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कोटा के सांगोद में सहकारी समिति में गेंहू के बीज का हुआ वितरण, किसानों को घंटों तक कतार में बहाना पड़ा पसीना

कोटा जिले के सांगोद के क्रय-विक्रय सहकारी समिति में बुधवार को गेंहू बीज का वितरण किया गया. इस दौरान किसानों को घंटों तक कतार में खड़े होकर पसीना बहाना पड़ा.

Kota news, कोटा की खबर
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Published : Nov 13, 2019, 7:41 PM IST

सांगोद (कोटा). तापमान में कमी और धान की फसल से निपटने के साथ ही किसान अब गेहूं की बुवाई में जुट गए हैं. दवाईयां और खाद्य फिलहाल पर्याप्त मिल रहा है, लेकिन गेहूं के बीज की कमी ने किसानों की चिंता बढ़ा रखी है. गेहूं के बीज की आपूर्ति कम होने और बीज की एकाएक बढ़ी मांग से एकाएक गेहूं के बीज की किल्लत हो गई है, जिससे किसानों को बीज के बंदोबस्त के लिए घंटों तक कतारों में लगकर पसीना बहाना पड़ रहा है.

क्रय-विक्रय सहकारी समिति में हुआ गेंहू बीज का वितरण

बता दें कि क्षेत्र में इन दिनों तापमान में कमी होने लगी है. वहीं खेतों में गेहूं की बुवाई का उपयुक्त समय भी है. धान की फसल से निपटने के बाद किसान अब गेहूं की बुवाई में जुट गए हैं, लेकिन बीज के बंदोबस्त ने किसानों की नींद उड़ा रखी है. बुवाई का समय निकलता जा रहा है, लेकिन किसानों को कहीं भी पर्याप्त बीज नहीं मिल पा रहा.

पढ़ें- कोटा: कार्तिक पूर्णिमा में चंबल नदी के तट पर दीपदान का आयोजन हुआ

ऐसे में किसान गेहूं की बुवाई नहीं कर पा रहे और बीज के बंदोबस्त के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं. जिससे बुधवार को भी यहां क्रय-विक्रय सहकारी समिति में सुबह से किसानों की भीड़ जुटी रही. कतारों में धक्का-मुक्की के चलते कुछ देर हंगामे की स्थिति भी बनी रही. इसके चलते पुलिस को मोर्चा संभालते हुए बीज वितरण करवाना पड़ा.

पढ़ें- निकाय चुनाव 2019: कोटा के कैथून और सांगोद नगर पालिका चुनाव में नहीं होगा VVPAT मशीन का उपयोग

कृषि अधिकारी ओमप्रकाश सिंघल ने बताया कि 10 साल से कम अवधि के गेहूं की किस्मों का वितरण हो रहा है. जिसमें 2 हजार रुपए प्रति क्विंटल अथवा 50 प्रतिशत जो भी कम हो सके, वह अनुदान किसान को दिया जा रहा है. 10 साल से अधिक अवधि की किस्मों पर 1 हजार क्विंटल अथवा 50 प्रतिशत जो भी कम हो, वह दिया जा रहा है. कुल 2500 क्विंटल गेहूं का पंचायत समिति सांगोद में आवंटन किया जाएगा. जहां तक माल आता रहेगा, वहां तक किसानों को बीज वितरण किया जाएगा. गेहूं का मूल्य 3 हजार 600 प्रति क्विंटल रखा गया है.

सांगोद (कोटा). तापमान में कमी और धान की फसल से निपटने के साथ ही किसान अब गेहूं की बुवाई में जुट गए हैं. दवाईयां और खाद्य फिलहाल पर्याप्त मिल रहा है, लेकिन गेहूं के बीज की कमी ने किसानों की चिंता बढ़ा रखी है. गेहूं के बीज की आपूर्ति कम होने और बीज की एकाएक बढ़ी मांग से एकाएक गेहूं के बीज की किल्लत हो गई है, जिससे किसानों को बीज के बंदोबस्त के लिए घंटों तक कतारों में लगकर पसीना बहाना पड़ रहा है.

क्रय-विक्रय सहकारी समिति में हुआ गेंहू बीज का वितरण

बता दें कि क्षेत्र में इन दिनों तापमान में कमी होने लगी है. वहीं खेतों में गेहूं की बुवाई का उपयुक्त समय भी है. धान की फसल से निपटने के बाद किसान अब गेहूं की बुवाई में जुट गए हैं, लेकिन बीज के बंदोबस्त ने किसानों की नींद उड़ा रखी है. बुवाई का समय निकलता जा रहा है, लेकिन किसानों को कहीं भी पर्याप्त बीज नहीं मिल पा रहा.

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ऐसे में किसान गेहूं की बुवाई नहीं कर पा रहे और बीज के बंदोबस्त के लिए इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं. जिससे बुधवार को भी यहां क्रय-विक्रय सहकारी समिति में सुबह से किसानों की भीड़ जुटी रही. कतारों में धक्का-मुक्की के चलते कुछ देर हंगामे की स्थिति भी बनी रही. इसके चलते पुलिस को मोर्चा संभालते हुए बीज वितरण करवाना पड़ा.

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कृषि अधिकारी ओमप्रकाश सिंघल ने बताया कि 10 साल से कम अवधि के गेहूं की किस्मों का वितरण हो रहा है. जिसमें 2 हजार रुपए प्रति क्विंटल अथवा 50 प्रतिशत जो भी कम हो सके, वह अनुदान किसान को दिया जा रहा है. 10 साल से अधिक अवधि की किस्मों पर 1 हजार क्विंटल अथवा 50 प्रतिशत जो भी कम हो, वह दिया जा रहा है. कुल 2500 क्विंटल गेहूं का पंचायत समिति सांगोद में आवंटन किया जाएगा. जहां तक माल आता रहेगा, वहां तक किसानों को बीज वितरण किया जाएगा. गेहूं का मूल्य 3 हजार 600 प्रति क्विंटल रखा गया है.

Intro:Body:सांगोद(कोटा)
मोतीलाल सुमन
क्रय विक्रय सहकारी समिति में हुवा गेंहू के बीज का वितरण
किसानों को घंटो तक कतार में बहाना पड़ा पसीना

तापमान में कमी एवं धान की फसल से निपटने के साथ ही किसान गेहूं की बुवाई में जुटने लगे है। दवाईयां-खाद फिलहाल पर्याप्त मिल रहा है लेकिन गेहूं के बीज की कमी ने किसानों की चिंता बढ़ा रखी है। गेहूं के बीज की एकाएक बढ़ी मांग और बीज की आपूर्ति कम होने से एकाएक गेहूं के बीज की किल्लत हो गई है। किसानों को बीज के बंदोबस्त के लिए घंटों तक कतारों में लगकर पसीना बहाना पड़ रहा है।  
क्षेत्र में इन दिनों दिन के तापमान में कमी होने लगी है तो खेतों में गेहूं की बुवाई का उपयुक्त समय है। धान की फसल से निपटने के बाद किसान गेहूं की बुवाई में जुट गए है। लेकिन बीज के बंदोबस्त ने किसानों की नींद उड़ा रखी है। बुवाई का समय निकलता जा रहा है लेकिन किसानों को कहीं भी पर्याप्त बीज नहीं मिल रहा। ऐसे में किसान गेहूं की बुवाई नहीं कर पा रहे और बीज के बंदोबस्त के लिए भटक रहे है। बुधवार को भी यहां क्रय विक्रय सहकारी समिति में सुबह से किसानों की भीड़ लगी रही। कतारों में धक्का मुक्की के चलते कुछ देर हंगामे की स्थिति भी बनी ऐसे में पुलिस ने मोर्चा संभाला और बीज वितरण करवाया।
कृषि अधिकारी ओमप्रकाश सिंघल ने बताया कि 10 वर्ष से कम अवधि के गेहूं की किस्मों का वितरण हो रहा है जिसमें ₹2000 प्रति क्विंटल अथवा 50% जो भी कम हो सके वह अनुदान किसान को दिया जा रहा है और 10 वर्ष से अधिक अवधि की किस्मों पर ₹1000 क्विंटल एवं 50% जो भी कम हो वह दिया जा रहा है कुल 2500 क्विंटल गेहूं का पंचायत समिति सांगोद में आवंटन किया जाएगा जहां तक माल आता रहेगा वहां तक किसानों को गेहूं वितरण किया जाएगा गेहूं का मूल्य 36 सो रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है
बाईट ओमप्रकाश सिंघल कृषि अधिकारीConclusion:
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