रामगंजमंडी (कोटा). रामगंजमंडी सीएचसी के चिकित्सा अधिकारी को एसीबी झालावाड़ की टीम ने शुक्रवार को 5 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रैप किया. बताया जा रहा है कि मेडिकल रिपोर्ट बनाने की एवज में फरियादी से डॉक्टर राजेश कुमार बडीतिया ने 10 हजार की रिश्वत मांगी थी.
फरियादी किशोर कुमार ने बताया कि मेरे पिताजी का गांव में झगड़े के दौरान पैर कट गया था. उनकी सही मेडिकल रिपोर्ट बनाने की एवज में डॉक्टर ने 10 हजार रुपये देने को बोला था. जिसके बाद 8 हजार रुपये में बात फाइनल हुई. उसने बताया कि मैंने 1500 रुपये 1 जुलाई को दे दिए और 1500 रुपये 2 जुलाई को दे दिए थे. 3 जुलाई को बचे हुए 5 हजार रुपये देने की बात हुई थी.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भवानी शंकर मीणा ने बताया कि परिवादी किशोर कुमार मीणा तेलियाखेड़ी निवासी के पिता लालचंद का झगड़े के दौरान 30 मई को पैर कट गया था. जिसकी रिपोर्ट रामगंजमंडी थाने में दर्ज करवाई थी. इस दौरान डाक्टर द्वारा बनाई गई एमएलसी दी गई थी, जिसमें ओपीनन रिजर्व रखा गया और एक महीना बीत जाने पर भी मेडिकल रिपोर्ट नहीं दी. फरियादी बार-बार डॉक्टर के चक्कर काट रहा था.
पैसे देने के बाद भी सुनवाई नहीं होने पर परेशान होकर उसने 1 जुलाई को झालावाड़ ब्यूरो कार्यलय में कंप्लेन दी कि डॉक्टर 10 हजार रुपये मांग रहा है. जिसके बाद मामले का सत्यापन किया गया. 3 जुलाई को डॉक्टर राजेश कुमार बडीतिया को शुक्रवार को साढ़े 10 बजे ट्रैप किया गया. जिसमें आरोपी डॉक्टर की जेब से 5 हजार रुपये की रिश्वत राशि बरामद हुई. जिसके बाद डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया.
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साथ ही, डॉक्टर के कोटा केशवपुरा सेक्टर नम्बर 4 में स्थिति मकान पर भी एसीबी की टीम सर्च ऑपरेशन कर रही है. मीणा ने बताया कि आरोपी का कोरोना टेस्ट करवाकर झालावाड़ ले जाया जाएगा. जहां उसे शनिवार को एसीबी मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा.