करौली. जिले में रविवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. समारोह में 10वीं और 12वीं में सर्वोच्च अंक लाने वाली बालिकाओं को पुरूस्कृत किया गया. वहीं जिला अस्पताल में नवजात बालिकाओं के परिजनों को बेबी किट और मिठाई भेंट की गई.
महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक प्रभाती लाल जाट ने बताया कि रविवार को जिला प्रशासन और महिला अधिकारिता विभाग की ओर से 24 जनवरी को राष्टीय बालिका दिवस पर जिला स्तरीय सम्मान समारोह के रूप में मनाया गया. जिसमें 10वीं और 12वीं कक्षाओं में सर्वोच्च प्राप्तांक वाली 10-10 बालिकाओं को पुरूस्कृत किया गया.
सहायक निदेशक ने बताया कि जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने कलक्टेट सभागार में मां सरस्वती के चित्रपटल पर दीप प्रज्जवलित और मालार्पण कर कार्यक्रम की शुरूआत की. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में 12वीं और 10वीं कक्षा में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र, पांच-पांच हजार रुपए और शील्ड प्रदान की.
उन्होंने कहा कि जिले में बालिकाओं के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 9 विद्यालयों को दस-दस हजार रुपए की राशि, शील्ड और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया और फोटोग्राफी में उत्कृष्ट दिव्यांग बालिका निरी मीना को भी जिला कलेक्टर ने सम्मानित किया.
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के दौरान प्रतिभावान छात्राओं से जिला कलेक्टर ने रूबरू होकर भविष्य में कैरियर बनाने और आगामी तैयारियों की जानकारी ली और उनसे अपने प्रशासनिक सेवा के अनुभव साझा किए.
महिला अधिकारिकता विभाग के सहायक निदेशक प्रभातीलाल जाट ने बताया कि जिला कलेक्टर ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में नवीन चिकित्सालय में पन्द्रह नवजात बालिकाओं के माता-पिता को बेबी किट, बधाई संदेश पत्र और मिठाई का पैकेट वितरण किया और बालक-बालिकाओं में किसी भी प्रकार का भेदभाव न करने और बालिकाओं को उच्च शिक्षा देने, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ थीम को अपनाने की अपील की.