कोटा. कुन्हाड़ी थाना इलाके के आदर्श नगर में साधु के वेश में झाड़ फूंक के जरिए लाखों रुपए के जेवरात की ठगी के मामले का खुलासा पुलिस ने शनिवार को किया है. मामले में साधु वेश में ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर निवासी नवाब नाथ को गिरफ्तार किया गया है. राजस्थान पुलिस ने हरियाणा पुलिस की मदद से हरियाणा के पलवल जिले के चांदहट गांव में कार्रवाई कर नवाब नाथ और भांजे संजीव नाथ को दबोच लिया. इस दौरान पुलिस की परिजनों से मुठभेड़ भी हुई. पुलिस को इनके पास से बड़ी मात्रा में चोरी किए गए जेवरात और लग्जरी कार भी बरामद हुई है.
जादू टोना से बेटे को ठीक करने का दावा : परिवादी हरिओम मीणा ने 3 जून को मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें बताया था कि एक साधु उसे नयापुरा की पुलिया पर मिला था, जिसे वह घर ले गया. उसने झाड़-फूंक करके बीते कई सालों से कोमा में गए उसके बेटे को ठीक करने का दावा किया और करीब 17 लाख के जेवरात चुरा कर फरार हो गया. इसमें उसकी पत्नी, बहू, भाई की पत्नी, भतीजे की पत्नी और बेटी के जेवरात शामिल थे. पुलिस की पूछताछ में आया है कि नवाब नाथ साधु के वेश में पगड़ी बांधकर रहता है और नाथ संप्रदाय से आने की बात कहता है. हाथ की सफाई और जादू जानता है, जिससे लोगों को अपनी बातों में फंसा लेता है.
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कई राज्यों में कर चुका है ठगी की वारदात : एसपी शरद चौधरी ने बताया कि आरोपी अब तक 16 जगहों पर ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है. इनमें मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, पलवल, अमरोहा, गुड़गांव, दिल्ली, मुरैना, बुलंदशहर, जट्टारी, अलीगढ़, बहादुरगढ़, झज्जर, सोनीपत, बदायूं और नोएडा सहित कई जगह शामिल हैं. पुलिस ने इन सभी संबंधित थानों को सूचना दी है. साथ ही उनका क्रिमिनल रिकॉर्ड भी मंगवाया गया है. एसपी चौधरी का कहना है कि साधु नवाब नाथ अपने भांजे संजीव नाथ को साथ में सहयोगी के रूप में रखता था. तकनीकी अनुसंधान में इनकी लोकेशन की तलाश की गई, जिनमें इनकी लोकेशन सवाईमाधोपुर, गंगापुर और करौली की तरफ की भी आई है. वहां कुछ मंदिर में ठहरकर यह हरियाणा गए थे.
जादू टोना दिखाकर बनाता था लोगों को शिकारः पुलिस उप अधीक्षक द्वितीय शंकर लाल मीणा ने बताया कि आरोपी झाड़-फूंक के झांसे में परिजनों को ले लेता था. साथ ही वह छोटा-मोटा जादू भी जानता था।,जिसके जरिए लोग उसकी बातों में आ जाते थे और इस तरह से ही वह जेवरात और नकदी को किसी कपड़े या पर्स में रखवा देता था. जिसे हाथ की सफाई करता हुआ रवाना हो जाता था. एसपी चौधरी का कहना है कि साधु नवाब नाथ अपने भांजे संजीव नाथ को ही बतौर ड्राइवर और सहयोगी उपयोग में लेता था. इस पूरे मामले में मुख्य अभियुक्त नवाब नाथ ही है, साथ ही वह लग्जरी गाड़ी में ही घूम कर फरार होता था.
कई जिलों में रुककर आगे बढ़ा है अपराधीः कुन्हाड़ी थानाधिकारी गंगा सहाय शर्मा ने बताया कि हमने इस संबंध में वारदात होने के बाद नाकेबंदी हुलिए के आधार पर कराई, लेकिन इसमें कोई भी इस तरह का व्यक्ति नजर नहीं आया. यह नाकेबंदी जिला, रेंज और स्टेट लेवल पर हुई थी. यह व्यक्ति वारदात करने के बाद साधु का भेष बदल देता था, अपने आपको नाथ योगी संप्रदाय से जुड़ा बताता है और वारदात करता है. तकनीकी अनुसंधान में इसकी लोकेशन सवाईमाधोपुर, गंगापुर और करौली की तरफ की भी आई थी. वहां भी कुछ मंदिर में रूकता हुआ यह हरियाणा गया था.