करौली. जिले के श्रीमहावीर जी कस्बे में 24वें तीर्थंकर के नाम से प्रसिद्ध महावीर मंदिर में गुरुवार से 11 दिवसीय पंचकल्याण एवं महामस्तकाभिषेक कार्यक्रम का शुभारंभ (Ashok Gehlot in Karauli) हुआ. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने झंडारोहण कर कार्यक्रम की शुरुआत की. इसके बाद सीएम गहलोत ने भगवान महावीर के दर्शन करने के साथ ही जैन मुनियों का आशीर्वाद लिया और जनसभा को संबोधित किया.
जनसभा को संबोधित करने के बाद जैसे ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने काफिले के साथ निकलने लगे, तभी पायलट समर्थकों ने सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग को लेकर सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. साथ ही सीएम अशोक गहलोत के विरोध में नारे लगाए. वहां मौजूद गुर्जर समाज के युवाओं ने पुरानी प्रतियोगी परीक्षा भर्तियों के बैकलॉग को भरने की मांग की. हालांकि इस दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने युवाओं को खदेड़ने का भी प्रयास किया, लेकिन युवा अपनी धुन में सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाते हुए नजर आए.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे जैन समाज के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री महावीरजी के पंचकल्याण कार्यक्रम एवं महा मस्तकाभिषेक कार्यक्रम में भाग लेने का अफसर मिला है. यह कार्यक्रम 24 साल में एक बार होता है. सीएम गहलोत ने कहा कि इस कार्यक्रम में आना मेरे लिए सफल हो गया है. उन्होंने कहा कि जहां सत्य अहिंसा है वहां ईश्वर निवास करते हैं और मैं भी जैन स्कूल में पढ़ा हूं. मैंने महावीर जी के विचारों को आत्मसात करने की भी कोशिश की है. उन्होंने वर्धमान महाराज के प्रवचन सुनकर कहा कि मैं धन्य अनुभव कर रहा हूं.
पायलट समर्थक बोले- सचिन पायलट बने मुख्यमंत्री- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसे ही जनसभा को संबोधित करने के बाद अपने काफिले के साथ हेलीपैड के तरफ रवाना हुए, तभी सचिन पायलट समर्थक और गुर्जर युवा काफिले के बीच में आ गए. इस दौरान सचिन पायलट जिंदाबाद और अशोक गहलोत मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे. गुर्जर युवाओं ने कहा कि सचिन पायलट को मुख्यमंत्री शीघ्र बनाना चाहिए. युवाओं को मौका देना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब गुर्जर आंदोलन के दौरान समझौता हुआ था, उसके कई बिंदुओं का अभी तक निस्तारण नहीं किया गया है. इसलिए उनका जल्दी से निस्तारण किया जाना चाहिए. साथ ही गुर्जर समाज के युवाओं ने पुरानी प्रतियोगी परीक्षा भर्तियों को बैकलॉग भरने की जोर-शोर तरीके से मांग की.