रामगंजमंडी(कोटा) उपखण्ड क्षेत्र में मोड़क स्टेशन ग्राम पंचायत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 6 डॉक्टर के पद स्वीकृत हैं. लेकिन सभी पद अभी रिक्त चल रहे हैं.
वहीं इस अस्पताल में 70 से 80 महिलाओं के प्रसव भी करवाये जाते हैं. लेकिन मरीजो की जिन्दगी कंपाउंडर या नर्स के भरोसे चलती है. वहीं ग्रामीणों ने बताया कि आये दिन यहां डॉक्टर के नही होने गंभीर मरीजो की जान पर आ जाती हैं और मरीज को रामगंजमंडी अस्पताल रेफर कर दिया जाता है. लेकिन मरीज को रामगंजमंडी अस्पताल में भी सुविधाओं के अभाव में झालावाड़ अस्पताल रेफर किया जाता है.
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कस्बे के निवासी युगल मेवाड़ा का कहना है की कांग्रेस सरकार चिकित्सा व्यवस्था में फेल होती नजर आ रही है. जिसका खामियाजा ग्रामीण मरीजो को भुगतना पड़ रहा हैं. इस अस्पताल के हालात इतने खराब है कि अभी मौसमी बीमारियों का दौर चल रहा हैं. जिसके चलते 300 के करीब मरीज अपना इलाज करवाने आते हैं. लेकिन डॉक्टरों के नही होने पर मौजूदा स्टाफ गोलीया देकर मरीजो को रवाना कर देते हैं या ज्यादा परेशानी आने पर तुरन्त रेफर कर दिया जाता है. वहीं कस्बा नीवासी लोकेश सेन का कहना है कि अस्पताल में हो रही अव्यवस्था पर चिकित्सा विभाग का कोई ध्यान नही हैं.