करौली. मानसून में बदलाव के बाद अब मौसमी बीमारियों को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है. जिसके बचाव को लेकर चिकित्सा विभाग की ओर से तैयारियां कर ली गई है. क्षेत्र में लारवा को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीमें सर्वे कर रही हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने कूलर व पानी की टंकियों का जायजा लिया और लोगों को मौसमी बीमारियों से बचाव को लेकर जानकारी दी.
बारिश होने के बाद क्षेत्र में मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है. मौसमी बीमारियों को लेकर विभाग पूरी तरह से सतर्क हैं. इस बार विभाग बीमारी को पांव पसारने से पहले ही रोकने की जुगत में जुट गया है. ताकि आमजन को बीमारी की चपेट में आने से बचाया जा सके. लोगों को जागरूक करते हुए विभाग की टीम ने कहा कि किसी भी सूरत में अपने आस पास गंदा पानी जमा न होने दें.
हालांकि, चिकित्सा विभाग ने दावा किया है कि फिलहाल जिले में कोई डेंगू, स्वाइन फ्लू का मरीज नहीं मिला है. इसके अलावा स्क्रब टायफस के जरूर दो केस आए है. जिसे रोकने के लिए विभाग सतर्क है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेशचंद्र मीना ने बताया कि जिले में मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सर्तक है. जिसके लिए एंटीलार्वल गतिविधियों सहित सर्वे एवं जांच कार्य संचालित है.
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गत दिनों टोडाभीम ब्लॉक के देवलेन में डेंगू के 29 रोगी मिलने की सूचना मिली थी. जिसके संदर्भ में देवलेन के नाई की ढाणी में टीम गठित कर घर-घर सर्वे कराया गया. जिसमें मुखिला एवं रिंकी को एसएमएस में भर्ती किया तथा गुड्डी व अक्षय को महुआ के निजी अस्पताल में भर्ती पाया गया. इस दौरान डेंगू का कोई रोगी नहीं मिला.