करौली. कोतवाली पुलिस ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. पुलिस ने नाबालिग लड़कियों और महिलाओं की खरीद-फरोख्त करने वाले रैकेट का खुलासा किया. ये गिरोह लंबे समय से खरीद-फरोख्त कर रहा है.
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करौली पुलिस ने खरीद-फरोख्त की मुख्य सरगना दो महिलाओं सहित कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दो नाबालिग लड़कियों को भी मुक्त करवाया है. ज्यादातर आरोपी उतरप्रदेश के निवासी है और लम्बे समय से लड़कियों को बेचने का काम करते हैं.
पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि 19 अगस्त को करौली थानाधिकारी रामेश्वर दयाल मीणा को मुखबिर के जरिए सूचना मिली. जिसके अनुसार शहर स्थित निजी लॉज में 8 से 10 आदमी और औरत बाहर से आए हुए हैं जो नाबालिक लड़कियों की खरीद-फरोख्त का काम करते हैं. मुखबिर के जरिए मिली सूचना पर थानाधिकारी रामेश्वर दयाल मीणा निजी लॉज में मय जाप्ता के साथ पहुंचे और लॉज के मैनेजर से बाहर से आए हुए व्यक्तियों के बारे में पूछताछ की.
मैनेजर ने बताया कि उत्तरप्रदेश से आठ-दस महिला और पुरुष आए हुए हैं. जो लॉज के कमरा नंबर 303 में ठहरे हुए हैं. जिस पर थानाधिकारी ने कमरा खुलवाया तो कमरे के अंदर से 6 पुरुष, 2 महिला और दो नाबालिग लड़कियां मिली. सारे लोग पुलिस को देखकर घबरा गए. पुलिस ने जब पूछताछ की तो उन्होंने अपना नाम पता बताया. पुलिस ने सभी से करौली आने का कारण पूछा तो सभी ने घबराकर अलग-अलग जवाब दिया. पुलिस को संदेह होने पर थाना अधिकारी की ओर से महिला और पुरुषों से अलग-अलग कड़ाई से दोबारा पूछताछ की गई.
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आरोपियों ने बताया कि इन दो लड़कियों को शादी के बहाने करौली बेचने आए हैं. उनका मुख्य सरगना विश्राम पुत्र कन्हैया है. आरोपियों ने कहा कि लड़की खरीदने का सौदा करौली का दलाल सुभाष करता है. इन दोनों लड़कियों का सौदा भी दलाल सुभाष ने कर लिया था और आज पैसे देकर लड़कियों को ले जाने वाला था. सभी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार किए गए आरोपियों से गिरोह में शामिल अन्य लोगों के बारे में गहनता से पूछताछ कर रही है.