रामगंजमंडी (कोटा). जिले के रामगंजमंडी में इंसानियत को शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है. यहां मृतक अशोक कुमार शर्मा के शव का पोस्टमॉर्टम कर अस्पताल प्रशासन ने शव को पोस्टमॉर्टम कक्ष में खुली स्थिति में छोड़ दिया और फिर परिजनों के सुपुर्द करने की कोशिश की. वहीं, आक्रोश में परिजनों ने ईटीवी भारत के संवाददाता को पूरी घटना की जानकारी दी.
जानकारी मिलने के बाद जब ईटीवी भारत की टीम मौके पर पहुंची तो अस्पताल प्रशासन हरकत में आया . सूचना मिलने पर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी रईस खान भी मौके पर पहुंचे और शव को ठीक तरीके से परिजनों को सुपुर्द करवाया. इसके बाद ही परिजन शव लेकर अस्पताल से रवाना हुए.
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बता दें कि बुधवार रात के समय इंटरसिटी ट्रेन में 60 साल के अशोक कुमार शर्मा इंदौर से दिल्ली जा रहे थे. तभी उनको हार्ट अटैक आ गया. इस दौरान ट्रेन की चेन पुलिंग कर सहयात्रियों की मददद से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
उत्तराखंड के रहने वाले सहयात्री नाथ जी रावत ने बताया कि वो इंदौर से साथ ही बैठकर आ रहे थे. अचानक रामगंजमंडी जंक्शन से ट्रेन रवाना हुई तो इनकी तबियत बिगड़ गई. फौरन टीटी से सम्पर्क कर ट्रेन की चेन पुलिंग की और अशोक कुमार शर्मा को ऑटो से रामगंजमंडी अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टर ने इनको मृत घोषित कर दिया था. थोड़ी देर बाद अस्पताल में जीआरपी के जवान भी पहुंचे. उन्होंने शव को रामगंजमंडी मोर्चरी में रखवाया और वहीं रुकने को कहा. यहां रात में उनके परिजन भी पहुंचे.
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मृतक के दोस्त सुमित सुयन ने बताया कि अस्पताल प्रशासन और जीआरपी ने मानवता को शर्मसार करने की घटना को अंजाम दिया है. डॉक्टर ने पोस्टमॉर्टम कर शव को खुली स्थिति में ही हमें सुपुर्द करने लगे. मृतक के परिजन नवीन सैनी ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि रेलवे पुलिस से लेकर अस्पताल प्रशासन तक सभी ने शव की दुर्गति की.
वहीं, मामले में गहमागहमी हुई तो शहर के पूर्व पालिका अध्यक्ष सहित पार्षद और अन्य जागरूक युवा मौके पर पहुंचे. उन्होंने ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी को घटना की जानकारी दी और मामला मानवता को शर्मसार करने वाला बताया. मौके पर मौजूद चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि डॉक्टर से पूछताछ की तो उन्होंने ऐसा होने की वजह रेलवे पुलिसकर्मी की जल्दबाजी को बताया. उनका कहना है कि उन्हें डॉक्टर ने बताया कि पुलिसकर्मी ने पोस्टमॉर्टम होते ही बिना पैकिंग किए ही शव को निकालने के लिए कहा.