कोटा. कॉविड-19 के मरीजों को होम आइसोलेशन के दौरान किसी भी तरह की चिकित्सा सुविधा नहीं मिल रही है. इसके लिए कई बार मीटिंग भी जिला प्रशासन ने की है, लेकिन अभी भी हालात जस के तस बने हुए हैं. हालात आज तो ऐसे हो गए कि एक होम आइसोलेट महिला की घर पर ही मौत हो गई. उसका पता भी तब चला जब चिकित्सा टीम उसके घर पहुंची थी. जब उसे देखा गया तो महिला मृत अवस्था में मिली.
इसके बाद टीम परिजनों को सूचना देकर चली गई कि इसके शव को मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में भेज दिया जाए. महिला खाई रोड निवासी 75 वर्षीय बुजुर्ग थी, जो कि 6 दिन पहले ही कोविड-19 से संक्रमित हुई थी. मौत की जानकारी मिलने के बाद इसके बाद परिजनों ने मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी से लेकर मेडिकल कॉलेज और एडीएम सिटी तक शव को किस तरह से अंत्येष्टि के लिए जानकारी जुटाई, लेकिन उचित समाधान नहीं मिलने पर परिजनों ने ही उसके शव का अंतिम संस्कार नयापुरा मुक्तिधाम में कर दिया.
इस तरह से होम आइसोलेशन के दौरान महिला की मौत हो जाना गंभीर ही है. क्योंकि उम्र ज्यादा होने पर भी महिला को होम आइसोलेट कर देना संदेह के घेरे में है. साथ ही महिला को किसी तरह का कोई उपचार भी नहीं मिल रहा था. ऐसे में हर मरीज से संपर्क करने का दावा चिकित्सा विभाग क्यों कर रहा है.
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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिले में सोमवार को 232 पॉजिटिव और 5 लोगों की मौत हुई है. वहीं, कोविड 19 संक्रमण के चलते मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल में लोगों की मौत भी हुई है. इनमें से एक व्यक्ति मरने के बाद पॉजिटिव आया है. परिजन उसको मृत अवस्था में ही अस्पताल लेकर पहुंचे थे. इसके अलावा होम आइसोलेशन में मृत इस महिला की मौत भी हुई है.