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सब्जियों के बढ़ते भावों ने बिगाड़ दिया रसोई का जायका

करौली शहर में इन दिनों सब्जियों के बढ़े हुए दामों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. भावों में एकदम से इतना उछाल आया है कि कम आय वाले परिवार को हरी सब्जी खरीद कर खाना मुश्किल हो गया है. विशेष बात यह है कि सब्जियों की खरीद के साथ मुफ्त मिलने वाली मिर्च, हरा धनिया भी 50-200 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. दुकानदार इसका कारण सब्जियों की कम आवक बता रहे हैं.

करौली न्यूज, karauli news
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Published : Oct 5, 2019, 3:23 PM IST

Updated : Oct 5, 2019, 3:34 PM IST

करौली. शहर में इन दिनों सब्जियों के बढ़े हुए दामों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. भावों में एकदम से इतना उछाल आया है कि कम आय वाले परिवार को हरी सब्जी खरीद कर खाना मुश्किल हो गया है. विशेष बात यह है कि सब्जियों की खरीद के साथ मुफ्त मिलने वाली मिर्च भी 50 रुपये प्रति किलो बिक रही है. दुकानदार इसका कारण सब्जियों की कम आवक बता रहे हैं.

सब्जियों के बढ़ते भावों ने बिगाड़ दिया रसोई का जायका

सब्जियों के भाव ने इन दिनों गृहणियों की रसोई का बजट बिगाड़ कर रखा दिया है. आम आदमी की थाली से हरी सब्जियां गायब होने लगी हैं. भावों में एकदम से इतना उछाल आया है कि कम आय वाले परिवारों के लिए हरी सब्जी खरीदकर खाना मुश्किल हो रहा है.

पढ़ें- जयपुरः सहकारिता विभाग में 'सिंगल यूज प्लास्टिक' के उपयोग पर रोक...कर्मचारियों को दिए निर्देश

इन दिनों प्याज के साथ टमाटर, भिंडी, तोरई, लौकी, पत्तागोभी, खीरा, आलू के भावों में जोरदार उछाल आया है. सब्जियों के बढ़े दामों का मुख्य कारण बारिश और सब्जियों की कम आवक होना माना जा रहा है. अधिकतर हरी सब्जियों के दाम दोगुने से ज्यादा हो चुके हैं. भिंडी, टमाटर, गोभी, हरी मिर्च 40 से 60 रुपए प्रति किलोग्राम बाजार में बिकने लगे हैं. वहीं लौकी के दाम भी दोगुना हो चुके हैं. बैंगन के भाव की अगर बात करें तो इनके भाव में जबरदस्त उछाल है. बैंगन-लोकी भी 25 रुपये से लेकर 40 रुपये तक बेचे जा रहे हैं. बढ़े सब्जियों के भाव ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है.

ये भी पढ़ें: जैसलमेर में अनियंत्रित होकर पलटी स्कूल बस, 20 बच्चों सहित 3 शिक्षक घायल

सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि बारिश के साथ ही हर साल सब्जी के दाम बढ़ने लगते हैं लेकिन, इस बार अधिक दाम बढ़ने से लोगों को आर्थिक परेशानी भी बढ़ गई है. बाहर से सब्जी मंगाने से कीमत और भी बढ़ जाती है. धनिया के आसमान छुते भावों की वजह से धनिया लाना ही बंद कर दिया है. स्थिति यह हो गई है कि ग्राहक एक बार दाम पुछता है तो फिर लौट कर वापस नहीं आता है. इस संबंध में लोगों का कहना है कि बाजार में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. कोई भी सब्जी 40 से 60 रुपए प्रतिकिलो से नीचे नहीं है. परिवार में एक दिन की सब्जी बनाने में कम से कम 200 रुपए खर्च हो रहे हैं.

यह है सब्जी के दाम

  • आलू- 20-30 रुपए
  • टमाटर- 40-50 रुपए
  • बैंगन- 30 रुपए
  • गोभी- 50-60 रुपए
  • अरबी- 35-40 रुपए
  • लोकी- 25 से 30 रुपए
  • भिंडी- 40- 50 रुपए
  • अदरक- 120 रुपए
  • हरी धनिया- 200 रुपए
  • हरी मिर्च- 35-50 रुपए
  • लहसुन- 200 रुपए
  • प्याज- 60 रुपए

करौली. शहर में इन दिनों सब्जियों के बढ़े हुए दामों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. भावों में एकदम से इतना उछाल आया है कि कम आय वाले परिवार को हरी सब्जी खरीद कर खाना मुश्किल हो गया है. विशेष बात यह है कि सब्जियों की खरीद के साथ मुफ्त मिलने वाली मिर्च भी 50 रुपये प्रति किलो बिक रही है. दुकानदार इसका कारण सब्जियों की कम आवक बता रहे हैं.

सब्जियों के बढ़ते भावों ने बिगाड़ दिया रसोई का जायका

सब्जियों के भाव ने इन दिनों गृहणियों की रसोई का बजट बिगाड़ कर रखा दिया है. आम आदमी की थाली से हरी सब्जियां गायब होने लगी हैं. भावों में एकदम से इतना उछाल आया है कि कम आय वाले परिवारों के लिए हरी सब्जी खरीदकर खाना मुश्किल हो रहा है.

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इन दिनों प्याज के साथ टमाटर, भिंडी, तोरई, लौकी, पत्तागोभी, खीरा, आलू के भावों में जोरदार उछाल आया है. सब्जियों के बढ़े दामों का मुख्य कारण बारिश और सब्जियों की कम आवक होना माना जा रहा है. अधिकतर हरी सब्जियों के दाम दोगुने से ज्यादा हो चुके हैं. भिंडी, टमाटर, गोभी, हरी मिर्च 40 से 60 रुपए प्रति किलोग्राम बाजार में बिकने लगे हैं. वहीं लौकी के दाम भी दोगुना हो चुके हैं. बैंगन के भाव की अगर बात करें तो इनके भाव में जबरदस्त उछाल है. बैंगन-लोकी भी 25 रुपये से लेकर 40 रुपये तक बेचे जा रहे हैं. बढ़े सब्जियों के भाव ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है.

ये भी पढ़ें: जैसलमेर में अनियंत्रित होकर पलटी स्कूल बस, 20 बच्चों सहित 3 शिक्षक घायल

सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि बारिश के साथ ही हर साल सब्जी के दाम बढ़ने लगते हैं लेकिन, इस बार अधिक दाम बढ़ने से लोगों को आर्थिक परेशानी भी बढ़ गई है. बाहर से सब्जी मंगाने से कीमत और भी बढ़ जाती है. धनिया के आसमान छुते भावों की वजह से धनिया लाना ही बंद कर दिया है. स्थिति यह हो गई है कि ग्राहक एक बार दाम पुछता है तो फिर लौट कर वापस नहीं आता है. इस संबंध में लोगों का कहना है कि बाजार में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. कोई भी सब्जी 40 से 60 रुपए प्रतिकिलो से नीचे नहीं है. परिवार में एक दिन की सब्जी बनाने में कम से कम 200 रुपए खर्च हो रहे हैं.

यह है सब्जी के दाम

  • आलू- 20-30 रुपए
  • टमाटर- 40-50 रुपए
  • बैंगन- 30 रुपए
  • गोभी- 50-60 रुपए
  • अरबी- 35-40 रुपए
  • लोकी- 25 से 30 रुपए
  • भिंडी- 40- 50 रुपए
  • अदरक- 120 रुपए
  • हरी धनिया- 200 रुपए
  • हरी मिर्च- 35-50 रुपए
  • लहसुन- 200 रुपए
  • प्याज- 60 रुपए
Intro:करौली शहर मे इन दिनों सब्जियों के बढ़े हुए दामों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है.. भावो मे एकदम से इतना उछाल आया है की कम आय वाले परिवार को हरी सब्जी खरीद कर खाना मुश्किल हो गया है.. विशेष बात यह है की सब्जियों की खरीद के साथ मुफ्त मिलने वाली मिर्च,हरा धनिया भी 50-200 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.. दुकानदार इसका कारण सब्जियों की कम आवक बता रहे हैं..


Body:करौलीःसब्जियों के भाव में महंगाई का तड़का, बिगड़ा रसोई का बजट,

करौली

करौली शहर मे इन दिनों सब्जियों के बढ़े हुए दामों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है.. भावो मे एकदम से इतना उछाल आया है की कम आय वाले परिवार को हरी सब्जी खरीद कर खाना मुश्किल हो गया है.. विशेष बात यह है की सब्जियों की खरीद के साथ मुफ्त मिलने वाली मिर्च भी 50 रुपये प्रति किलो बिक रही है.. दुकानदार इसका कारण सब्जियों की कम आवक बता रहे हैं..

सब्जियों के भाव ने इन दिनों गृहणियों की रसोई का बजट बिगाड़ कर रखा दिया है.. आम आदमी की थाली से हरी सब्जियां गायब होने लगी हैं.. भावों में एकदम से इतना उछाल आया है की कम आय वाले परिवारों के लिए हरी सब्जी खरीदकर खाना मुश्किल हो रहा है.. 

इन दिनो प्याज के साथ टमाटर, भिंडी, तोरई लौकी, पत्तागोभी, खीरा,आलू के भावों में जोरदार उछाल आया है.. सब्जियों के बढ़े दामों का मुख्य कारण बारिश और सब्जियों की कम आवक होना माना जा रहा है.. इन दिनो अधिकतर हरी सब्जियों के दाम दोगुने से ज्यादा हो चुके हैं... भिंडी, टमाटर,गोभी,हरी मिर्च 40 से 60 रुपए प्रति किलोग्राम बाजार में बिकने लगे हैं.. वहीं लौकी के दाम भी दोगुना हो चुके हैं.. इतना ही नहीं बैंगन का भाव भी डबल हो गया..बैगन लोकी भी 25 रूपये से लेकर 40 रूपये तक बेचे जा रहे है. बढ़े सब्जियों के भाव ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है..  सब्जी विक्रेता ने बताया की बारिश के साथ ही हर साल सब्जी के दाम बढ़ने लगते हैं, लेकिन इस बार अधिक दाम बढ़ने से लोगों को आर्थिक परेशानी में डाल दिया है.. बाहर से सब्जी मंगाने से कीमत और भी बढ़ जाती है... धनिया के आसमान छुते भावो की वजह से धनिया लाना ही बन्द कर दिया है..स्थिति यह हो गई है की ग्राहक एक बार दाम पुछता है..फिर लोट कर वापस नही आता है..इस संबंध में लोगों का कहना है की बाजार में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं..समझ में नहीं आता क्या सब्जी खरीदें.. कोई भी सब्जी 40 से 60 रुपए प्रतिकिलो से नीचे नहीं है..  परिवार में एक दिन की सब्जी बनाने में कम से कम 200 रुपए खर्च हो रहे हैं.. 

यह है सब्जी के दाम

आलू 20-30 रुपए, टमाटर 40-50 रुपए, बेगन 30 रुपए, गोभी 50-60 रुपए, अरबी 35-40 रुपए, लोकी 25 से 30 रुपए, भिंडी40- 50 रुपए, अदरक 120 रुपए,हरी धनिया 200 रुपए, हरी मिर्च 35-50 रुपए,लहसुन 200 रूपये,प्याज 60 रूपये,

वाईट------ग्रहणी,

वाईट---सब्जी विक्रेता,रामेश्वर

वाईट--उपभोक्ता,राधेश्याम


Conclusion:
Last Updated : Oct 5, 2019, 3:34 PM IST
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