करौली. नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में शनिवार को जमीयत-उलमा-ए हिंद के सदस्यों और मुस्लिम समाज के लोगों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने करौली में प्रदर्शन किया. शहर के ढोलीखार मोहल्ले से कलेक्ट्रेट तक मौन जुलूस निकालकर राष्ट्रपति के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. लोगों ने केंद्र सरकार और नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ नाराजगी भी जताई.
लोगों ने बताया कि नागरिकता संशोधन बिल में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यक वर्ग को नागरिकता देने का उल्लेख किया है. लेकिन इससे मुस्लिम समाज के लोगों को अलग रखा गया है. भारतीय संविधान धर्मनिरपेक्ष है. इस कारण धर्म के आधार पर नागरिकता देने के मामले में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जा सकता.
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लोगों ने केंद्र सरकार पर नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ नाराजगी जताते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन बिल में संविधान का उल्लंघन हुआ है. क्योंकि संविधान में धर्म के आधार पर नागरिकता की व्यवस्था नहीं की है. लोगों ने कहा कि बिल को वापस नहीं लिया गया तो आंदोलन किया जाएगा. लोगों मांग की है कि साप्रदायिक लक्ष्यीकरण को रोका जाए. जिससे भारत की बुनियाद, संरचना और संविधान की मर्यादा बनी रहे. इस अवसर पर करौली विधायक लाखन सिंह कटकड, व्यवसाई हाजी रुखसार, मौलाना शफीउद्दीन, फारुख अहमद सहित सैकड़ों लोग शामिल रहे.