा है. निर्यात में भी इसका 10.9 प्रतिशत योगदान है. ऐसे में इस क्षेत्र में भी कई एंटरप्रेन्योर बढ़ सकते हैं. इसके लिए हमें किसानों और युवाओं को तैयार करना चाहिए.
स्टूडेंट के साथ संवाद कार्यक्रम: कुलपति डॉ अभय कुमार व्यास ने कहा कि वे जल्द ही कुलपति विद्यार्थी संवाद कार्यक्रम शुरु कर रहे हैं. जिसके जरिए अन्य फैकल्टी को साथ लेकर उनकी मेंटरिंग करेंगे, ताकि उनको कृषि की रिसर्च और अन्य कार्यों में फायदा मिल सकेगा. उन्होंने बताया कि केंद्रीय उद्योग मंत्रालय से कोटा की एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी को धनिया और लहसुन के प्रोसेसिंग व बेकरी उत्पाद के लिए इनक्यूबेशन सेंटर स्थापित करने के लिए 3.39 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिली है. कार्यक्रम के दौरान कृषि विश्वविद्यालय की ओर से विकसित की गई चने और उड़द की दो नई किस्मों को भी विमोचन किया गया. इनमें कोटा काबुली चना-3 और उड़द-5 शामिल है.
एग्रीकल्चर में भी छात्राओं का दबदबा: कार्यक्रम में कृषि, उद्यानिकी व वानिकी संकायों में 304 छात्र और 323 छात्राओं को उपाधियां दी गईं. 14 छात्राओं और 9 छात्रों को गोल्ड मेडल दिए गए. साल 2021 का कुलाधिपति स्वर्ण पदक एमएससी कृषि में अनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन के स्टूडेंट हेमंत यादव और साल 2022 में एमएससी एग्रीकल्चर शस्य विज्ञान की छात्रा उदिता धाकड़ को दिया गया. कुलपति स्वर्ण पदक साल 2021 का बीएससी ऑनर्स उद्यानिकी की छात्रा ऋषि का चौधरी और 2022 में बीएससी ऑनर्स एग्रीकल्चर की स्टूडेंट निशा नेहरा को दिया गया. कृषि विश्वविद्यालय से जुड़े कॉलेजों में पढ़ रही छात्राओं का प्रतिशत 36 है, लेकिन उन्होंने 61 प्रतिशत गोल्ड मेडल पर हासिल किए हैं.