कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के एडिशनल चीफ इंजीनियर के पास से लाखों रुपये की राशि बरामद की है. एसीबी ने यह कार्रवाई ठेकेदारों से अवैध रूप से वसूली गई कमीशन की राशि की सूचना पर की. इसके तहत ही एडिशनल चीफ इंजीनियर महेश जांगिड़ पर शिकंजा कसा गया है. कार्रवाई के बाद पीएचईडी के अन्य अधिकारियों में हड़कंप मच गया.
एसीबी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार ने बताया कि सूत्रों से शुक्रवार को जानकारी मिली थी कि एडिशनल चीफ इंजीनियर महेश जांगिड़ कोटा से हर शुक्रवार को जयपुर जाते हैं. इसके पहले वे कोटा में चल रहे कार्यों की एवज में संवेदकों से कमीशन एकत्रित करते हैं, जिसे गाड़ी में अपने साथ लेकर ही जाते हैं. इस सूचना के बाद शुक्रवार शाम को एसीबी की टीम को बूंदी रोड पर तैनात किया गया.
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इस पूरे मामले की जिम्मेदारी एसीबी के निरीक्षक अजीत बागडोलिया को सौंपी गई. एसीबी की टीम ने बड़गांव चौकी के बाहर जिस वाहन में एडिशनल चीफ इंजीनियर जांगिड़ सवार थे उसे नंबर के आधार पर रुकवाया. यह पीएचईडी के लिए अनुबंधित वाहन है. इसमें जांच करने पर महेश जांगिड़ के पास मौजूद बैग से 8 लाख 10 हजार रुपए मिले है. इनके संबंध में जब महेश जांगिड़ से पूछताछ की गई तो वह संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए.
जिसके बाद इस राशि को जप्त कर लिया गया है, साथ ही महेश जांगिड़ से पूछताछ की जा रही है. वहीं, उनके आवासीय परिसरों पर भी एसीबी की टीम को भेजा गया है, जिसमें तलाशी ली गई है. मूलतः महेश जांगिड़ नागौर जिले के लाडनूं निवासी है. इसके साथ ही पर बीते 2 साल से कोटा में पदस्थापित हैं, साथ ही उनका जयपुर में भी निवास है.