करौली. जिला मुख्यालय पर नगर परिषद की ओर से वेतन नहीं मिलने से खफा सफाई कर्मचारियों की हड़ताल 10वें दिन भी जारी रही. हड़ताल के चलते शहर की सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है. शहर के गली मोहल्ले की सड़कें गंदगी से अटी पड़ी है. लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन नगर परिषद और जिला प्रशासन सफाई व्यवस्था को दुरस्त कराने के नाम पर बेपरवाह बना हुआ है.
बता दें कि करौली नगर परिषद में कार्यरत सफाई कर्मियों को विगत 4 माह से वेतन नहीं मिलने की वजह से 11 जनवरी से वे हड़ताल पर हैं. सफाई कर्मियों की मांग है कि जब तक उनको वेतन नहीं मिलेगा, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी. सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है. शहर में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं.
हड़ताल पर चल रहे सफाई कर्मचारियों ने बताया कि नगर परिषद में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों का पिछले 4 माह से वेतन नहीं मिला है. सफाई कर्मचारी जब भी वेतन की मांग करते हैं तो उनको केवल नगर परिषद के आयुक्त, सभापति की ओर से कोरा आश्वासन दे दिया जाता है. सफाई कर्मियों ने कहा कि वेतन नहीं मिलने से उनके सामने घर गृहस्थी को चलाने का संकट खड़ा हो गया है. जिसके चलते सभी सफाई कर्मियों ने एक बार फिर से हड़ताल करने का फैसला लिया है. सफाई कर्मियों ने रोष जाहिर करते हुए नगर परिषद आयुक्त पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सफाई कर्मी नगर परिषद आयुक्त से वेतन की मांग करते हैं तो आयुक्त सफाई कर्मियों के खिलाफ APO करने जैसी कार्रवाई करते हैं. पिछले दिनों दो सफाई कर्मियों को एपीओ कर दिया था.