कोटा. शहर के नांता थाना इलाके में करौली पुलिस और एक युवती के परिजनों पर हमले का मामला सामने आया है. कोटा शहर के नांता थाना प्रभारी मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि करौली कोतवाली थाने में एक युवती की गुमशुदगी दर्ज हुई थी. इस संबंध में करौली से पुलिस युवती के परिजनों के साथ कोटा पहुंचा थी. करौली पुलिस को युवती मिल भी गई, लेकिन उसने अपने प्रेमी के साथ ही रहने की इच्छा जताई, इसलिए पुलिस ने उसे छोड़ दिया. इसके बाद जब करौली पुलिस वापस जा रही थी, तब मानता थाना इलाके में केशोरायपाटन रोड पर युवक के परिजनों ने पुलिस को रोक लिया और युवती के परिजनों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों से भी मारपीट कर दी.
थाना प्रभारी ने बताया कि गिरधरपुरा में करीब 40 से 50 लोगों ने करौली पुलिस और उनके साथ आए युवती के परिजनों के साथ मारपीट की है. इस मामले में कांस्टेबल निहाल और दिनेश घायल हुए हैं. युवती के परिजन सियाराम, जीतराम व लक्ष्मी नारायण को भी चोट लगी है.
लाठी-डंडों से किया पुलिस पर हमला : करौली पुलिस के कांस्टेबल दिनेश का कहना है कि मारपीट करने वाले लोग हथियार लेकर आए थे. पहले संख्या कम थी, लेकिन बाद में करीब 100 से 150 लोग एकत्रित हो गए. उन लोगों ने गाड़ी में भी तोड़फोड़ की और उनके साथ लाठी और सरिए से भी मारपीट की. कांस्टेबल ने बताया कि कंट्रोल रूम को सूचना दी और मौके पर पहुंची कुन्हाड़ी व नांता पुलिस ने और हमें बचा लिया नहीं तो हमारे साथ अनहोनी भी हो सकती थी. इस मामले में नांता थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया गया है.