कोटा. पुजारी हत्याकांड मामला तूल पकड़ता जा रहा है. प्रदेश में जहग-जगह पुजारी के जघन्य हत्याकांड के विरोध में प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं. इसी क्रम में कोटा में भी शुक्रवार को ब्राह्मण कल्याण परिषद के पदाधिकारियों ने संभागीय आयुक्त कार्यालय पर प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद उन्होंने हत्यारों को मृत्युदंड देने की मांग को लेकर संभागीय आयुक्त को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम का ज्ञापन सौंपा.
ब्राह्मण कल्याण परिषद के संयोजक अनिल तिवारी ने कहा कि सपोटरा के एक गांव में बाबूलाल वैष्णव नाम के पुजारी मंदिर की जमीन पर खेती करता था. लेकिन उस जमीन पर कब्जा करने की नीयत से दबंगों ने दो दिन पहले पुजारी के साथ मारपीट की और उसे मंदिर परिसर में ही पेट्रोल छिड़ककर जिंदा जला दिया. जैसे ही स्थानीय लोगों कतो मामले की जानकारी मिली तो वो पुजारी को जयपुर के एक अस्पताल ले गए. जहां उपचार के दौरान पुजारी की मौत हो गई. ऐसे में हमारी सरकार से अपील है कि इस जघन्य अपराध में शामिल आरोपियों को मृत्युदंड से कम सजा नहीं मिलनी चाहिए.
ये भी पढ़ेंः करौली कांड पर केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने कांग्रेस को घेरा...बेनीवाल के बयान को बताया राजनीतिक
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश की कानून व्यवस्था बिलकुल चौपट हो गई है. लगातार इस तरह की घटनाएं प्रदेश में हो रही हैं. अपराधियों के हौसले बुलदी हैं. साथ ही उन्होंने पीड़ित परिवार के एक व्यक्ति को देवस्थान विभाग में सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की है. वहीं, इस दौरान शहर अध्यक्ष धर्मेंद्र दीक्षित और हर्षित गौतम सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे.