करौली. प्रदेश में कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए सरकार की ओर से 24 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है. लॉकडाउन के कारण करौली जिले के गाड़ियां लोहार के परिवार सहित गरीब तबके के लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट सामने खड़ा हो गया है.
बता दें, करौली जिले के मंडरायल उपखंड में रहने वाले गाड़ियां परिवार और लोगों से ईटीवी भारत ने हालचाल जाना. इस दौरान सामने आया कि गाड़ियां लोहार के सामने रोजी-रोटी का संकट है. ये लोग दिहाड़ी मजदूरी कर अपना गुजर-बसर कर रहे थे, लेकिन लॉकडाउन लगने के कारण इनके सामने दो वक्त की रोटी का भी संकट आ खड़ा हो गया है.
गाड़ियां लोहार के लोगों का कहना है कि लॉकडाउन के कारण अब भूखे मरने की नौबत आ गई है. उन्होंने कहा कि अभी ना तो कोई काम-धंधा मिल रहा है और ना ही प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की सहायता की जा रही है. उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन से राशन किट को लेकर कई बार गुहार लगाई गई, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.
मामले को लेकर तहसीलदार भोलाराम बैरवा ने कहा कि गरीब और असहाय परिवारों के लिए राशन किट की व्यवस्था की जा रही है. उन्होंने कहा कि सोमवार तक सभी को राशन किट उपलब्ध करवा दी जाएगी. वहीं, विकास अधिकारी विजय सिंह मीना ने कहा कि गाड़ियां लोहार परिवार के लिए राशन किट की व्यवस्था की जा रही है.