कोटा. शहर के एक निजी अस्पताल में एक महिला की इलाज के दौरान मौत होने पर डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने हंगामा कर दिया. चार दिन पहले रायपुरा निवासी अंजू पंकज को ब्रेन की बीमारी होने पर भारत विकास परिषद में भर्ती करवाया था. जिसकी 22 अक्टूबर को इलाज के दौरान मृत्यु हो गई.
परिजनों का आरोप था कि अगर डॉक्टर्स से केस नही संभल रहा तो मना कर देते. उनका आरोप है कि मरीज को जबरन भर्ती कराए रखा और जांच करवाते रहे. मृतक अंजू के भांजे ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो डाक्टरों ने बताया कि इसके दिमाग में ब्लड जमा हुआ है जो कि दवाओं से सही हो जाएगा. इसके बाद उन्होंने इसके ऑपरेशन के लिए बोला. सिटी स्कैन करवाकर आये तो इसकी मोत हो चुकी थी.
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इसके बाद हंगामा देख दादाबाड़ी थानाधिकारी मय जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे. पीड़ित पक्ष ने थानाधिकारी को कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत दी लेकिन बाद में पोस्टमार्टम रुकवाने के लिए परिजनों ने शिकायत वापस लेते हुए कार्रवाई ना करने की गुहार की.
मृतका के पति के पति का कहना है कि हम कोई कार्रवाई नहीं चाहते पुलिस को इस सम्बंध में लिखित में भी दे दिया. उन्होंने कहा कि हमारा कहना यही है कि समय रहते हुए चिकित्सक बता देते तो शायद उन्हे बचाया जा सकता था.