कोटा. केंद्र सरकार ने हाल ही में लागू किए आर्थिक आधार पर सवर्णों को 10 फीसदीआरक्षण का फायदा जेईई की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को भी मिलेगा. जेईई की वेबसाइट पर इस आरक्षण से संबंधित पब्लिक नोटिस जारी कर दिया गया है. साथ ही जो भी स्वर्ण विद्यार्थी इस श्रेणी में आता है, उसे 11 से 15 मार्च के बीच ऑनलाइन आवेदन में ईडब्ल्यूएस केटेगरी के स्टूडेंट होने का उल्लेख करना होगा. इसके साथ ही मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जारी आदेश के अनुसार शिक्षण संस्थानों के रिजर्वेशन देने के लिए सीटें भी बढ़ानी होगी. ताकि अन्य रिजर्वेशन का फायदा ले रहे अभ्यर्थियों को नुकसान ना हो.
कोटा के कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्णों कोआरक्षण आठ लाख से कम पारिवारिक वार्षिक आय वाले अनारक्षित स्टूडेंट को लाभ मिलेगा. जेईई मेंस द्वारा इस संबंध में जारी किए गए पब्लिक नोटिस के अनुसार इस आरक्षण का लाभ उठाने के लिए उन्हें 11 से 15 मार्च के बीच ऑनलाइन आवेदन में ईडब्ल्यूएस केटेगरी के होने का उल्लेख करना होगा. क्योंकि जनवरी औरअप्रैल आवेदन के दौरान ईडब्ल्यूएस कैटेगरी को दर्शाने के लिए विकल्प उपलब्ध नहीं था.
बता देें कि ईडब्ल्यूएस केटेगरी से संबंधित सर्टिफिकेट का प्रारूप भी जारी कर दिया गया है. हालांकि स्टूडेंट को स्टूडेंट को सर्टिफिकेट जेईई मेन अप्रैल के आवेदन के दौरान अपलोड करने की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन जेईई एडवांस आवेदन के दौरान सर्टिफिकेट को अपलोड करना होगा. इसके लिए विद्यार्थी केटेगरी संबंधित दस्तावेज बनाकर रखें.
आहूजा ने बताया कि आरक्षण उनके लिए लागू होगा जिनके परिवार की वार्षिक आय सभी स्रोतों को मिलाकर आठ लाख से कम है, जिनके पास 5 एकड़ या इससे अधिक एग्रीकल्चर भूमि नहीं हो. उनके पास 1000 वर्ग फीट क्षेत्रफल से बड़ा आवासी मकान नहीं हो, 100 वर्ग यार्ड का स्थानीय प्रशासन द्वारा अप्रूव आवासीय बस्ती में भूखंड, 200 वर्ग यार्ड का सामान्य क्षेत्र में भूखंड होना चाहिए.
आपको बता दें कि अभी तक दो लाख से ज्यादा विद्यार्थी अप्रैल जेईई मेन परीक्षा के लिए आवेदन कर चुके हैं. जिन्होंने जेईई मेन परीक्षा नहीं दी थी, आवेदन की अंतिम तारीख 7 मार्च है.