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कोटा : निजी अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

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Published : Oct 23, 2019, 5:07 PM IST

कोटा के एक निजी अस्पताल में महिला की इलाज के दौरान मृत्यु होने पर परिजनों ने हंगामा कर दिया. जिसके बाद दादाबाड़ी थाना पुलिस मौके पर पहुंची. परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

woman dies during treatment,परिजनों का हंगामा

कोटा. शहर के एक निजी अस्पताल में एक महिला की इलाज के दौरान मौत होने पर डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने हंगामा कर दिया. चार दिन पहले रायपुरा निवासी अंजू पंकज को ब्रेन की बीमारी होने पर भारत विकास परिषद में भर्ती करवाया था. जिसकी 22 अक्टूबर को इलाज के दौरान मृत्यु हो गई.

कोटा में महिला की इलाज के दौरान मौत

परिजनों का आरोप था कि अगर डॉक्टर्स से केस नही संभल रहा तो मना कर देते. उनका आरोप है कि मरीज को जबरन भर्ती कराए रखा और जांच करवाते रहे. मृतक अंजू के भांजे ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो डाक्टरों ने बताया कि इसके दिमाग में ब्लड जमा हुआ है जो कि दवाओं से सही हो जाएगा. इसके बाद उन्होंने इसके ऑपरेशन के लिए बोला. सिटी स्कैन करवाकर आये तो इसकी मोत हो चुकी थी.

पढ़े: बीसीसीआई प्रेसिडेंट बनने के बाद सौरव गांगुली ने की ईटीवी भारत से खास बातचीत

इसके बाद हंगामा देख दादाबाड़ी थानाधिकारी मय जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे. पीड़ित पक्ष ने थानाधिकारी को कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत दी लेकिन बाद में पोस्टमार्टम रुकवाने के लिए परिजनों ने शिकायत वापस लेते हुए कार्रवाई ना करने की गुहार की.

मृतका के पति के पति का कहना है कि हम कोई कार्रवाई नहीं चाहते पुलिस को इस सम्बंध में लिखित में भी दे दिया. उन्होंने कहा कि हमारा कहना यही है कि समय रहते हुए चिकित्सक बता देते तो शायद उन्हे बचाया जा सकता था.

कोटा. शहर के एक निजी अस्पताल में एक महिला की इलाज के दौरान मौत होने पर डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने हंगामा कर दिया. चार दिन पहले रायपुरा निवासी अंजू पंकज को ब्रेन की बीमारी होने पर भारत विकास परिषद में भर्ती करवाया था. जिसकी 22 अक्टूबर को इलाज के दौरान मृत्यु हो गई.

कोटा में महिला की इलाज के दौरान मौत

परिजनों का आरोप था कि अगर डॉक्टर्स से केस नही संभल रहा तो मना कर देते. उनका आरोप है कि मरीज को जबरन भर्ती कराए रखा और जांच करवाते रहे. मृतक अंजू के भांजे ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो डाक्टरों ने बताया कि इसके दिमाग में ब्लड जमा हुआ है जो कि दवाओं से सही हो जाएगा. इसके बाद उन्होंने इसके ऑपरेशन के लिए बोला. सिटी स्कैन करवाकर आये तो इसकी मोत हो चुकी थी.

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इसके बाद हंगामा देख दादाबाड़ी थानाधिकारी मय जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे. पीड़ित पक्ष ने थानाधिकारी को कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत दी लेकिन बाद में पोस्टमार्टम रुकवाने के लिए परिजनों ने शिकायत वापस लेते हुए कार्रवाई ना करने की गुहार की.

मृतका के पति के पति का कहना है कि हम कोई कार्रवाई नहीं चाहते पुलिस को इस सम्बंध में लिखित में भी दे दिया. उन्होंने कहा कि हमारा कहना यही है कि समय रहते हुए चिकित्सक बता देते तो शायद उन्हे बचाया जा सकता था.

Intro:भारत विकास परिषद में महिला की इलाज के दौरान मृत्यु होने पर परिजनों ने हंगामा किया
दादाबाड़ी थाना पुलिस पहुंची मोके पर।
एएसपी परिजनों के कार्यवाही ओर पोस्टमार्टम नही करवाने के बावजूद एमबीएस मोर्चरी में ले जाने को अड़े रहे।
कोटा शहर के भारत विकास परिषद अस्पताल में एक महिला की इलाज के दौरान मौत होने पर डाक्टरो पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजनों ने हंगामा कर दिया।हंगामा बढ़ता देख दादाबाड़ी थाना पुलिस मौके पर पहुची।बाद में पुलिस समझाइस करती रही।पुलिस ने परिजनों से कार्यवाही नही करने के लिए लिखित में लिया बाद में वह जाने लगे तो पुलिस ने एम्बुलेंस को रुकवा दिया।एएसपी भी मौके पर पहुचे।परिजन बाद में कोई कार्यवाही नही चाहते थे।और ना ही महिला का पोस्टमार्टम करवाना चाहते थे लेकिन एएसपी इनको जबरन एमबीएस मोर्चरी में ले जाने को अड़े रहे।
Body:जानकारी के अनुसार चार दिन पहले रायपुरा निवासी अंजू पंकज को ब्रेन की बीमारी होने पर भारत विकास परिषद में भर्ती करवाया।जिसकी22 अक्टूबर को इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।परिजनों का आरोप था कि अगर डाक्टरो से केस नही संभल रहा तो मान कर देते।उनका आरोप है कि इसको जबरन भर्ती कराए रखा और जांचे करवाते रहे।उनका आरोप डॉक्टर ने सिटी स्कैन करवाने भेजा तो जब इसको बाहर लाए तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।मृतक अंजू के भांजे ने आरोप लगाते हुए कहा कि पहले तो डाक्टरो ने बताया कि इसके दिमाग मे ब्लड जमा हुआ है जो कि दवाओं से सही हो जाएगा।इसके बाद उन्होंने इसके ऑपरेशन के लिए बोला।सिटी स्कैन करवाकर आये तो इसकी मोत हो चुकी थी।उन्होंने बताया कि मृतका को न्याय मिले।इसके बाद हंगामा देख दादाबाड़ी थानाधिकारी मय जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे।इसके बाद उन्होंने कार्यवाही के लिए परिजनों से लिखित में मांगने लगे तो परिजनों ने कार्यवाही नही करने को कहा बाद में उन्होंने इस सम्बंध में लिखित में ले लिया।जब परिजन मृतका को लेजाने लगे इसी बीच पुलिस ने एम्बुलेंस को रुकवा दिया।बाद में एएसपी घनस्याम सैनी भी मौके पर पहुचे परिजन बिना कार्यवाही के बॉडी को ले जाने की गुहार करते रहे।लेकिन वह भी पोस्टमार्टम के लिए अड़े रहे।
मृतका के पति के पति का कहना है कि हम कोई कार्यवाही नही चाहते पुलिस को इस सम्बंध में लिखित में भी दे दिया।उन्होंने कहा कि हमारा कहना यही है कि डाक्टरो को कम से कम इलाज नही होता है तो उनको बतादेना चाहिए कि इसको दूसरी जगह ले जाये।अगर यह ऐसा कर लेते तो शायद हम इसको बचा लेते।
Conclusion:मृतका अंजू पंकज की अभी कुछ समय डिलीवरी भी हुई थी।जिसमे एक बच्चे को जन्म दिया था।और इससे पूर्व इसके दो लड़कियां बताई जा रही है।
बाईट-प्रदीप पंकज, मृतका परिजन
बाईट-महावीर पंकज, मृतका का पति



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