कोटा. जिले में ACB ने रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किए सहायक उपनिरीक्षक मनोहर लाल को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया. जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में कोर्ट ने भेज दिया है. आरोपी एएसआई मनोहर लाल की ओर से बुधवार को परिवादी हरि प्रकाश सोनी से 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रैप हुआ था.
एसीबी की टीम गुरुवार को उसे एसीबी कोर्ट में लेकर पहुंची, जहां से न्यायालय ने उसे 23 जनवरी तक के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है. इस मामले में सामने आया है कि परिवादी हरिप्रसाद सोनी की फाइल पर पुलिस उपाधीक्षक रामगंजमंडी ने बिना गिरफ्तार किए ही चालान पेश करने के आदेश दे दिए थे. इसके बावजूद भी सहायक उपनिरीक्षक मनोहर लाल परिवादी हरिप्रसाद को गिरफ्तार करने और मामले को रफा-दफा करने की एवज में रिश्वत मांग रहा था.
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रामगंजमंडी एरिया में मिले दो प्लाट
एसीबी के निरीक्षक दलबीर सिंह फौजदार ने बताया कि आरोपी मनोहर लाल के घर पर एसीबी ने कल तलाशी ली थी. उसके कोटा ग्रामीण पुलिस लाइन स्थित सरकारी क्वार्टर से दो प्लॉटों के कागजात मिले हैं. दोनों प्लांट रामगंजमंडी एरिया में है. हालांकि इसके अलावा ज्यादा कुछ उसके घर में संपत्ति नहीं मिली है.
ज्यादातर नौकरी रामगंजमंडी एरिया में की
मनोहर लाल के बारे में अन्य पड़ताल करने पर सामने आया है कि उसने अपनी पूरी नौकरी कोटा ग्रामीण के रामगंजमंडी एरिया में ही की है. पहले वह सुकेत थाने में कांस्टेबल के पद पर तैनात था. इसके बाद रामगंजमंडी एरिया के ही दूसरे थाने में हेड कांस्टेबल और अब रामगंजमंडी थाना में बतौर सहायक उप निरीक्षक तैनात था.