करौली. जिले की प्रमुख नदी भद्रावती को मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अंतर्गत दिये गये 30 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार करने के लिए बैठक का आयोजन हुआ. बैठक में जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को भद्रावती नदी के प्रोजेक्ट का सर्वे करवाकर कार्य योजना को तैयार करने के निर्देश दिए हैं.
जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग ने मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अंतर्गत भद्रावती नदी के लिए दिए गए 30 करोड़ रू के प्रोजेक्ट तैयार करने के संबंध मे चर्चा करते की. इस दौरान जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यों का सर्वे इस प्रकार से करे. जिससे भद्रावती नदी के कार्य में गुणवत्ता दिखने लगे क्योंकि गुणवत्ता अच्छी होगी तो उसके परिणाम भी अच्छे होंगे. जिला कलेक्टर ने कहा कि नदी में विभिन्न जगहों से गिरने वाले गंदे पानी के नालों से नदी दूषित होती है, उसकी समस्या किस प्रकार निकाली जाये और उसके प्रस्ताव तैयार कर उच्च स्तर पर भिजवायें जाए. जिससे भद्रावती नदी के पानी से 29 गांवों के लोगों को लाभ मिलेगा.
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राजस्थान रिवर बेसन ऑथोरिटी जयपुर के मुख्य अभियंता डीआर मीना ने बताया कि जिले में लगभग 32 किलोमीटर क्षेत्र का लगभग 14700 से अधिक हेक्टेयर जमीन करौली और मंडरायल ब्लॉक से भद्रावती नदी से लाभान्वित होगा. ऑथोरिटी के अधीक्षण अभियंता मुकेश शुक्ला ने पॉवर प्रेजेन्टेशन के माध्यम भद्रावती प्रोजेक्ट तैयार करने के संबंध में रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि इसका कार्य प्राथमिकता से लेते हुए सर्वे किया जाए और डीपीआर सही रूप से तैयार करने के लिये सभी विभाग मिलकर कार्य करें.
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इसके अंतर्गत किस प्रकार से पुराने सिस्टम को रिचार्ज करना है. स्ट्रक्चर बनाये जाने और भद्रावती नदी क्षेत्र में प्लान्टेशन को बढाने के बारे मे जानकारी देते हुए बताया कि राजीव गांधी जल संचय योजना की गाइडलाईन के अनुसार सर्वे कार्य कर डीपीआर तैयार करने पर बल दिया. बैठक में ऑथोरिटी के अधिशाषी अभियंता इन्द्रजीत निमेश, अधीक्षण अभिंयता मुकेश मित्तल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिवचरण मीना, तहसीलदार दिनेश मीना, वन, कृषि, वाटरशेड, खनिज, जल संसाधन, गा्रमीण विकास आदि सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे.