कोटा. जिले के कोटा एरोड्रम सर्किल डीसीएम रोड स्थित गवर्नमेंट आईटीआई के छात्रों ने आईटीआई के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन किया. वहीं गवर्नमेंट आईटीआई के छात्रों का करीब 70 प्रतिशत परीक्षा परिणाम शून्य आने पर यह प्रदर्शन किया गया है. जानकारी के अनुसार कोटा गवर्नमेंट आईटीआई के सेकंड ईयर के छात्र-छात्राओं की जुलाई 2019 में परीक्षा हुई थी जिसमें थ्योरी, ईडी, मैथ में सभी को फेल कर दिया है.
जिसमें करीब 70 छात्र-छात्राएं शामिल है. छात्रों ने बताया कि जुलाई 2019 में हुई परीक्षा का परिणाम आया तो उसमें सभी को फेल कर दिया. जब इस बारे में प्राचार्य से बात की गई तो उन्होंने री-चेकिंग की बात कही. जिसमें वापस से 500 रुपये का चालान कटता है. उनका कहना है कि हम यह पैसा क्यों दें, जिसमें हमारी कोई गलती नहीं है. इस बारे में डी.जी.टी. दिल्ली से भी बात की, लेकिन उन्होंने भी साफ मना कर दिया. छात्रों ने आईटीआई प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि एक छात्र फेल हो सकता है. लेकिन इन्होंने पूरी कक्षा को फेल कर दिया, जिससे हमारा पूरा हमारा भविष्य खराब हो जाएगा.
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छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक हमारी कापियां दोबारा मेन्यूवली चेक नहीं कराई जाएंगी. तब तक वह गेट के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे. गर्वमेंट आईटीआई के प्राचार्य राजेश गुप्ता का कहना है कि पिछले साल से वार्षिक पद्दती चालू हुई है. वार्षिक पद्दती में कुल तीन पेपर होते है, जिसमें पहला पेपर थ्योरी का दूसरा पेपर ईएस का और तीसरा पेपर केलकुलेशन का होता है, यह सारे पेपर नई दिल्ली डी.जी.टी. भेजती है.
इनकी चेकिंग भी वहीं होती है. इसमें बच्चो की पर्सनल डिटेल्स होती है. स्कैन करने में परेशानी होती है, जिसके कारण उनका रिजल्ट जीरो हो जाता है. उन्होंने बताया कि जब रिजल्ट आया उसी समय वापस रिचेकिंग के लिए निदेशालय को वापस भेज दी गई. उन्होंने इस मामले में हेल्फलाइन डेस्क की शुरूआत कर दी है. उन्होंने बताया कि इस बारे में बात की गई है. और जल्द ही इनका रिजल्ट ठीक करके दोबारा जारी कर दिया जाएगा.