ETV Bharat / state

IIT-JEE Advanced Result 2019 जारी, आल इंडिया 6th रैंक लाने वाले निशांत से ईटीवी भारत की खास बातचीत

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), रुड़की की ओर से आयोजित ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन एडवांस (JEE Advanced 2019) परीक्षा के परिणाम जारी हो गए हैं. परीक्षा का आयोजन 27 मई को किया गया था. मिलिए कोटा के छठवीं रैंक लाने वाले अभ्यर्थी से...

आल इंडिया 6वीं रैंक लाने वाले निशांत से ईटीवी भारत की खास बातचीत
author img

By

Published : Jun 14, 2019, 5:07 PM IST

कोटा. जेईई एडवांस परीक्षा का परिणाम शुक्रवार को घोषित हुआ. कोटा के दो स्टूडेंट्स टॉप टेन में शामिल हैं. इनमें से छठवीं रैंक लाने वाले निशांत अभंगी हैं. इनकी जेईई मेंस परीक्षा में भी छठवीं रैंक आई थी. उन्होंने कहा कि उन्हें अलग ही फीलिंग हो रही है, उन्हें बहुत खुशी है जिन्हें वे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते हैं.

आल इंडिया 6वीं रैंक लाने वाले निशांत से ईटीवी भारत की खास बातचीत

निशांत ने कहा कि वे सुबह ही कोचिंग संस्थान में चले जाते थे. उसके बाद चार घंटे तक होमवर्क करते थे. बाकी जो समय बचता था. उसको इक्वली सभी सब्जेक्ट के अनुसार बांटकर पढ़ाई करते थे. उन्होंने कहा कि उन्हें मुंबई आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना है और आगे एमटेक या एमबीए अभी मैंने डिसाइड नहीं किया है. अपना लक्ष्य कैसे उन्होंने प्राप्त किया, इसके बारे में बताते हुए निशांत ने कहा कि लास्ट के दो-तीन महीने रिवाइज करना चाहिए. इसके पहले अपने कोर्स को पूरा कर लेना चाहिए. पुराने पेपर सॉल्व करने की आदत डालनी चाहिए. लेकिन जो नया पेपर आएगा. वह हमेशा टफ आएगा. इसलिए रिवीजन बेहद जरूरी है.

वहीं निशांत की मां भावना का कहना है कि वह दो साल तक कोटा में ही निशांत के साथ रहीं और पढ़ाई में उसका साथ दी हैं. उन्होंने कहा कि निशांत पूरी तरह से अपना शेड्यूल बनाकर ही स्टडी करता था. जरूरत पड़ने पर वे उसको मोटिवेट करती थीं और उसकी सहायता भी करती थीं.

निशांत के पिता विनोद का कहना है कि उसका बचपन से ही लक्ष्य था कि वह आईआईटी मुंबई से पढ़ाई करें और कंप्यूटर साइंस में बीटेक करे. उन्होंने दूसरे बच्चों को सलाह दी कि जीवन में कुछ करना है, तो सिस्टमैटिक लाइफ करानी पड़ती है. उसके पिता ने कहा कि आजकल के बच्चे बहुत ज्यादा समय गैजेट्स में बर्बाद कर रहे हैं. सिस्टमैटिक टाइम शेड्यूल बनाकर अगर पढ़ाई करें तो सफलता मिल सकती है. बता दें कि निशांत मूलत: गुजरात राज्य में राजकोट के रहने वाले हैं. इनकी मां भावना गृहणी हैं. उनके पिता विनोद बिजनेस मैन हैं. निशांत की एक बहन है, जो गांधीनगर के इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रही है.

कोटा. जेईई एडवांस परीक्षा का परिणाम शुक्रवार को घोषित हुआ. कोटा के दो स्टूडेंट्स टॉप टेन में शामिल हैं. इनमें से छठवीं रैंक लाने वाले निशांत अभंगी हैं. इनकी जेईई मेंस परीक्षा में भी छठवीं रैंक आई थी. उन्होंने कहा कि उन्हें अलग ही फीलिंग हो रही है, उन्हें बहुत खुशी है जिन्हें वे शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते हैं.

आल इंडिया 6वीं रैंक लाने वाले निशांत से ईटीवी भारत की खास बातचीत

निशांत ने कहा कि वे सुबह ही कोचिंग संस्थान में चले जाते थे. उसके बाद चार घंटे तक होमवर्क करते थे. बाकी जो समय बचता था. उसको इक्वली सभी सब्जेक्ट के अनुसार बांटकर पढ़ाई करते थे. उन्होंने कहा कि उन्हें मुंबई आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना है और आगे एमटेक या एमबीए अभी मैंने डिसाइड नहीं किया है. अपना लक्ष्य कैसे उन्होंने प्राप्त किया, इसके बारे में बताते हुए निशांत ने कहा कि लास्ट के दो-तीन महीने रिवाइज करना चाहिए. इसके पहले अपने कोर्स को पूरा कर लेना चाहिए. पुराने पेपर सॉल्व करने की आदत डालनी चाहिए. लेकिन जो नया पेपर आएगा. वह हमेशा टफ आएगा. इसलिए रिवीजन बेहद जरूरी है.

वहीं निशांत की मां भावना का कहना है कि वह दो साल तक कोटा में ही निशांत के साथ रहीं और पढ़ाई में उसका साथ दी हैं. उन्होंने कहा कि निशांत पूरी तरह से अपना शेड्यूल बनाकर ही स्टडी करता था. जरूरत पड़ने पर वे उसको मोटिवेट करती थीं और उसकी सहायता भी करती थीं.

निशांत के पिता विनोद का कहना है कि उसका बचपन से ही लक्ष्य था कि वह आईआईटी मुंबई से पढ़ाई करें और कंप्यूटर साइंस में बीटेक करे. उन्होंने दूसरे बच्चों को सलाह दी कि जीवन में कुछ करना है, तो सिस्टमैटिक लाइफ करानी पड़ती है. उसके पिता ने कहा कि आजकल के बच्चे बहुत ज्यादा समय गैजेट्स में बर्बाद कर रहे हैं. सिस्टमैटिक टाइम शेड्यूल बनाकर अगर पढ़ाई करें तो सफलता मिल सकती है. बता दें कि निशांत मूलत: गुजरात राज्य में राजकोट के रहने वाले हैं. इनकी मां भावना गृहणी हैं. उनके पिता विनोद बिजनेस मैन हैं. निशांत की एक बहन है, जो गांधीनगर के इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रही है.

Intro:कोटा. जेईई एडवांस परीक्षा का परिणाम आज घोषित हुआ और कोटा के 2 स्टूडेंट्स टॉप टेन में शामिल रहे हैं इनमें से छठी रैंक लाने वाले निशांत अभंगी है जिनकी जेईई मेंस परीक्षा में भी छोटी रैंक आई थी. उन्होंने कहां कि मुझे अलग ही फीलिंग हो रही है, बहुत खुशी है, जिन्हें में शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता हूं. सुबह से कोचिंग संस्थान में चला जाता था, उसके बाद 4 घंटे होमवर्क करता था. बाकी जो समय थी, उसको इक्वली सभी सब्जेक्ट के अनुसार बांटकर में अपनी पढ़ाई करता था. उन्होंने कहां की मुंबई आईआईटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक करना है और आगे एमटेक करना है या एमबीए अभी मैंने डिसाइड नहीं किया है. अपना लक्ष्य कैसे उन्होंने प्राप्त किया, इसके बारे में बताते हुए निशांत ने कहा कि लास्ट के दो-तीन महीने रिवाइज करना चाहिए. इसके पहले अपने कोर्स को पूरा कर लेना चाहिए. पुराने पेपर सॉल्व करोगे तो आसान लगेंगे, लेकिन जो नया पेपर आएगा वह हमेशा टफ आएगा. इसलिए रिवीजन बेहद जरूरी है.


Body:निशांत की मां भावना का कहना है कि वह 2 साल तक कोटा में ही निशांत के साथ रही और उसका साथ दिया है. उन्होंने कहा कि निशांत पूरी तरह से अपना शेड्यूल बना कर ही स्टडी करता था. जरूरत पड़ने पर मैं उसको मोटिवेट करती थी और उसकी हेल्प करती थी. निशांत के पिता विनोद का कहना है कि उसका बचपन से ही लक्ष्य था कि वह आईआईटी मुंबई से पढ़ाई करें और कंप्यूटर साइंस में बीटेक करें. उन्होंने दूसरे बच्चों को सलाह दी कि जीवन में कुछ करना है, तो सिस्टमैटिक लाइफ करानी पड़ती है. आजकल के बच्चे बहुत ज्यादा समय गैजेट्स में बर्बाद कर रहे हैं. सिस्टमैटिक टाइम शेड्यूल बना कर अगर पर पढ़ाई करें तो सफलता मिल सकती है. आपको बता दें कि मूलतः गुजरात के राजकोट निशांत की मां भावना ग्रहणी है. उनके पिता विनोद बिजनेसमैन है. निशांत की एक बहन ने वह भी गांधीनगर के इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रही है.


Conclusion:पैकेज में बाइट का क्रम बाइट-- निशांत अभंगी, छठी रैंक, जेईई एडवांस में ऑल इंडिया बाइट-- भावना, निशांत की मां बाइट-- विनोद, निशांत के पिता
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.