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Government ITI के करीब 70 छात्र-छात्राओं का परीक्षा परिणाम शून्य, प्रदर्शन कर डीजीटी के खिलाफ की नारेबाजी - rajasthan news

कोटा एरोड्रम सर्किल डीसीएम रोड स्थित गवर्नमेंट आईटीआई के छात्रों का करीब 70 प्रतिशत परीक्षा परिणाम शून्य आने पर गुरुवार को छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन कर आईटीआई के मुख्य गेट पर धरना दिया और डीजीटी दिल्ली के खिलाफ नारेबाजी की. छात्रों का आरोप है कि अध्यापकों की गलती से परिणाम शून्य आए हैं.

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आईटीआई के छात्रों का धरना-प्रदर्शन
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Published : Jan 23, 2020, 1:57 PM IST

कोटा. जिले के कोटा एरोड्रम सर्किल डीसीएम रोड स्थित गवर्नमेंट आईटीआई के छात्रों ने आईटीआई के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन किया. वहीं गवर्नमेंट आईटीआई के छात्रों का करीब 70 प्रतिशत परीक्षा परिणाम शून्य आने पर यह प्रदर्शन किया गया है. जानकारी के अनुसार कोटा गवर्नमेंट आईटीआई के सेकंड ईयर के छात्र-छात्राओं की जुलाई 2019 में परीक्षा हुई थी जिसमें थ्योरी, ईडी, मैथ में सभी को फेल कर दिया है.

आईटीआई के छात्रों का धरना-प्रदर्शन

जिसमें करीब 70 छात्र-छात्राएं शामिल है. छात्रों ने बताया कि जुलाई 2019 में हुई परीक्षा का परिणाम आया तो उसमें सभी को फेल कर दिया. जब इस बारे में प्राचार्य से बात की गई तो उन्होंने री-चेकिंग की बात कही. जिसमें वापस से 500 रुपये का चालान कटता है. उनका कहना है कि हम यह पैसा क्यों दें, जिसमें हमारी कोई गलती नहीं है. इस बारे में डी.जी.टी. दिल्ली से भी बात की, लेकिन उन्होंने भी साफ मना कर दिया. छात्रों ने आईटीआई प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि एक छात्र फेल हो सकता है. लेकिन इन्होंने पूरी कक्षा को फेल कर दिया, जिससे हमारा पूरा हमारा भविष्य खराब हो जाएगा.

पढ़ें: चुनावी रंजिश : बनेठिया ग्राम पंचायत में नतीजों के बाद हंगामा, ग्रामीणों का फर्जी मतदान कराने का आरोप

छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक हमारी कापियां दोबारा मेन्यूवली चेक नहीं कराई जाएंगी. तब तक वह गेट के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे. गर्वमेंट आईटीआई के प्राचार्य राजेश गुप्ता का कहना है कि पिछले साल से वार्षिक पद्दती चालू हुई है. वार्षिक पद्दती में कुल तीन पेपर होते है, जिसमें पहला पेपर थ्योरी का दूसरा पेपर ईएस का और तीसरा पेपर केलकुलेशन का होता है, यह सारे पेपर नई दिल्ली डी.जी.टी. भेजती है.

इनकी चेकिंग भी वहीं होती है. इसमें बच्चो की पर्सनल डिटेल्स होती है. स्कैन करने में परेशानी होती है, जिसके कारण उनका रिजल्ट जीरो हो जाता है. उन्होंने बताया कि जब रिजल्ट आया उसी समय वापस रिचेकिंग के लिए निदेशालय को वापस भेज दी गई. उन्होंने इस मामले में हेल्फलाइन डेस्क की शुरूआत कर दी है. उन्होंने बताया कि इस बारे में बात की गई है. और जल्द ही इनका रिजल्ट ठीक करके दोबारा जारी कर दिया जाएगा.

कोटा. जिले के कोटा एरोड्रम सर्किल डीसीएम रोड स्थित गवर्नमेंट आईटीआई के छात्रों ने आईटीआई के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन किया. वहीं गवर्नमेंट आईटीआई के छात्रों का करीब 70 प्रतिशत परीक्षा परिणाम शून्य आने पर यह प्रदर्शन किया गया है. जानकारी के अनुसार कोटा गवर्नमेंट आईटीआई के सेकंड ईयर के छात्र-छात्राओं की जुलाई 2019 में परीक्षा हुई थी जिसमें थ्योरी, ईडी, मैथ में सभी को फेल कर दिया है.

आईटीआई के छात्रों का धरना-प्रदर्शन

जिसमें करीब 70 छात्र-छात्राएं शामिल है. छात्रों ने बताया कि जुलाई 2019 में हुई परीक्षा का परिणाम आया तो उसमें सभी को फेल कर दिया. जब इस बारे में प्राचार्य से बात की गई तो उन्होंने री-चेकिंग की बात कही. जिसमें वापस से 500 रुपये का चालान कटता है. उनका कहना है कि हम यह पैसा क्यों दें, जिसमें हमारी कोई गलती नहीं है. इस बारे में डी.जी.टी. दिल्ली से भी बात की, लेकिन उन्होंने भी साफ मना कर दिया. छात्रों ने आईटीआई प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि एक छात्र फेल हो सकता है. लेकिन इन्होंने पूरी कक्षा को फेल कर दिया, जिससे हमारा पूरा हमारा भविष्य खराब हो जाएगा.

पढ़ें: चुनावी रंजिश : बनेठिया ग्राम पंचायत में नतीजों के बाद हंगामा, ग्रामीणों का फर्जी मतदान कराने का आरोप

छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक हमारी कापियां दोबारा मेन्यूवली चेक नहीं कराई जाएंगी. तब तक वह गेट के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे. गर्वमेंट आईटीआई के प्राचार्य राजेश गुप्ता का कहना है कि पिछले साल से वार्षिक पद्दती चालू हुई है. वार्षिक पद्दती में कुल तीन पेपर होते है, जिसमें पहला पेपर थ्योरी का दूसरा पेपर ईएस का और तीसरा पेपर केलकुलेशन का होता है, यह सारे पेपर नई दिल्ली डी.जी.टी. भेजती है.

इनकी चेकिंग भी वहीं होती है. इसमें बच्चो की पर्सनल डिटेल्स होती है. स्कैन करने में परेशानी होती है, जिसके कारण उनका रिजल्ट जीरो हो जाता है. उन्होंने बताया कि जब रिजल्ट आया उसी समय वापस रिचेकिंग के लिए निदेशालय को वापस भेज दी गई. उन्होंने इस मामले में हेल्फलाइन डेस्क की शुरूआत कर दी है. उन्होंने बताया कि इस बारे में बात की गई है. और जल्द ही इनका रिजल्ट ठीक करके दोबारा जारी कर दिया जाएगा.

Intro:गवर्नमेंट आईटीआई के छात्रों का विरोध प्रदर्शन गेट पर दिया धरना
कोटा एरोड्रम सर्किल डीसीएम रोड स्थित गवर्नमेंट आईटीआई के छात्रों का करीब 70 छात्र-छात्राओं का परीक्षा परिणाम शून्य आने पर आज छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन कर आईटीआई के मुख्य गेट पर धरना दिया और डीजीटी दिल्ली के खिलाफ नारेबाजी की छात्रों का आरोप है कि अध्यापकों की गलती से परिणाम शून्य दिए हैं।
Body:जानकारी के अनुसार कोटा गवर्नमेंट आईटीआई के सेकंड ईयर के छात्र-छात्राओं जुलाई 2019 में परीक्षा हुई थी जिसमें थ्योरी, ईडी मैं सभी को फेल कर दिया जिसमें करीब 70 बच्चे सम्मिलित हैं।
छात्रों ने बताया कि जुलाई2019 में हुई परीक्षा में जब परिणाम आया तो हम सब को फेल कर दिया।जब इस बारे में प्राचार्य से बात की तो उन्होंने री चेकिंग की बात कही।जिसमे वापस से500 रुपये का चालान कटता है।उनका कहना है कि हम यह पैसा क्यो दे जिसमे हमारी कोई गलती नही है।इस बारे में डी जी टी दिल्ली से भी बात की लेकिन उन्होंने भी मना कर दिया।छात्रों ने आईटीआई प्रशासन पर आरोप लगाते हुए बताया कि एक छात्र फेल हो सकता है लेकिन इन्होंने पूरी कक्षा को फेल कर दिया।हमारा भविष्य अंधकार में है।
छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक हमारी कापियां दुबारा मेनवली चेक कराई जाए।जब तक हम यहां गेट के बाहर ही धरने पर बैठे रहेंगे।
आईटीआई के छात्र संघ प्रतिनिधि मंडल प्राचार्य से मिला और समस्या से अवगत कराया इस पर प्राचार्य से सहमति बनने के बाद लिखित में आस्वाशन दिया।और इनकी काफिया दुबारा चेकिंग के लिए भेजने की बात कही।
गोवरमेंट आईटीआई के प्राचार्य राजेश गुप्ता का कहना है कि पिछले साल से वार्षिक पद्दती चालू हुई।इससे पहले सेमेस्टर चलता था।वार्षिक पद्दती में कुल तीन पेपर होते है।जिसमे पहला पेपर थ्योरी का दूसरा पैपर ईएस का ओर तीसरा पेपर केलकुलेशन का होता है।यह सारे पेपर नई दिल्ली डी जी टी भेजती है।ओर इनकी चेकिंग भी वही होती है।इसमे बच्चो की पर्सनल डिटेल्स होती है।जिसका सम्बंधित गोला काला करना होता है।जिससे किसी वजह से गोला काला करने में गलती हो जाती है।तो वह स्कैन करने में परेशानी का कारण बनती है।जिससे उनका रिजल्ट जीरो हो जाता है।यही कारण रहा कि इस आईटीआई में करीब70 बच्चो के साथ ऐसा हुआ।जिसमे इलेक्ट्रिशियन के बच्चे ज्यादा प्रभावित हुए है।उन्होंने बताया कि जब रिजल्ट आया उसी समय वापस रिचेकिंग के लिए निदेशालय को वापस भेज दी गई।उन्होंने इस मामले को नई दिल्ली डी जी टी को भेज दिया।क्योंकि ओर आईटीआई में भी इस प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने इस मामले में हेल्फलाइन डेस्क खोल दी है।उन्होंने बताया कि इस बारे में जब बात की है और जल्द ही इनका रिजल्ट दुबारा जारी कर दिया जाएगा।
Conclusion:गोवरमेंट आईटीआई में छात्रों को प्राचार्य ने दुबारा री चेकिंग के लिए लिखित में आस्वाशन के बाद ही छात्र अंदर गए।
बाईट-पूजा सोनी, आईटीआई छात्रा
बाईट-जितेंद्र राठौर, आईटीआई छात्र
बाईट-राजेश गुप्ता, प्राचार्य, आईटीआई कोटा

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