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मानवता शर्मसारः पोस्टमॉर्टम कर शव को खुली स्थिति में ही छोड़ा

ट्रेन में यात्रा करते वक्त एक 60 साल के व्यक्ति की तबियत बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें कोटा के रामगंजमंडी के एक अस्पताल में पहुंचाया गया. यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने शव को पोस्टमॉर्टम कक्ष में खुली स्थिति में ही छोड़ दिया.

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Published : Sep 19, 2019, 7:04 PM IST

Updated : Sep 19, 2019, 7:40 PM IST

कोटा में पोस्टमॉर्टम, left body after postmortem

रामगंजमंडी (कोटा). जिले के रामगंजमंडी में इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है. यहां मृतक अशोक कुमार शर्मा के शव का पोस्टमॉर्टम कर अस्पताल प्रशासन ने शव को पोस्टमॉर्टम कक्ष में खुली स्थिति में छोड़ दिया और फिर परिजनों के सुपुर्द करने की कोशिश की. वहीं, आक्रोश में परिजनों ने ईटीवी भारत के संवाददाता को पूरी घटना की जानकारी दी.

जानकारी मिलने के बाद जब ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची तो अस्पताल प्रशासन हरकत में आया . सूचना मिलने पर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी रईस खान भी मौके पर पहुंचे और शव को ठीक तरीके से परिजनों को सुपुर्द करवाया. इसके बाद ही परिजन शव लेकर अस्पताल से रवाना हुए.

पढ़ें: स्पेशल स्टोरी: चंबल की तबाही से मंदिर, मस्जिद और स्कूल भी नहीं बचे

बता दें कि बुधवार रात के समय इंटरसिटी ट्रेन में 60 साल के अशोक कुमार शर्मा इंदौर से दिल्ली जा रहे थे. तभी उनको हार्ट अटैक आ गया. इस दौरान ट्रेन की चेन पुलिंग कर सहयात्रियों की मददद से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

उत्तराखंड के रहने वाले सहयात्री नाथ जी रावत ने बताया कि वो इंदौर से साथ ही बैठकर आ रहे थे. अचानक रामगंजमंडी जंक्शन से ट्रेन रवाना हुई तो इनकी तबियत बिगड़ गई. फौरन टीटी से सम्पर्क कर ट्रेन की चेन पुलिंग की और अशोक कुमार शर्मा को ऑटो से रामगंजमंडी अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टर ने इनको मृत घोषित कर दिया था. थोड़ी देर बाद अस्पताल में जीआरपी के जवान भी पहुंचे. उन्होंने शव को रामगंजमंडी मोर्चरी में रखवाया और वहीं रुकने को कहा. यहां रात में उनके परिजन भी पहुंचे.

कोटा में अस्पताल प्रशासन ने शव को खुली स्थिति में छोड़ा

पढ़ें: स्पेशल स्टोरी: कोटा में 'बाढ़' बहा ले गई सैकड़ों आशियाने

मृतक के दोस्त सुमित सुयन ने बताया कि अस्पताल प्रशासन और जीआरपी ने मानवता को शर्मसार करने की घटना को अंजाम दिया है. डॉक्टर ने पोस्टमॉर्टम कर शव को खुली स्थिति में ही हमें सुपुर्द करने लगे. मृतक के परिजन नवीन सैनी ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि रेलवे पुलिस से लेकर अस्पताल प्रशासन तक सभी ने शव की दुर्गति की.

वहीं, मामले में गहमागहमी हुई तो शहर के पूर्व पालिका अध्यक्ष सहित पार्षद और अन्य जागरूक युवा मौके पर पहुंचे. उन्होंने ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी को घटना की जानकारी दी और मामला मानवता को शर्मसार करने वाला बताया. मौके पर मौजूद चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर से पूछताछ की तो उन्होंने ऐसा होने की वजह रेलवे पुलिसकर्मी की जल्दबाजी को बताया. उनका कहना है कि उन्हें डॉक्टर ने बताया कि पुलिसकर्मी ने पोस्टमॉर्टम होते ही बिना पैकिंग किए ही शव को निकालने के लिए कहा.

रामगंजमंडी (कोटा). जिले के रामगंजमंडी में इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है. यहां मृतक अशोक कुमार शर्मा के शव का पोस्टमॉर्टम कर अस्पताल प्रशासन ने शव को पोस्टमॉर्टम कक्ष में खुली स्थिति में छोड़ दिया और फिर परिजनों के सुपुर्द करने की कोशिश की. वहीं, आक्रोश में परिजनों ने ईटीवी भारत के संवाददाता को पूरी घटना की जानकारी दी.

जानकारी मिलने के बाद जब ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची तो अस्पताल प्रशासन हरकत में आया . सूचना मिलने पर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी रईस खान भी मौके पर पहुंचे और शव को ठीक तरीके से परिजनों को सुपुर्द करवाया. इसके बाद ही परिजन शव लेकर अस्पताल से रवाना हुए.

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बता दें कि बुधवार रात के समय इंटरसिटी ट्रेन में 60 साल के अशोक कुमार शर्मा इंदौर से दिल्ली जा रहे थे. तभी उनको हार्ट अटैक आ गया. इस दौरान ट्रेन की चेन पुलिंग कर सहयात्रियों की मददद से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

उत्तराखंड के रहने वाले सहयात्री नाथ जी रावत ने बताया कि वो इंदौर से साथ ही बैठकर आ रहे थे. अचानक रामगंजमंडी जंक्शन से ट्रेन रवाना हुई तो इनकी तबियत बिगड़ गई. फौरन टीटी से सम्पर्क कर ट्रेन की चेन पुलिंग की और अशोक कुमार शर्मा को ऑटो से रामगंजमंडी अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टर ने इनको मृत घोषित कर दिया था. थोड़ी देर बाद अस्पताल में जीआरपी के जवान भी पहुंचे. उन्होंने शव को रामगंजमंडी मोर्चरी में रखवाया और वहीं रुकने को कहा. यहां रात में उनके परिजन भी पहुंचे.

कोटा में अस्पताल प्रशासन ने शव को खुली स्थिति में छोड़ा

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मृतक के दोस्त सुमित सुयन ने बताया कि अस्पताल प्रशासन और जीआरपी ने मानवता को शर्मसार करने की घटना को अंजाम दिया है. डॉक्टर ने पोस्टमॉर्टम कर शव को खुली स्थिति में ही हमें सुपुर्द करने लगे. मृतक के परिजन नवीन सैनी ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि रेलवे पुलिस से लेकर अस्पताल प्रशासन तक सभी ने शव की दुर्गति की.

वहीं, मामले में गहमागहमी हुई तो शहर के पूर्व पालिका अध्यक्ष सहित पार्षद और अन्य जागरूक युवा मौके पर पहुंचे. उन्होंने ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी को घटना की जानकारी दी और मामला मानवता को शर्मसार करने वाला बताया. मौके पर मौजूद चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर से पूछताछ की तो उन्होंने ऐसा होने की वजह रेलवे पुलिसकर्मी की जल्दबाजी को बताया. उनका कहना है कि उन्हें डॉक्टर ने बताया कि पुलिसकर्मी ने पोस्टमॉर्टम होते ही बिना पैकिंग किए ही शव को निकालने के लिए कहा.

Intro:रामगंजमंडी / कोटा
रामगंजमंडी में इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई । मर्तक अशोक कुमार शर्मा के शव का पोस्टमार्टम कर अस्पताल प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम कक्ष में खुली स्थिति में परिजनों के सुपुर्द कर दिया। वही आक्रोश में परिजन ।Body:रामगंजमंडी / कोटा
रामगंजमंडी में इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई । मर्तक अशोक कुमार शर्मा के शव का पोस्टमार्टम कर अस्पताल प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम कक्ष में खुली स्थिति में परिजनों के सुपुर्द कर दिया। वही आक्रोश में परिजनों ने ई टीवी भारत के संवाददाता को सारे घटनाक्रम की जानकारी दी । जानकारी पर रिपोर्टर मौके पर पहुचे तो अस्पताल प्रशासन हरकत में आया । सूचना मिलने पर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी रइस खान भी मौके पर पहुचे ।ओर शव को सही से पेकिंग कर परिजनों को सुपुर्द किया ।तब जाकर परिजन शव लेकर अस्पताल से रवाना हुए। आपको बतादे की बुधवार रात्रि के समय
इंटरसिटी ट्रैन अशोक कुमार शर्मा इंदौर से दिल्ली जा रहे थे । वही पास में बैठे सहयात्रि नाथ जी रावत उत्तराखंड निवासी ने जानकारी देते हुए बताया कि यात्री अशोक कुमार शर्मा पिता कृष्णकांत शर्मा उम्र 60 निवासी ट्रैन में यात्रा कर रहे वृद्ध की अटैक आने पर मेने ट्रेन की चेन पुलिंग कर युवको को उतार कर अस्पताल ले जाने पर इलाज के दौरान मौत हो गई थी । ट्रैन की चेन पुलिंग करने वाले सहयात्री ने बताया कि हम इंदौर से साथ ही बैठकर आ रहे थे ।अचानक रामगंजमंडी जंक्शन से ट्रेन रवाना हुई तो इनकी तबियत बिगड़ी मेने तुरन्त टीटी से सम्पर्क कर ट्रैन की चेन पुलिंग की ओर अशोक कुमार शर्मा को ऑटो से रामगंजमंडी अस्पताल पहुचाया वही डॉक्टर ने चेक कर इनको मृत घोषित कर दिया था। थोड़ी देर बाद अस्पताल में जीआरप जवान भी पहुचे । उन्होंने शव को रामगंजमंडी मोर्चरी में रखवाया । ओर मुझे भी वही रुकने को कहा। वही रात्रि में परीजन भी मौके पर पहुँचे। मर्तक के दोस्त सुमित सुयन ने बताया कि अस्पताल प्रशासन व जीआरपी पुलिस कर्मी पर मानवता शर्मशार करने की घटना को अंजाम दिया है । डॉक्टर द्वारा शव का पोस्टमार्टम किया गया लेकिन शव को खुली स्थिति में हमे सुपुर्द किया । वही मर्तक के परिजन नवीन सैनी ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि रेलवे पुलिस से लेकर अस्पताल प्रशासन तक सभी ने शव की दुर्गति की है । यह ठीक नही किया । वही मामले में गहमागहमी हुई तो शहर के पूर्व पालिका अध्यक्ष सहित पार्षद व अन्य जागरूक युवा मौके पर पहुचे उन्होंने ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी को घटना कर्म की जानकारी दी और मामला मानवता को शर्मसार करने वाला बताया। मौके पर मौजूद चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर से पूछताछ की तो उन्होंने ने रेलवे पुलिस कर्मी की जल्दबाजी करने के चलते यह सब घटना हुई ।पुलिस कर्मी ने पोस्टमार्टम होते ही बिना पेकिंग के शव को जल्दबाजी में निकालने को कहा।Conclusion:रामगंजमंडी / कोटा
रामगंजमंडी में इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई । मर्तक अशोक कुमार शर्मा के शव का पोस्टमार्टम कर अस्पताल प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम कक्ष में खुली स्थिति में परिजनों के सुपुर्द कर दिया। वही आक्रोश में आये परिजन। हुआ हंगामा।
बाईट -मर्तक परिजन नवीन सैनी
बाईट-मर्तक दोस्त- सुमित सुयन
बाईट-सहयात्री नाथ जी रावत
बाईट-पूर्व पालिका अध्यक्ष विजय गौत्तम
बाईट- ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी रईस खान
Last Updated : Sep 19, 2019, 7:40 PM IST
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