करौली. कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए चल रहे लॉक डाउन के कारण इंसान तो अपना पेट जैसे तैसे भर लेता है. लेकिन बेजुबान जानवर अब भूख और प्यास से व्याकुल नजर आने लगे हैं. इन बेजुबान जानवरों और पशु पक्षियों को अपना पेट भरने के काफी परेशानी होती है.
लेकिन जैसे ही इन बेजुबान जानवरों के भूख प्यास से व्याकुल होने की सूचना रोटी बैंक संस्था सवाई माधोपुर टीम को दी गई, तो उन्होंने तुरंत इन बेजुबान जानवरों के लिए खाने की व्यवस्था की. उन्होंने इन बेजुबान जानवरों का पेट भरने के लिए मदद का हाथ बढाया. संस्था ने मूक जानवरों के लिए गेहूं से बना हलवा तैयार करवाकर भेजा. बता दें की सपोटरा उपखंड की ग्राम पंचायत अमरवाड़ के धार्मिक स्थल माता बरवासन देवी के मंदिर और आमेर के बालाजी पर बड़ी तादाद मे बेजुबान बंदर हैं.
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लॉकडाउन के पहने मंदिर में जाने वाले भक्त इन बेजुबानों को खाने के लिए कुछ न कुछ दे दिया करते थे. लेकिन जब से लॉकडाउन लगा है मंदिर के कपाट बंद होने से यहां कोई भी भक्त नहीं पहुंच पाता है. जिसके कारण अब इन बेजुबान बंदरों को खाने को कुछ नहीं मिलता. इन बेजुबान बंदरों के भूखे रहने की सूचना रोटी बैंक संस्था सवाई माधोपुर को दी गई. उन्होंने तुरंत बंदरों के खाने के लिए संस्था की ओर से सहायता राशि भिजवाई.
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इस राशि की मदद से सपोटरा निवासी विनोद कुमार जांगिड़, सुरेश चंद गुप्ता, मुकेश बंसल, और दिनेश गुप्ता ने बंदरों के लिए हलवा तैयार किया. जिसके बाद सपोटरा पुलिस निरीक्षक हरजी लाल यादव ने हाथों से बंदरों को हलवा खिलाया. जिसको बंदरों ने भरपेट बड़े चाव के साथ खाया. रोटी बैंक संस्था के संजय मीना जोडली ने बताया कि संस्था की तरफ से कोरोना महामारी के संक्रमण के समय कोई भी इंसान और पशु पक्षी भूखा नहीं रहे इसके लिए संस्था जरुरतमंदों को रसद सामग्री, भोजन के पैकेट, बेजुबान पशु पक्षियों के लिए चारा, अनाज और खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाएगी.