कोटा. राजस्थान कांग्रेस में विधायकों के साथ मंथन का क्रम जारी है. इस मंथन में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव सुखजिंदर सिंह रंधावा सभी विधायकों से वन टू वन बातचीत कर रहे हैं. इस दौरान मंगलवार को विधायक रामनारायण मीणा ने मंत्रियों के चोटी से लेकर अंगूठे तक भ्रष्ट होने का आरोप लगाया है. इसपर कोटा देहात कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सरोज मीणा ने भी उनपर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाले विधायक पहले खुद के गिरेबान में भी झांक लें.
विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत के मंत्री उनके कंट्रोल में नहीं हैं, वे इनसे दबते हैं. साथ ही कहा है कि इन भ्रष्ट मंत्रियों की वजह से ही सरकार रिपीट नहीं होगी. इस मामले में कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सरोज मीणा ने पलटवार करते हुए कहा कि विधायक खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार पीपल्दा विधानसभा में हो रहे हैं. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और आमजन को झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है. विधानसभा में अधिकारियों व कर्मचारियों का बोलबाला है. ऐसे में कांग्रेस कैसे मजबूत होगी? सरोज मीणा ने विधायक रामनारायण मीणा को सलाह दी कि विधायक पहले अपनी विधानसभा का भ्रष्टाचार देख लें, उसके बाद दूसरे मंत्रियों या नेताओं पर आरोप लगाएं.
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प्रत्याशी बदलने की कर चुके हैं मांग : पीपल्दा विधानसभा क्षेत्र के कई नेताओं ने जनवरी महीने में हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत बैठक आयोजित कर क्षेत्रीय विधायक रामनारायण मीणा की खिलाफत की थी. सभी ने रामनारायण मीणा की जगह अन्य स्थानीय नेता को टिकट देने की मांग की थी. मीणा को बूंदी जिले के होने के चलते बाहरी बताया था. इस आयोजन में पूर्व विद्यायक प्रेमचंद नागर, जिलाध्यक्ष सरोज मीणा, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष इटावा दुर्गाशंकर मीणा, पूर्व उप जिला प्रमुख मनोज शर्मा, पीसीसी सदस्य यशवंत चौधरी, भानू प्रताप सिंह, मंजुर तंवर, मुजीब लाहौरी व मायाराम मेघवाल भी मौजूद थे.