हिंडौन सिटी (करौली). फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल को गलत तरीके से दिखाने पर सोमवार को जाट समाज के लोग सड़क पर उतर आए और हंगामा किया. उसके बाद एसडीएम कार्यालय पहुंचकर निर्देशक आशुतोष गोवारिकर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम सुरेश यादव को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में मांग की गई है कि फिल्म से विवादित सीन को हटाया जाए.
जाट समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री और फिल्म निर्देशक से मांग है कि फिल्म पानीपत में दिखाए विवादित सीन को नहीं हटाया गया तो फिल्म नहीं चलने दी जाएगी. जाट समाज के मोरध्वज सिंह ने बताया कि निर्देशक आशुतोष गोवारिकर ने अभिनेता संजय दत्त और अर्जुन कपूर अभिनीत फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के चरित्र चित्रण गलत किया है. जिससे जाट समाज में भारी रोष व्याप्त है. सिंह का कहना है कि महाराजा सूरजमल हिन्दू धर्म के रक्षक थे. निर्देशक ने पानीपत फिल्म में महाराजा सूरजमल के चित्रण को तोड़-मरोड़ कर दिखाया है. इसे जाट समाज बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा. मुख्यमंत्री और फिल्म निर्देशक से मांग है कि फिल्म पानीपत में दिखाए विवादित सीन को नहीं हटाया गया तो फिल्म नहीं चलने दी जाएगी.
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नरेश सोलंकी ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व फिल्म पद्मावत में भी गलत चित्रण किया गया था. जिससे राजपूत समाज ने भारी आंदोलन किया था. उसी प्रकार फिल्म निर्देशक आशुतोष गोवारिकर ने पानीपत फिल्म में हिन्दू धर्म रक्षक महाराजा सूरजमल के चित्रण को गलत फिल्माया गया है. जिसे जाट समाज किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा. अगर फिल्म से विवादित सीन नहीं हटाया गया तो जाट समाज उग्र आंदोलन करेगा. जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी.