कोटा. जयपुर में हवामहल सीट से बालमुकुंद आचार्य भाजपा के विधायक बने हैं. उन्होंने विधायक बनते ही पहले फोन नगर निगम के अधिकारियों को किया और अवैध रूप से सड़कों पर संचालित हो रहीं नॉनवेज की दुकानों को बंद करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद वह खुद ही टीम के साथ मार्केट में निकल गए और लोगों से लाइसेंस मांग रहे थे. इसकी पूरे प्रदेश में खासी चर्चा रही. वहीं, अब कोटा दक्षिण से तीसरी बार भाजपा के विधायक बने संदीप शर्मा भी इसी तर्ज पर काम कर रहे हैं.
उन्होंने कोटा नगर निगम और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली और साफ निर्देश दिए कि जिन नॉनवेज की दुकानों के पास लाइसेंस नहीं है और अवैध रूप से संचालित हो रही हैं, उन्हें बंद कर दिया जाए. इसके अलावा साफ-सफाई और अन्य लापरवाही नॉनवेज शॉप वाले बरत रहे हैं तो उन पर भी एक्शन लिया जाए. बैठक में नगर निगम उपायुक्त महावीर सिसोदिया, सीएमएचओ डॉ. जगदीश सोनी व नगर निगम के एक्सईएन एके कुरैशी, आरके जैन सहित कई अधिकारी मौजूद थे.
विधायक शर्मा ने कहा कि शहर के मुख्य बाजारों व आवासीय क्षेत्रों में अवैधरूप सें संचालित मांस की दुकानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर 3 दिन में हटा दिया जाए. किसी भी सूरत में थड़ी-ठोलों पर अवैध मांस बिक्री को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. देशभर से विद्यार्थी कोचिंग करने कोटा आते हैं, जिसके कारण कोटा को शैक्षणिक नगरी के नाम से जाना जाता है. कई धार्मिक स्थलों, घनी आबादी एरिया, मुख्य बाजारों, शिक्षण संस्थाओं के आसपास व सार्वजनिक स्थानों पर अवैध रूप से खुले में संचालित मांस की दुकानें से कोटा का नाम खराब हो रहा है.
आम नागरिकों व राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अवैध रूप से संचालित मांस की दुकानों के कारण जल स्रोत भी प्रदूषित हो रहे हैं. हमारी संस्कृति खुले में मांस बिक्री की नहीं रही है. विद्यार्थियों व उनके पेरेंट्स पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ता है. देशभर में कोटा की नकारात्मक छवि बनती है.